मुंबई । हिन्दुस्तान की आवाज़ । मोहम्मद मुकीम शेख
भारतरत्न डॉ बाबासाहेब भीमराव आम्बेडकर अपने जीवन के अंतिम क्षणों में भी देश भर के गरीब,दलित और शोषित वर्ग के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने का हर संभव कोशिश करते रहे।
उपरोक्त बातें ट्राम्बे चिता केम्प के समाज सेवक अकबर हुसेन(राजू भाई)ने बान्द्रा(पूर्व)कला नगर स्थित सरकारी अतिथि गृह में केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के (आठवले) के संस्थापक अध्यक्ष रामदास आठवले को संविधान दिवस की पूर्व संध्या पर भव्य और आकर्षक गुलदस्ता देकर उनका स्वागत करने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा।आगे उन्होंने यह भी कहा कि,आज रामदास आठवले सम्पूर्ण देश में भ्रमण के दौरान गोर गरीब लोगों से मिलकर उनकी समस्याओं का समाधान के लिए हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं।जहाँ भी कहीं दलित समाज के लोगों के उपर अन्याय और अत्याचार की खबर उनको मिलती है।वो तत्काल प्रभाव से अप्रत्यक्ष और कभी कभी प्रत्यक्ष रूप से उनकी मदद करते हैं।वास्तव में एक प्रकार से देखा जाए तो रामदास आठवले इस समय डॉ बाबासाहेब आम्बेडकर के सपनों को पूरा करने के लिए उनके पदचिन्हों पर चल रहे हैं।उनके इसी खासियत के चलते देश के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनको अपने मंत्रिमंडल में दोबारा शामिल कर के देश की सेवा करने का अवसर प्रदान किया है।
फोटो:--कपिलदेव खरवार
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