मुंबई । हिन्दुस्तान की आवाज । मोहम्मद मुकीम शेख
तेरे हाथ जोड़ता हूँ तेरा पांव पड़ता हूँ आ भी जाओ नंदलाला,कब से तेरी राह निहार रहे हैं बृज के ग्वालबाला।
जिसने अपने जीवन के बाल्यावस्था में ही पूतना राक्षसी का वध और अपने ही अत्याचारी मामा कंस को मार डाला था।युवाकाल में कुरुक्षेत्र में अर्जुन को गीता का उपदेश दे डाला।
उसी मायाबी श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव पर मुंबई के उपनगर गोवंडी में जय भारत सोसायटी के अपने आवास पर हर साल की तरह इस साल भी उनके एक अनन्य भक्त दीनदयाल प्रजापति ने संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन किया था। सुप्रसिद्ध गायिका सरोज यादव ने सोहर और कई भक्ति गीतों से देर रात तक श्रीकृष्ण भक्तों का भरपूर मनोरंजन किया।भोजपुरी सिनेमा के कलाकार और गायक धर्मेन्द्र खरवार ने अपनी आवाज में भक्ति गीत गाकर वातावरण को श्रीकृष्णमय कर डाला।
पंडित अनिल पांडेय ने दीनदयाल प्रजापति और उनकी धर्मपत्नी प्रमिला देवी प्रजापति को यजमान बनाकर पूजा पाठ कराया।इस मौके पर सोसायटी के अध्यक्ष सुधाकर कांबले,राहुल,माया,शाहुल,महिमा,वीरेंद्र,शोक्ती,रोहित,प्रेम,अदनान,राज,सेदिश,गुड्डू,प्रकाश,आकाश,असरफ,परी के अलावा प्रजापति परिवार के सभी सदस्यों ने पूजा में हिस्सा लेकर महाप्रसाद ग्रहण किया।
मास्टर गीत ने भगवान श्रीकृष्ण की परिधान में पूजा कर गीता में दिये उनके वचन को याद कराते हुए कहा कि धर्म का कल्याण और अधर्म का नाश करने के लिये अब तो आ भी जाओ।
तेरे हाथ जोड़ता हूँ तेरा पांव पड़ता हूँ।
फोटो कपिलदेव खरवार
Post a Comment
Blogger Facebook