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मुंबई । हिन्दुस्तान की आवाज । मोहम्मद मुकिम शेख  

मुंबई और महाराष्ट्र में बहुजन समाज को न्याय  और अधिकार दिलाने के लिए विगत अनेक वर्षों से संघर्ष कर रही महाराष्ट्र की सबसे चर्चित सामजिक संस्था भिम शक्ति संगठन का एक दिवसीय राज्य व्यापी चिंतन शिविर का आयोजन किया गया।


चेंबूर डॉ बाबासाहब अंबेडकर कालेज के ग्रांड नालंदा सभाग्रह में आयोजित चिंतन शिविर की अध्यक्षता कर रहे महाराष्ट्र प्रदेश काँग्रेस के कार्याध्यक्ष और भूतपूर्व सामाजिक न्याय मंत्री चंद्रकांत हंडोरे ने आरम्भ में डॉ बाबासाहब अंबेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उनकी पावन स्मृति का अभिवादन किया।उन्होनें महाराष्ट्र के सभी जिलों से आये भिम शक्ति के लगभग 3 सौ प्रमुख पदाधिकारियों के स्वागत भाषण में कहा कि हम मुंबई और सम्पूर्ण महाराष्ट्र में बहुजन समाज को उनका अधिकार और न्याय दिलाने के लिए सामाजिक स्तर पर संघर्ष कर रहे हैं।बाबा साहब ने भारतीय संविधान में हमको जो अधिकार दिया है।उसको पाने के लिये हमको और भी आगे कड़ी मेहनत करनी होगी।आज इस चिंतन शिविर का विषय राजनित नहीं बल्कि बहुजन समाज की समस्या है।समाज की महिलाओं का मान सम्मान की हिफाजत कैसे होगी।बच्चों को आधुनिक शिक्षा देने के लिए हमें क्या करना चाहिएक।समाज के लोगों पर हो रहे अन्याय और अत्याचार का हम किस तरह सामना करेगें।भिमा कोरेगांव कांड में फसे लोगों को कैसे मदद कर करना है।हम सभी को इसपर गंभीर चिंतन करना है।

उन्होंने अपने भाषण के समापन पर बारी बारी से प्रमुख पदाधिकारियों का नाम लेकर उनके विचार रखने के लिए आमंत्रित किया।सभी वक्ताओं ने एक ही सवाल उठाया।विधान परिषद चुनाव में नंबर एक के उम्मेदवार  चंद्रकांत हंडोरे की हार का कारण क्या और इसका जिम्मेदार कौन है।वक्ताओं के भाषण में इस विषय को लेकर भारी उत्तेजना को देखकर चंद्रकांत हंडोरे ने एकबार फिर से माईक हाथ में लिया और उन्हें शांत करने के लिए बोलना शुरू किया।मैं आपका दर्द समझ सकता हूँ इसलिये की आप मेरे अपने हैं।लेकिन मेरी हार के लिए कांग्रेस जिम्मेदार नहीं है।कांग्रेस ने मुझे विधायक और मंत्री बनाया।सोनिया गांधी, राहुल गांधी और नाना पटोले ने मुझे विधान परिषद का उम्मेदवार बनाया था।ऐन वक्त पर कांग्रेस के कुछ नेताओं ने पार्टी को धोखा दिया।हमने इसकी शिकायत सोनिया गांधी और राहुल गांधी से किया है।और मैं इससे विचलित नहीं हुआ हूँ।राजनित में हार जीत होती रहती है।

इसकी खबर मीडिया के माध्यम से आवाम और कांग्रेस के नेताओं तक चली गई।आनन फानन में महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले चिंतन शिविर में आ धमके और चंद्रकांत हंडोरे की हार से घायल भिम शक्ति के कार्यकर्ताओं के जख्म पर मरहम लगाने का काम किया। 

चिंतन शिविर में अशोक दिवे,मोहन माने,दिनकरदादा ओमकार,बालासाहब सिरसाठ,भाई कैलाश सुखदाने,दिलीप भोजराज,संगीता हंडोरे,प्रज्योति हंडोरे,शशिकांत बांसोडे,एन के कांबले,भाऊ सुरवाडे,भाऊ साठे,सिद्धार्थ माने,मधुसुदन भाटकन,नागनाथ बंगाले,पंकज मेश्राम,बाबा बंसोड़,संतोष भिंगारे,सचिन सिरसाठ,हंसराज मेश्राम,मिलींद मोरे,कुमार कुर्तडीकर,अविनाश डोलस,प्रकाश डोले,अनिरुद्ध कांबले,राजू मंजूले,प्रतिक जाधव,शांतिलाल गायकवाड़,सुधीर खैरे,युवराज पोल,आनंदराज लाद,भूषणराव गायकवाड़,संजय तांबे,दामू कुरमे,बापू थोरात,सुरेश भंडारे,संपत लगाडे,बिट्टू राना,अल्का साजे,विनोद पवार,संतोष सालवे,शाम वाघ,हरीष सातपुते,संतोष पगारे,वाल्मिकी कांबले,प्राची मोकल जाधव ने भी उपस्थिति दर्ज कराया। 

किरण गायकवाड़ ने भिम शक्ति का एक दिवसीय राज्य व्यापी चिंतन शिविर को मीडिया में प्रचार प्रसार के लिए सराहनीय कार्य किया।

शिविर के समापन पर भिम शक्ति मुंबई अध्यक्ष शशिकांत बंसोडे ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

बतादें कि कभी समुंद्र मंथन के दौरान भगवान शिव ने देवताओं को बचाने के लिए बिष को पी लिया था।ठीक उसी तर्ज पर चन्द्रकांत हंडोरे ने भी कांग्रेस को बचाने के लिये भिम शक्ति के बिष (गुस्सा)को पी गये।

फोटो कपिलदेव खरवार

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