मुंबई । हिन्दुस्तान की आवाज । मोहम्मद मुकीम शेख
मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद संजय निरुपम जिनको अभी हाल ही में राजस्थान और पंजाब का प्रभारी बनाया गया है।शायद उनके जीवन में यह पहला मौका होगा जब उन्होंने अपने जन्मदिन का केक बिना कटे अपनी आंखों के सामने से हटवा दिया हो।
उत्तर पश्चिम मुंबई जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष क्लाइव डायस ने अपने नेता संजय निरुपम और उनके जुड़वा भाई मुंबई कांग्रेस के महासचिव अंजय निरुपम के 57 वें जन्मदिन की तैयारी बड़े पैमाने पर कर रखा था।उन्होंने अँधेरी पश्चिम ओसिवरा आनंद नगर का एच के कालेज को 6 फरवरी की पूर्व संध्या पर ही किसी नई नवेली दूल्हन का रुप दे दिया था।ओसिवरा का पुरा परिसर संजय निरुपम के जन्मदिन की बधाई वाले पोस्टर से भरा पड़ा था।रोड के दोनों किनारे हाथ का पंजा वाले झंडे उत्साह के साथ बिजली के खम्भे पर लहरा रहे थे।
दुर्भाग्यवस समारोह के ऐन मौके पर भारत रत्न स्वर कोकिला लता मंगेशकर को परमात्मा ने अपने पास बुला लिया।इसकी खबरी बिजली की गति से पूरे देश में फैल गई।
कार्यक्रम स्थल पर शाम होते ही कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ताओं का जत्था अपने अपने हाथों में शाल और रंग बिरंगे फूलों का गुलदस्ता लेकर पहुंचने लगा।हर कोई व्याकुल होकर बेसब्री से संजय निरुपम की प्रतिक्षा कर रहा था।विजय ओवल आर्केस्ट्रा ग्रुप के सभी गायक कलाकार लता के दर्द भरे गीतों से उनको भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे थे।ऐ मेरे वतन के लोगों जरा आँख में भर लो पानी लता के इस अजर अमर गीत की प्रस्तुति से तो जन्मदिन के उत्सव पर मानो मातम सा छा गया।इसी बिच बिना किसी हो हल्ला के संजय निरुपम का आगमन हुआ।उन्होंने मंच पर जाने से पूर्व दक्षिण मध्य मुंबई जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हुकमराज मेहता से हाथ मिलाकर बेमन से पुछा अरे मेहता साहब आप भी आयें हैं।मुझे तो आपको बधाई देने के लिये आना ही था।उनका यह जवाब लेकर मंच पर गये और बहुत ही भरे दिल से उन्होंने लता की तस्वीर पर पुष्पहार अर्पित किया और नतमस्तक होकर उनके प्रति श्रद्धा और सम्मान दर्शाया।पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार मेज पर एक बड़ा सा केक रखा गया।क्लाइव डायस ने थोड़े शब्दों में अपने जिला के कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया।इसके उपरांत संजय निरुपम ने माईक अपने हाथ में लेकर बहुत ही दुखी मन से घोषणा किया।लता के सम्मान में आज मैं केक नहीं काटूगा।और नाहीं तो किसी का शाल और गुलदस्ता ही लूंगा।उनके इस घोषणा से कांग्रेस और उनके सैकडों समर्थकों के चेहरे उदास हो गया और उनकी छाती पर जैसे सांप लौट गया हो ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई।उन्होंने अपने सामने रखा केक बिना काटे हटवा दिया।हुकमराज मेहता के राजस्थानी पगड़ी और लक्ष्मण कोठारी का गुलदस्ता को स्वीकार करने से साफ इंकार कर दिया।सभी लोगों के हाथों के गुलदस्ते धरे के धरे रह गये।वे फूल जो संजय और अंजय (राम और श्याम) के स्वागत के लिये लाये गये थे।वे सब के सब परिस्थिती वस लता को समर्पित हो गये।जन्मदिन का उत्सव श्रद्धांजलि सभा में परिवर्तित हो गया।फिर 2 मिनट का मौन रखकर लता की आत्मा की शान्ति की प्रार्थना करते हुए सभा को अगले वर्ष 6 फरवरी 2023 तक के लिये बर्खास्त कर दिया गया।
इस मौके पर मुंबई कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्षा जेनेट डिसुजा पूर्व विधायक अशोक जाधव मुंबई कांग्रेस महासचिव अंजय निरुपम राजेश सिंह जयप्रकाश सिंह मोहसिन हैदर फ़िरोज शाह अजीत सुर्वे चंद्रशेखर दुबे रहीस लस्करिया चंगेज मुल्तानी प्रवीण वाडेकर ब्लॉक अध्यक्ष समीर मुणगेकर प्रदेश प्रतिनिधि अभय चौबे शिवशंकर विश्वकर्मा आहात खान माधवी राणे मुंबई कांग्रेस रोजगार एवं स्वयंम रोजगार सेल महासचिव डॉ सत्तार खान चेंबूर तालुका कांग्रेस ओबीसी सेल के अध्यक्ष सतीश बेलमकर अलावा कांग्रेस के सैकडों नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
फोटो कपिलदेव खरवार
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