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मुंबई । हिन्दुस्तान की आवाज । विशेष संवाददाता

गणपति बप्पा की सवारी मेरे घर में तब से आती है जब नेता जी मुंबई में पहली बार विधायक बने थे और हम विले पार्ले में रहते थे।


 भगवान से बड़ा कोई नही है।इस संसार को बनाने और चलाने वाला भी वही है।उन्होंने हमको बहुत कुछ दिया है।

गणपति बप्पा मेरे नेता जी को और भी ऊंचाई तक लेकर जायेगें।मुझे उन पर पूरा भरोसा है।

उपरोक्त बातें मालती कृपाशंकर सिंह ने बांद्रा के पाली हिल अपने आवास पर आयोजित गणपति महोत्सव पर बप्पा की आरती करने के बाद मुंबई स्टार न्यूज टूडे चैनल के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा।

उन्होंने अपने निजी कमरे में विराजमान रामदरबार की झांकी की आरती करने के पश्चात अपनी बात जारी रखते हुए यह भी कहा कि मैं भगवान की भक्ति करती हूं।इसके बदले में भगवान मुझसे बहुत प्रेम करते हैं।उन्होंने मुझे और मेरे परिवार के अलावा मेरे पति परमेश्वर नेता जी को बहुत कुछ दिया है।ईश्वर के लिए हमने वैराग्य ले लिया है जब कि मैं गृहस्थ जीवन ही रहती हूं।लेकिन बिना भगवान के पूजा और प्रार्थना के जल भी ग्रहण नहीं करती हूं।आठों पहर उनकी आराधना में ही मेरा सारा समय निकल जाता है।मुझे इस बात का तनिक भी ज्ञान नहीं होता की कब रात हुई और कब सवेरा हुआ।गणपति बप्पा के अलावा नवरात्रि में 9 दिन पूरे मन से दुर्गा माता की पूजा अर्चना करती हूं।प्रभु श्रीरामसीता भगवान श्री कृष्ण और वीर बजरंगबली सभी को पूजती हूं।

अपनी बात समाप्त होने पर उन्होंने पत्रकार की फरमाइश पर, पायो जी मैंने राम रतन धन पायो।अपनी मधुर और मीठी आवाज में गाकर सुनाया।

वर्षों के पारिवारिक पुजारी पंडित एन के गौतम का ऐसा कहना है कि इनको भगवान के भजन और आरती कंठस्थ है।जब एकबार शुरू कर दें तो खतम करने का नाम ही नहीं लेती हैं।इनका मन भगवान कि स्तुती में इस कदर राम जाता है की इनको रोकना मेरे लिए कठिन हो जाता है।

राष्ट्रीय संत स्वामी श्री अंजनीनंदन दास जी महाराज के कथनानुसार मालती सिंह को सम्पूर्ण रामायण जबान पर चौपाई सहित याद है।उनको यह उपलब्धि भगवान की भक्ति से प्राप्त हुई है।संसारिक जीवन में रहकर भी वो एक साध्वी के जीवन जैसे जीने की आदि हो चुकी हैं।

फोटो--कपिलदेव खरवार

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