लालगंज, प्रतापगढ़। कांग्रेस वर्किग कमेटी के सदस्य तथा आउटरीच कमेटी के यूपी प्रभारी प्रमोद तिवारी ने हाथरस मे अनुसूचित जाति की बिटिया के साथ सामूहिक बलात्कार और बेरहमी से उसकी बर्बरतापूर्वक निर्मम पिटाई एवं उत्पीड़न की घटना को वीभत्स एवं क्रूर तथा नृशंस शर्मनाक घटना कहा है। वहीं सीडब्लूसी सदस्य प्रमोद तिवारी ने सरकार से इस घटना को देश मे घटित अनुसूचित जाति की एक मासूम बेटी के साथ वीभत्स से वीभत्सम अपराध करार दिया है। इसके तहत प्रमोद तिवारी ने इस घिनौने अपराध मे शामिल दुर्दांत अपराधियों की हैवानियत को विशेष अदालत का गठन कर इन्हें शीघ्र फंासी की सजा दिलाए जाने को लेकर अविलंब कठोर कदम उठाने पर भी जोर दिया है। मंगलवार को यहां जारी बयान मे श्री तिवारी ने घटना पर दुःख जताते हुए कहा कि हाथरस की बेटी के साथ घटित घटना ने निर्भयाकांड की घटना को भी बहुत पीछे छोड़ दिया है। उन्होने कहा कि इस निर्ममतापूर्वक सामूहिक दुष्कर्म की घृणित वारदात ने आज प्रदेश के हर बेटी के मां व बाप को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि भारतीय जनता पार्टी के राज मे हमारी बेटियां अब सुरक्षित नही रह गई है। पार्टी कार्य समिति के वरिष्ठ सदस्य प्रमोद ने कहा कि इस घटना से नारी सम्मान और अस्मिता की दुहाई देने वाली तथा बेटी बचाओं व बेटी पढ़ाओ का दावा करने वाली भाजपा के राज मे हर दिन बेटियो के क्रूरता व बर्बरता के शिकार होने का शर्मनाक कलंकित अध्याय भी सामने आ गया है। उन्होने बीजेपी पर घटना को लेकर हमलावर होते हुए कहा कि इस पार्टी के राज मे अपराधी भाजपा को अपनी पार्टी की अपनी सरकार मान कर बेखौफ अत्याचार, अनाचार, सामूहिक हत्याओं तथा बर्बरतापूर्वक बलात्कार व जमीन हडपो अभियान जैसी संगीन घटनाओं को रोजाना जिस तरह से अंजाम दे रहा है उससे अब यह साबित हो गया है कि इस समय अपराधी मस्त है और जनता भयग्रस्त है। श्री तिवारी ने सरकार पर यह भी सवाल दागा कि आखिर कौन इस दुर्दांत घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेगा। उन्होने घटना को लेकर सरकार के कानून व व्यवस्था पर विफलता को लेकर भी तंज कसा और कहा कि काश भाजपा सरकार अपने विरोधियो के उत्पीडन तथा किसानो-मजदूरों, शिक्षको, कर्मचारियों तथा बेरोजगार नौजवानो पर इस समय वह जितना पुलिस की सख्ती का प्रयोग कर रही है यदि उसकी आधी ताकत भी अपराधियों के खिलाफ लगा दे ंतो प्रदेश की कानून व्यवस्था सुधर सकती है। मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से जारी बयान मे प्रमोद तिवारी ने कहा कि जिस तरह से इस समय मोदी सरकार ने कृषि प्रधान देश मे किसान को कमजोर करने के लिए कृषि संशोधन विधेयक ले आयी है और जिस तरह से केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार ने अपनी जिद तथा अहंकार मे छियासी प्रतिशत नोटबंदी तथा गलत जीएसटी लागू किया है इससे देश की कृषि और अर्थव्यवस्था दोनों के क्षेत्र मे बर्बादी और तबाही का दुखद सामना भी करना पड़ रहा है। कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य प्रमोद तिवारी ने यह भी स्पष्ट किया है कि कांग्रेस इसे अपने शासित राज्यों मे लागू न कर हर विकल्प का प्रयास करेगी। उन्होने पार्टी की ओर से कृषि विधेयक को न्यायालय मे चुनौती दिये जाने का भी ऐलान किया है। प्रमोद तिवारी ने फिर दोहराया कि मोदी सरकार ने नमस्ते ट्रंप का कार्यक्रम करके गलत समय पर गलत ढंग से लाकडाउन लागू कर देश की जीडीपी को माइनस तेईस प्रतिशत पर ला खड़ा कर राष्ट्रीय हितों पर जबरदस्त कुठाराघात भी किया है।
Post a Comment
Blogger Facebook