भिवंडी।एम हुसेन। भिवंडी शहर भाजपा जिलाध्यक्ष एवं नगरसेवक संतोष एम शेट्टी ने शहर में काम करने वाले उन पावरलूम मजदूरों एवं स्थलांतरित मजदूरों को भी राशन देने की मांग मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से की है।विशेष रूप से जिनके पास राशन कार्ड नहीं है,ताकि लॉकडाउन के बाद ऐसे मजदूरों के पलायन को रोका जा सके ।
मुख्यमंत्री को भेजे गये पत्र में भाजपा जिलाध्यक्ष एवं नगरसेवक संतोष एम शेट्टी ने कहा है कि भिवंडी पावरलूम उद्योग में काम करने वाले लगभग छह लाख लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, जिसमें मजदूरों एवं गोदामों सहित अन्य व्यवसाय में काम करने वाले नागरिकों समावेश है । लॉकडाउन के कारण उत्तर प्रदेश,बिहार, झारखंड उड़ीसा, राजस्थान,मध्य प्रदेश,आंध्र प्रदेश सहित महाराष्ट्र के मराठवाड़ा एवं विदर्भ के अलावा अन्य जिलों के लोग भी भिवंडी में फंसे हुये हैं। लॉकडाउन करके कर्फ्यू लगाये जाने के बाद सभी उद्योग धंधे पूर्ण रूप से बंद हो गये हैं, जिसके कारण इनके पास भोजन का भी कोई साधन नहीं है।
शहर के समाजसेवकों द्वारा इन्हें भोजन दिया जा रहा है और परिवार के साथ रहने वाले लोगों को खाद्य सामग्री भी दी जा रही है ,लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। इन्हें सरकार द्वारा सरकारी राशन दुकानों से राशनकार्ड धारकों को राशन देने का निर्देश दिया गया है, लेकिन जिनके पास राशन कार्ड नहीं है ऐसे लोगों को राशन नहीं मिल पायेगा ।ऐसी स्थिति में सरकार द्वारा उन लोगों को भी राशन दिया जाना चाहिये जिनके पास राशन कार्ड उपलब्ध नहीं है ।भाजपा जिलाध्यक्ष नगरसेवक संतोष शेट्टी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से लॉकडाउन के दौरान शहर में फंसे बिना राशन कार्ड वालों को भी राशन दिया जाये। जिलाध्यक्ष संतोष शेट्टी ने चिंता व्यक्त करते हुये कहा है कि यदि बिना राशन कार्ड वाले मजदूरों को सरकारी राशन नहीं दिया गया तो लॉकडाउन के बाद उनके पलायन को रोकना असंभव हो जाएगा । मजदूरों के पलायन का सीधा असर यहां के पावरलूम सहित उससे जुड़े हुये सभी उद्योगों पर पड़ेगा ।इसलिए मजदूरों के पलायन को रोकने के लिये उन्हें बिना राशन कार्ड के भी राशन दिया जाना सुनिश्चित किया जाना चाहिये ।
मुख्यमंत्री को भेजे गये पत्र में भाजपा जिलाध्यक्ष एवं नगरसेवक संतोष एम शेट्टी ने कहा है कि भिवंडी पावरलूम उद्योग में काम करने वाले लगभग छह लाख लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, जिसमें मजदूरों एवं गोदामों सहित अन्य व्यवसाय में काम करने वाले नागरिकों समावेश है । लॉकडाउन के कारण उत्तर प्रदेश,बिहार, झारखंड उड़ीसा, राजस्थान,मध्य प्रदेश,आंध्र प्रदेश सहित महाराष्ट्र के मराठवाड़ा एवं विदर्भ के अलावा अन्य जिलों के लोग भी भिवंडी में फंसे हुये हैं। लॉकडाउन करके कर्फ्यू लगाये जाने के बाद सभी उद्योग धंधे पूर्ण रूप से बंद हो गये हैं, जिसके कारण इनके पास भोजन का भी कोई साधन नहीं है।
शहर के समाजसेवकों द्वारा इन्हें भोजन दिया जा रहा है और परिवार के साथ रहने वाले लोगों को खाद्य सामग्री भी दी जा रही है ,लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। इन्हें सरकार द्वारा सरकारी राशन दुकानों से राशनकार्ड धारकों को राशन देने का निर्देश दिया गया है, लेकिन जिनके पास राशन कार्ड नहीं है ऐसे लोगों को राशन नहीं मिल पायेगा ।ऐसी स्थिति में सरकार द्वारा उन लोगों को भी राशन दिया जाना चाहिये जिनके पास राशन कार्ड उपलब्ध नहीं है ।भाजपा जिलाध्यक्ष नगरसेवक संतोष शेट्टी ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से लॉकडाउन के दौरान शहर में फंसे बिना राशन कार्ड वालों को भी राशन दिया जाये। जिलाध्यक्ष संतोष शेट्टी ने चिंता व्यक्त करते हुये कहा है कि यदि बिना राशन कार्ड वाले मजदूरों को सरकारी राशन नहीं दिया गया तो लॉकडाउन के बाद उनके पलायन को रोकना असंभव हो जाएगा । मजदूरों के पलायन का सीधा असर यहां के पावरलूम सहित उससे जुड़े हुये सभी उद्योगों पर पड़ेगा ।इसलिए मजदूरों के पलायन को रोकने के लिये उन्हें बिना राशन कार्ड के भी राशन दिया जाना सुनिश्चित किया जाना चाहिये ।
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