भिवंडी।एम हुसेन। कोरोना वायरस के संक्रमण को बढने से रोकने के लिये लॉकडाउन करने के कारण गरीब एवं दैनिक मजदूरों सहित पशु एवं पक्षियों के लिये भी खाने की समस्या उतपन्न हो गई है।इसी क्रम में भिवंडी की श्री जीण माता सेवा संघ ट्रस्ट के सहयोग से राजस्थान के हर्ष पर्वत पर स्थित हर्ष मंदिर एवं हनुमान मंदिर परिसर में रहने वाले सैकड़ों बंदरों को खाने के लिये प्रतिदिन अनाज, भीगा चना एवं रोटी बनाकर खिलाई जा रही है।
संघ के सदस्य अटल बिहारी खेतान,राजकुमार अग्रवाल,सुंदर अग्रवाल एवं भरत अग्रवाल के सहयोग से राजस्थान के सीकर स्थित हर्ष पर्वत के हर्ष मंदिर एवं हनुमान मंदिर परिसर के सैकड़ों बंदरों को वहां के पुजारी प्रह्लाद पाराशर,सुनील पाराशर एवं विजय पाराशर द्वारा अनाज,चना एवं रोटी खिलाया जा रहा है ।संघ के सहयोग से बंदरो के लिये प्रतिदिन 15 किलो आटे की रोटी बनाकर उन्हें खिलाई जा रही है। संघ के सदस्यों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण मजदूरों सहित मूक पशु एवं पक्षी बहुत ही कठिन दौर से गुजर रहे हैं ।मजदूर अपनी भूख-प्यास तो व्यक्त कर रहा है , लेकिन भूख एवं प्यास से व्याकुल पशु-पक्षी अपनी व्यथा भी नहीं व्यक्त कर सकते ।जिसके कारण भिवंडी के श्री जीण माता सेवा संघ ट्रस्ट ने हर्ष मंदिर एवं हनुमान मंदिर परिसर के सैकड़ों बंदरों को खिलाने का निर्णय लिया है। लॉकडाउन खुलने के बाद लोगों का आवागमन होने से उन्हें खाना मिलता रहेगा ।श्री जीण माता सेवा संघ ट्रस्ट ने पीएम केयर फंड एवं मुख्यमंत्री राहत कोष में भी आर्थिक सहायता राशि प्रदान की है ।
संघ के सदस्य अटल बिहारी खेतान,राजकुमार अग्रवाल,सुंदर अग्रवाल एवं भरत अग्रवाल के सहयोग से राजस्थान के सीकर स्थित हर्ष पर्वत के हर्ष मंदिर एवं हनुमान मंदिर परिसर के सैकड़ों बंदरों को वहां के पुजारी प्रह्लाद पाराशर,सुनील पाराशर एवं विजय पाराशर द्वारा अनाज,चना एवं रोटी खिलाया जा रहा है ।संघ के सहयोग से बंदरो के लिये प्रतिदिन 15 किलो आटे की रोटी बनाकर उन्हें खिलाई जा रही है। संघ के सदस्यों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण मजदूरों सहित मूक पशु एवं पक्षी बहुत ही कठिन दौर से गुजर रहे हैं ।मजदूर अपनी भूख-प्यास तो व्यक्त कर रहा है , लेकिन भूख एवं प्यास से व्याकुल पशु-पक्षी अपनी व्यथा भी नहीं व्यक्त कर सकते ।जिसके कारण भिवंडी के श्री जीण माता सेवा संघ ट्रस्ट ने हर्ष मंदिर एवं हनुमान मंदिर परिसर के सैकड़ों बंदरों को खिलाने का निर्णय लिया है। लॉकडाउन खुलने के बाद लोगों का आवागमन होने से उन्हें खाना मिलता रहेगा ।श्री जीण माता सेवा संघ ट्रस्ट ने पीएम केयर फंड एवं मुख्यमंत्री राहत कोष में भी आर्थिक सहायता राशि प्रदान की है ।
Post a Comment
Blogger Facebook