उक्त संदर्भ में कोनगांव पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रमेश काटकर ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के दौरान विदेशी नागरिक अथवा स्थानीय नागरिक कोनगांव की मस्जिदों में रहते हैं। जिसकी जानकारी के लिये पुलिस अधिकारियों को आदेश दिया गया था । जिसके लिये 4 अप्रैल को उच्चाधिकारियों के आदेश पर कोनगांव पुलिस के गोपनीय विभाग ने कोनगांव के जामा मस्जिद,तकवा मस्जिद,फालके कॉलोनी मस्जिद,पीरशाह गुलहुसैन दरगाह मस्जिद एवं हनीफिया मदरसा के ट्रस्टियों एवं उनके मौलाना को साथ लेकर मस्जिदों एवं मदरसों का उसके सभी महलों की सघन जांच की । परंतु जांच के दौरान पुलिस को बाहर से आकर मस्जिद में रहने वाले विदेशी अथवा स्थानीय नागरिक के बारे में कोई सबूत नहीं मिला है । पुलिस के अनुसार कोनगांव की मस्जिदों में कोई भी विदेशी नागरिक नहीं आया है ।
पुलिस ने बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव के कारण सभी मस्जिदें एवं मदरसे पुलिस को बंद मिले। पुलिस द्वारा 8 अप्रैल को शबे बारात बड़ी रात के अवसर पर मस्जिदों में नमाज पढ़ने के बजाय अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिये घर पर ही नमाज पढ़ने के लिये अनुरोध किया गया था ।मस्जिदों के ट्रस्टियों ने पुलिस को बताया कि बड़ीरात के अवसर पर सभी लोगों से घर पर नमाज पढ़कर इबादत करने के लिये एलान किया गया है। ट्रस्टियों ने पुलिस को आश्वस्त करते हुये कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण को हराने के लिये सभी लोग अपने घरों में ही नमाज अदा करेंगे जो बदस्तूर जारी है ।
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