एटा। देश में कोरोना वायरस के कोविडा-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। पूरे देश में 14 अप्रैल तक लॉक डाउन की घोषणा कर दी गई है। इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी कार्यालय, व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। लोगों से कहा गया है कि बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें। ज्यादातर अपने घरों में ही रहे। जहां लॉक डाउन को लेकर प्रशासन सख्ती बरते हुए हैं लेकिन लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे। कोरोना संक्रमण को अफवाह समझ बिना मास्क पहने लोग घरो से बाहर निकल आते हैं। वहीं प्रशासन को आता देख लोग घरों में जाकर बैठ जाते तो है लेकिन जैसे ही प्रशासनिक गाड़ियां वहाँ से निकल जाती है वैसे ही लोग फिर घरों से बाहर निकल कर एकत्रित हो जाते हैं। और आपस में गपशप मारते देखे जाते हैं। वहीं अन्य राज्यों से आए यात्रियों से भी पुलिस प्रशासन काफी सख्ती से पेश आता है। और उनका स्वास्थ्य विभाग के द्वारा चेकअप कराया जाता है। पूरे जनपद में 46 बैरियर लगे हुए हैं पुलिस और पीएसी मुस्तैद है। बाहर से आने वाले वाहनों को चेक किया जाता है और जो आवश्यकता के अनुसार वाहन होता है उसको पास किया जाता है बाकी के वाहनों को रोक दिया जाता है इस तरह जनपद को पूरी तरह सीज कर दिया गया है। जिससे बाहरी व्यक्तियों व यात्रियों का जनपद में प्रवेश न हो सके। डीएम और एसएसपी पुलिस फोर्स के साथ पूरे जनपद का भ्रमण कर पल-पल का जायजा ले रहे हैं। वही भारी मात्रा में पुलिस फोर्स शहर की गलियों व सड़कों पर अपनी पैनी नजर बनाए रखे हुए है। जनपद के हाईवे व सड़कें गलियां सुनसान पड़ी हुई हैं ।
कोरोना वायरस का धार्मिक स्थलो पर ग्रहण, कपाट रहे बंद
कोरोना वायरस के संक्रमण का असर अब धार्मिक स्थलों पर भी देखने को मिल रहा है। जहां नवरात्रि पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है वही कोरोना संक्रमण के चलते सभी धार्मिक स्थलों के कपाट बंद रहे। कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए नवरात्र पर्व पर मंदिरों में लोगों की भीड़ जुटने की संभावना को देखते हुए मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए। जिसके चलते लोगों ने आस्था व श्रद्धा के साथ घरों में ही पूजा-अर्चना की। और देवी श्रद्धालुओं ने कोरोना संक्रमण से निजात पाने के लिए प्रार्थना की।
दैनिक उपयोग की वस्तुओं की खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़
कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन की दो घंटे की ढिलाई की स्थिति में जब सांय 5:00 बजे के बाद दुकानें खुली तो लोगों ने दैनिक उपयोग की वस्तुओं और रसोई के राशन के बंदोबस्त की चिंता से लोग घरों से बाहर निकल आए।और सब्जी, किराने के सामान खरीदने के लिए लोगों की भीड़ देखने को मिली। वही कुछ लोगों से सुनने को मिला कि जो घरेलू सामान लेना है वह ले लो कोरोना वायरस की उम्र 21 दिन है पता नहीं कि यह समस्याऔर कितने दिन बढ़ सकती है।
कोरोना वायरस का धार्मिक स्थलो पर ग्रहण, कपाट रहे बंद
कोरोना वायरस के संक्रमण का असर अब धार्मिक स्थलों पर भी देखने को मिल रहा है। जहां नवरात्रि पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है वही कोरोना संक्रमण के चलते सभी धार्मिक स्थलों के कपाट बंद रहे। कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए नवरात्र पर्व पर मंदिरों में लोगों की भीड़ जुटने की संभावना को देखते हुए मंदिरों के कपाट बंद कर दिए गए। जिसके चलते लोगों ने आस्था व श्रद्धा के साथ घरों में ही पूजा-अर्चना की। और देवी श्रद्धालुओं ने कोरोना संक्रमण से निजात पाने के लिए प्रार्थना की।
दैनिक उपयोग की वस्तुओं की खरीदारी के लिए उमड़ी भीड़
कोरोना संक्रमण के चलते लॉक डाउन की दो घंटे की ढिलाई की स्थिति में जब सांय 5:00 बजे के बाद दुकानें खुली तो लोगों ने दैनिक उपयोग की वस्तुओं और रसोई के राशन के बंदोबस्त की चिंता से लोग घरों से बाहर निकल आए।और सब्जी, किराने के सामान खरीदने के लिए लोगों की भीड़ देखने को मिली। वही कुछ लोगों से सुनने को मिला कि जो घरेलू सामान लेना है वह ले लो कोरोना वायरस की उम्र 21 दिन है पता नहीं कि यह समस्याऔर कितने दिन बढ़ सकती है।
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