कल्याण। एम हुसेन । महाराष्ट्र के शीर्षस्थ हिन्दीभाषी नेता, पूर्व सांसद व राज्य मंत्री श्री रमेश दुबे ने पूर्वांचल के विकास के लिए हिंदीभाषी समाज की एकजुटता का आह्वान किया है। पं. राम सकल तिवारी हाई स्कूल , टिटवाला में मंगलवार, ३१ दिसम्बर को आयोजित पूर्वांचल विकास विकास चर्चा सत्र में उन्होंने कहा कि गांवों से लोगों का विस्थापन हो रहा है, इस परिस्थिति को रोका जाना चाहिए। उन्होंने इस बात को लेकर गहरा दुःख जताया कि पूर्वांचल में जिन उद्योगों-उद्यमों की स्थापना हुई थी, वह भी अनुकूल परिस्थितियां न होने से बंद हैं।
उक्त अवसर पर चर्चा सत्र की अध्यक्षता कर रहे महाराष्ट्र के पूर्व नगर विकास मंत्री चंद्रकांत त्रिपाठी ने कहा कि पूर्वांचल बहुत लम्बे समय से उपेक्षा का शिकार है। प्रवास और प्रव्रजन की जिंदगी जी रहा है, इस क्षेत्र में स्वरोजगार और स्वावलम्बन को बढ़ावा दिया जाए, और उसे लोगों के रोजमर्रा के जीवन में उतारा जाये तो पूर्वांचल आर्थिक विकास की दिशा में सारे देश की अगुवाई कर सकता है।
इस अवसर पर बोलते हुए शिक्षाविद डॉ. दौलत सिंह पालीवाल ने कहा कि अपने घर-गांव की समुन्नति के लिए हम लोग जो काम कर रहे हैं, उसे बढ़ाने और हो सके तो एक सूत्र में बांधने की जरूरत है।
चर्चा सत्र का आयोजन राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के महासचिव और जाने-माने हिंदीभाषी नेता पारसनाथ तिवारी ने किया था। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि पूर्वांचल में आधारभूत संरचनाएं बढ़ी हैं। वहां आर्थिक औद्योगिक निवेश बढ़ाने का यह सही समय है। समय विकास और बढ़ाव के लिए पूर्वांचल के लोगों का आह्वान कर रहा है।
चर्चा सत्र ५-६-७-८-९ मार्च, २०२० को जौनपुर-जफराबाद में पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित किये जा रहे पूर्वांचल विकास शिखर सम्मेलन की तैयारियों के सिलसिले में बुलाया गया था। संस्था के सचिव पत्रकार श्री ओम प्रकाश ने सम्मेलन की रूपरेखा बताते हुए कहा, कि जौनपुर में भगवती तारा, मनसा और नागमाता जरत्कारु की पुनर्प्रतिष्ठा देश के सांस्कृतिक विकास में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी। इस संबंध में उन्होंने नाग सर्किट बनाने और जफराबाद के मनैछा किले क्ले जीर्णोद्धार की भी मांग उठाई।
चर्चा सत्र को अपना दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सिंह पटेल, दयाशंकर त्रिपाठी, जय प्रकाश मिश्र मिलिंद, प्रकाश मूथा, अधिवक्ता आर बी गुप्ता, रमानाथ तिवारी, सदानंद तिवारी, देवेंद्र तिवारी जैसे जाने-माने लोगों ने सम्बोधित किया। चर्चा सत्र को जनसत्ता के संपादक रहे देश के जाने-माने पत्रकार-संपादक प्रभाष जोशी के भाई गोपाल जोशी ने भी सम्बोधित किया।
उक्त सभा का संचालन हिंदी समाज के प्रखर लेखक-विचारक ओम प्रकाश पांडे नमन ने किया।
चर्चा सत्र में गंगा शरण सिंह ने कवि कुंवर नारायण के प्रबंध काव्य आत्मजयी के कुछ अंशों का पाठ किया। सभा में देश के जाने-माने नाट्यकर्मी श्री संदीपन विमलकां नागर को बहुत भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई । देश के जाने-माने साहित्यकार पं. अमृतलाल नागर के नाती संदीपन पूर्वांचल विकास शिखर सम्मेलन के मुख्य आयोजकों में से एक थे।
उक्त अवसर पर चर्चा सत्र की अध्यक्षता कर रहे महाराष्ट्र के पूर्व नगर विकास मंत्री चंद्रकांत त्रिपाठी ने कहा कि पूर्वांचल बहुत लम्बे समय से उपेक्षा का शिकार है। प्रवास और प्रव्रजन की जिंदगी जी रहा है, इस क्षेत्र में स्वरोजगार और स्वावलम्बन को बढ़ावा दिया जाए, और उसे लोगों के रोजमर्रा के जीवन में उतारा जाये तो पूर्वांचल आर्थिक विकास की दिशा में सारे देश की अगुवाई कर सकता है।
इस अवसर पर बोलते हुए शिक्षाविद डॉ. दौलत सिंह पालीवाल ने कहा कि अपने घर-गांव की समुन्नति के लिए हम लोग जो काम कर रहे हैं, उसे बढ़ाने और हो सके तो एक सूत्र में बांधने की जरूरत है।
चर्चा सत्र का आयोजन राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के महासचिव और जाने-माने हिंदीभाषी नेता पारसनाथ तिवारी ने किया था। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि पूर्वांचल में आधारभूत संरचनाएं बढ़ी हैं। वहां आर्थिक औद्योगिक निवेश बढ़ाने का यह सही समय है। समय विकास और बढ़ाव के लिए पूर्वांचल के लोगों का आह्वान कर रहा है।
चर्चा सत्र ५-६-७-८-९ मार्च, २०२० को जौनपुर-जफराबाद में पूर्वांचल विकास प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित किये जा रहे पूर्वांचल विकास शिखर सम्मेलन की तैयारियों के सिलसिले में बुलाया गया था। संस्था के सचिव पत्रकार श्री ओम प्रकाश ने सम्मेलन की रूपरेखा बताते हुए कहा, कि जौनपुर में भगवती तारा, मनसा और नागमाता जरत्कारु की पुनर्प्रतिष्ठा देश के सांस्कृतिक विकास में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी। इस संबंध में उन्होंने नाग सर्किट बनाने और जफराबाद के मनैछा किले क्ले जीर्णोद्धार की भी मांग उठाई।
चर्चा सत्र को अपना दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश सिंह पटेल, दयाशंकर त्रिपाठी, जय प्रकाश मिश्र मिलिंद, प्रकाश मूथा, अधिवक्ता आर बी गुप्ता, रमानाथ तिवारी, सदानंद तिवारी, देवेंद्र तिवारी जैसे जाने-माने लोगों ने सम्बोधित किया। चर्चा सत्र को जनसत्ता के संपादक रहे देश के जाने-माने पत्रकार-संपादक प्रभाष जोशी के भाई गोपाल जोशी ने भी सम्बोधित किया।
उक्त सभा का संचालन हिंदी समाज के प्रखर लेखक-विचारक ओम प्रकाश पांडे नमन ने किया।
चर्चा सत्र में गंगा शरण सिंह ने कवि कुंवर नारायण के प्रबंध काव्य आत्मजयी के कुछ अंशों का पाठ किया। सभा में देश के जाने-माने नाट्यकर्मी श्री संदीपन विमलकां नागर को बहुत भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई । देश के जाने-माने साहित्यकार पं. अमृतलाल नागर के नाती संदीपन पूर्वांचल विकास शिखर सम्मेलन के मुख्य आयोजकों में से एक थे।
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