भिवंडी ।एम हुसेन। भिवंडी के कामतघर क्षेत्र में जूनीताड़ाली-ठाकरापाड़ा रोड पाइप लाइन स्थित स्वामी श्री गंभीरानंद आश्रम की मैत्रीय महिला परिषद द्वारा रविवार को महिला जागृति सम्मेलन कार्यक्रम के तहत महिला सत्प्रेरणा दिवस का आयोजन किया गया आ।जिसमें महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिये मुख्य अतिथि के रूप में बीएनएन कॉलेज की वाइस प्रिंसीपल डॉ. सुवर्णा रावल, पशुप्रेमी दीप्ती देशमुख एवं ठाणे जिला मजदूर फेडरेशन की उपाध्यक्ष नलिनी चौधरी विशेष रूप से उपस्थित थीं ।
उक्त अवसर पर आश्रम में विशेष योगदान देने वाली निशा पांडेय,रेनू सिंह,उषा झा,रंजू यादव,रूना सिंह,कल्पना म्हात्रे,हेमांगी चौधरी,सरोजा गुप्ता, शांति देवी,नागलक्ष्मी आडम,डॉ. लावण्या, सूचि स्मिता,अमृता यादव एवं दीपमाला विश्वकर्मा सहित 14 महिलाओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया गया।
महिला स्प्रेणा दिवस समारोह का शुभारंभ रविवार की सुबह आठ बजे राधेश्याम गुप्ता,रवि तिवारी,विनोद मिश्रा, विजय प्रसाद,वीरेंद्र सरोज, श्यामजी गुप्ता,विनोद सरोज,अजय सरोज एवं आलोक तिवारी सहित अन्य भक्तों द्वारा सुंदरकांड का सामूहिक पाठ करके किया गया। इसके बाद 11 से 12 बजे तक डॉ. प्रभाकर विश्वकर्मा, दीपमाला विश्कर्मा,अमित तिवारी,प्रेमचंद जैसवार,अमीषा झा एवं अनीशा झा द्वारा मंगलमय भजन एवं कीर्तन प्रस्तुत किया गया।
दीपमाला विश्वकर्मा ने आश्रम की गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि प.पू. स्वामी श्री गंभीरानंद आश्रम के नियमित कार्यक्रम के अलावा इसी प्रकार से गीता जयंती से दत्तजयंती तक वार्षिकोत्सव,गुरु-शिष्य की परंपरा के तहत गुरु पूर्णिमा,श्रीकृष्ण जन्माष्टमी,अन्नकूट,राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस,बच्चों के विकास के लिये ग्रीष्मकालीन एवं दिवाली के समय शिविर,नागरिकों के स्वास्थ्य के लिये निःशुल्क चिकित्सा शिविर,आश्रम का साप्ताहिक कार्यक्रम,मां भारती विद्यामंदिर के माध्यम से गरीब एवं जरूरत मंद छात्रों को शिक्षित करना,महिला मैत्रीय परिषद की महिलाओं द्वारा प्रत्येक शनिवार को घर-घर जाकर महिलाओं को जागृत करना एवं महिलाओं को स्वरोजगार अवसर उपलब्ध कराने के लिये महिला उद्योग केंद्र चलाना जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। महिलाओं में मानसिक,शारीरिक एवं आध्यात्मिक शक्तियों की वृद्धि के लिये विभिन्न कार्यक्रम किये जाते हैं।
महिला उत्साह वर्धन प्रदर्शन के बाद मुख्य अतिथि बीएनएन कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल डॉ. सुवर्णा रावल, पशुप्रेमी दीप्ती देशमुख एवं ठाणे जिला मजदूर फेडरेशन की उपाध्यक्ष नलिनी चौधरी ने नारी सशक्तिकरण पर विशेष बल देते हुये कहा कि जहां नारियों का सम्मान होता है वहां स्वर्ग होता है। कार्यक्रम में आई महिलाओं को आशीर्वचन देते हुये ब्रह्मचारी प्रेमस्वरूप चैतन्य जी महाराज ने कहा कि भारत की महिलायें चरित्र का निर्माण करती हैं। मां ही पहली गुरु होती है ,यदि मां संस्कारी नहीं होगी तो बच्चा संस्कारी नहीं होगा,समाज की उन्नति एवं विकास के लिये महिलाओं को संस्कारी होना चाहिये और उनका सम्मान किया जाना चाहिये। कार्यक्रम को सफल बनाने में ब्रह्मचारिणी चित्तरूपा,श्रद्धा,भारती माता जी,ब्रह्मचारी शरणागतजी , श्रीनिवास कोंगारी,विनोद मिश्रा,डॉ.अल्पेश रावल,दिनेश सिंह,राम अजय सिंह,रवि विटला,महेश आकुबत्तीनी सहित अन्य सेवाधारियों ने विशेष परिश्रम किया। कार्यक्रम का सफल संचालन एवं आभार प्रदर्शन दीपमाला विश्वकर्मा ने किया। प्रवचन एवं आरती के बाद भोजन प्रसाद का आयोजन किया गया था जिसका सभी लोगों ने लाभ उठाया ।
उक्त अवसर पर आश्रम में विशेष योगदान देने वाली निशा पांडेय,रेनू सिंह,उषा झा,रंजू यादव,रूना सिंह,कल्पना म्हात्रे,हेमांगी चौधरी,सरोजा गुप्ता, शांति देवी,नागलक्ष्मी आडम,डॉ. लावण्या, सूचि स्मिता,अमृता यादव एवं दीपमाला विश्वकर्मा सहित 14 महिलाओं को अतिथियों द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया गया।
महिला स्प्रेणा दिवस समारोह का शुभारंभ रविवार की सुबह आठ बजे राधेश्याम गुप्ता,रवि तिवारी,विनोद मिश्रा, विजय प्रसाद,वीरेंद्र सरोज, श्यामजी गुप्ता,विनोद सरोज,अजय सरोज एवं आलोक तिवारी सहित अन्य भक्तों द्वारा सुंदरकांड का सामूहिक पाठ करके किया गया। इसके बाद 11 से 12 बजे तक डॉ. प्रभाकर विश्वकर्मा, दीपमाला विश्कर्मा,अमित तिवारी,प्रेमचंद जैसवार,अमीषा झा एवं अनीशा झा द्वारा मंगलमय भजन एवं कीर्तन प्रस्तुत किया गया।
दीपमाला विश्वकर्मा ने आश्रम की गतिविधियों के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि प.पू. स्वामी श्री गंभीरानंद आश्रम के नियमित कार्यक्रम के अलावा इसी प्रकार से गीता जयंती से दत्तजयंती तक वार्षिकोत्सव,गुरु-शिष्य की परंपरा के तहत गुरु पूर्णिमा,श्रीकृष्ण जन्माष्टमी,अन्नकूट,राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस एवं स्वतंत्रता दिवस,बच्चों के विकास के लिये ग्रीष्मकालीन एवं दिवाली के समय शिविर,नागरिकों के स्वास्थ्य के लिये निःशुल्क चिकित्सा शिविर,आश्रम का साप्ताहिक कार्यक्रम,मां भारती विद्यामंदिर के माध्यम से गरीब एवं जरूरत मंद छात्रों को शिक्षित करना,महिला मैत्रीय परिषद की महिलाओं द्वारा प्रत्येक शनिवार को घर-घर जाकर महिलाओं को जागृत करना एवं महिलाओं को स्वरोजगार अवसर उपलब्ध कराने के लिये महिला उद्योग केंद्र चलाना जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। महिलाओं में मानसिक,शारीरिक एवं आध्यात्मिक शक्तियों की वृद्धि के लिये विभिन्न कार्यक्रम किये जाते हैं।
महिला उत्साह वर्धन प्रदर्शन के बाद मुख्य अतिथि बीएनएन कॉलेज की वाइस प्रिंसिपल डॉ. सुवर्णा रावल, पशुप्रेमी दीप्ती देशमुख एवं ठाणे जिला मजदूर फेडरेशन की उपाध्यक्ष नलिनी चौधरी ने नारी सशक्तिकरण पर विशेष बल देते हुये कहा कि जहां नारियों का सम्मान होता है वहां स्वर्ग होता है। कार्यक्रम में आई महिलाओं को आशीर्वचन देते हुये ब्रह्मचारी प्रेमस्वरूप चैतन्य जी महाराज ने कहा कि भारत की महिलायें चरित्र का निर्माण करती हैं। मां ही पहली गुरु होती है ,यदि मां संस्कारी नहीं होगी तो बच्चा संस्कारी नहीं होगा,समाज की उन्नति एवं विकास के लिये महिलाओं को संस्कारी होना चाहिये और उनका सम्मान किया जाना चाहिये। कार्यक्रम को सफल बनाने में ब्रह्मचारिणी चित्तरूपा,श्रद्धा,भारती माता जी,ब्रह्मचारी शरणागतजी , श्रीनिवास कोंगारी,विनोद मिश्रा,डॉ.अल्पेश रावल,दिनेश सिंह,राम अजय सिंह,रवि विटला,महेश आकुबत्तीनी सहित अन्य सेवाधारियों ने विशेष परिश्रम किया। कार्यक्रम का सफल संचालन एवं आभार प्रदर्शन दीपमाला विश्वकर्मा ने किया। प्रवचन एवं आरती के बाद भोजन प्रसाद का आयोजन किया गया था जिसका सभी लोगों ने लाभ उठाया ।
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