भिवंडी। एम हुसेन । भिवंडी मनपा के महापौर चुनाव से पहले ही कांग्रेस पार्टी के 18 नगरसेवक फरार बताए जा रहे हैं ।जिसके लिये भिवंडी शहर कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष शोएब गुड्डू एवं मनपा में कांग्रेस के गटनेता हलीम अंसारी ने पुलिस उपायुक्त सहित संबंधित पुलिस स्टेशन के पत्र लिखकर उन्हें तलाशने का अनुरोध किया है ।
बतादें कि आज 5 दिसंबर 019 गुरूवार को भिवंडी मनपा के महापौर एवं उपमहापौर का चुनाव होने वाला है, महापौर एवं उपमहापौर के चुनाव में कांग्रेस के सभी 47 नगरसेवकों को समय से हाजिर रहने एवं कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने के लिये व्हिप भी जारी किया गया है ।कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं गटनेता द्वारा व्हिप की प्रति जहां सभी नगरसेवकों को दी गई है,वहीं कांग्रेस ने पहली बार व्हिप की प्रति मनपा मुख्यालय के नोटिस बोर्ड पर भी लगाया है।
लेकिन कांग्रेस द्वारा व्हिप जारी करने से पहले ही कांग्रेस के 18 नगरसेवक फरार हो गये थे । सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस वे सभी 18 नगरसेवक कोणार्क विकास अघाड़ी की उम्मीदवार प्रतिभा विलास पाटील के पक्ष में मतदान करने के लिये फरार हो गये हैं ।90 नगरसेवकों वाली भिवंडी मनपा में कांग्रेस के 47 नगरसेवक हैं, जबकि मनपा में बहुमत के लिये केवल 46 नगरसेवकों की ही जरूरत है। इसके बावजूद कांग्रेस ने कोई खतरा मोल लेने से पहले ही शिवसेना से गठबंधन कर लिया था । जिसके कारण शिवसेना के 12 नगरसेवक भी कांग्रेस के साथ हैं, लेकिन कांग्रेस के 18 नगरसेवकों के फरार हो जाने के कारण कांग्रेस पार्टी संकट में आ गई है ।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई किसी भी हाल में यह चुनाव हाथ से जाने देना नहीं चाहती है,जिसके कारण कांग्रेस द्वारा जारी व्हिप का विज्ञापन मराठी,उर्दू एवं अंग्रेजी अखबारों में दिया गया है। इसके अलावा जो नगरसेवक फरार हैं उनके घर पर भी व्हिप चस्पा करके उसका फोटो लिया गया है।कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शोएब गुड्डू एवं कांग्रेस के गटनेता हलीम अंसारी ने बताया कि गायब नगरसेवकों को काफी तलाश किया गया है लेकिन उनका कोई पता नहीं चल रहा है, उनके मोबाइल नंबर भी बंद बता रहे हैं ।नगरसेवकों का कोई पता नहीं चलने के कारण उनके गुमशुदगी की शिकायत पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे सहित संबंधित पुलिस स्टेशन से की गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस उपायुक्त से फरार नगरसेवकों को तलाशने का अनुरोध किया गया है ।
कांग्रेस के एक नगरसेवक ने बताया कि शिवसेना नगरसेवक भी नाराज थे ,जिसमें कई नगरसेवक कांग्रेस के लिये मतदान करने के पक्ष में नहीं थे ।लेकिन इसकी भनक ठाणे जिला के पालकमंत्री को लगते ही उन्होंने शिवसेना के सभी 12 नगरसेवकों को कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने के लिये निर्देश दिए हैं ।यह भी जानकारी मिली है कि शिवसेना नगरसेवकों को एक जुट रहने के लिये पालकमंत्री दो बार भिवंडी का दौरा कर चुके हैं। शिवसेना नगरसेवकों का आरोप है कि महापौर चुनाव में हमेशा कांग्रेस के नगरसेवक ही फरार होते हैं, शिवसेना नगरसेवक हमेशा अपनी जगह तटस्थ रहते हैं , कांग्रेस पार्टी को अपने नगरसेवकों को सुरक्षित साथ में रखना चाहिये ताकि किसी प्रकार की कोई गडबडी न हो ।
बतादें कि आज 5 दिसंबर 019 गुरूवार को भिवंडी मनपा के महापौर एवं उपमहापौर का चुनाव होने वाला है, महापौर एवं उपमहापौर के चुनाव में कांग्रेस के सभी 47 नगरसेवकों को समय से हाजिर रहने एवं कांग्रेस के अधिकृत उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने के लिये व्हिप भी जारी किया गया है ।कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं गटनेता द्वारा व्हिप की प्रति जहां सभी नगरसेवकों को दी गई है,वहीं कांग्रेस ने पहली बार व्हिप की प्रति मनपा मुख्यालय के नोटिस बोर्ड पर भी लगाया है।
लेकिन कांग्रेस द्वारा व्हिप जारी करने से पहले ही कांग्रेस के 18 नगरसेवक फरार हो गये थे । सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार कांग्रेस वे सभी 18 नगरसेवक कोणार्क विकास अघाड़ी की उम्मीदवार प्रतिभा विलास पाटील के पक्ष में मतदान करने के लिये फरार हो गये हैं ।90 नगरसेवकों वाली भिवंडी मनपा में कांग्रेस के 47 नगरसेवक हैं, जबकि मनपा में बहुमत के लिये केवल 46 नगरसेवकों की ही जरूरत है। इसके बावजूद कांग्रेस ने कोई खतरा मोल लेने से पहले ही शिवसेना से गठबंधन कर लिया था । जिसके कारण शिवसेना के 12 नगरसेवक भी कांग्रेस के साथ हैं, लेकिन कांग्रेस के 18 नगरसेवकों के फरार हो जाने के कारण कांग्रेस पार्टी संकट में आ गई है ।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई किसी भी हाल में यह चुनाव हाथ से जाने देना नहीं चाहती है,जिसके कारण कांग्रेस द्वारा जारी व्हिप का विज्ञापन मराठी,उर्दू एवं अंग्रेजी अखबारों में दिया गया है। इसके अलावा जो नगरसेवक फरार हैं उनके घर पर भी व्हिप चस्पा करके उसका फोटो लिया गया है।कांग्रेस के जिलाध्यक्ष शोएब गुड्डू एवं कांग्रेस के गटनेता हलीम अंसारी ने बताया कि गायब नगरसेवकों को काफी तलाश किया गया है लेकिन उनका कोई पता नहीं चल रहा है, उनके मोबाइल नंबर भी बंद बता रहे हैं ।नगरसेवकों का कोई पता नहीं चलने के कारण उनके गुमशुदगी की शिकायत पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे सहित संबंधित पुलिस स्टेशन से की गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस उपायुक्त से फरार नगरसेवकों को तलाशने का अनुरोध किया गया है ।
कांग्रेस के एक नगरसेवक ने बताया कि शिवसेना नगरसेवक भी नाराज थे ,जिसमें कई नगरसेवक कांग्रेस के लिये मतदान करने के पक्ष में नहीं थे ।लेकिन इसकी भनक ठाणे जिला के पालकमंत्री को लगते ही उन्होंने शिवसेना के सभी 12 नगरसेवकों को कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने के लिये निर्देश दिए हैं ।यह भी जानकारी मिली है कि शिवसेना नगरसेवकों को एक जुट रहने के लिये पालकमंत्री दो बार भिवंडी का दौरा कर चुके हैं। शिवसेना नगरसेवकों का आरोप है कि महापौर चुनाव में हमेशा कांग्रेस के नगरसेवक ही फरार होते हैं, शिवसेना नगरसेवक हमेशा अपनी जगह तटस्थ रहते हैं , कांग्रेस पार्टी को अपने नगरसेवकों को सुरक्षित साथ में रखना चाहिये ताकि किसी प्रकार की कोई गडबडी न हो ।
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