भिवंडी । एम हुसेन । भिवंडीरोड रेल्वे स्टेशन से सटे हुये खुली जगह पर बनाये गये झोपडों पर कार्रवाई करने का अभियान रेल्वे प्रशासन ने शुरू किया है ,परंतु बीते पूर्व पचास वर्षों से झोपडा निर्माण कर के रहने वाले रहिवासियों का प्रथम पुनर्वसन कराया जाये तथा उसके बाद यहां के नागरिकों का झोपडा निष्कासित किया जाये इस प्रकार की मांग ज्ञापन प्रस्तुत कर ठाणे जि.प.महिला व बाल कल्याण समिति की सभापती सपना राजेंद्र भोईर ने मुंबई स्थित मध्य रेल्वे के वरिष्ठ विभागीय अभियंता से की है ।
गौरतलब है कि भिवंडी तालुका के राहनाल ग्रामपंचात सीमांतर्गत अंजूरफाटा स्थित भिवंडी रोड रेल्वे स्टेशन से वसई - दिवा इस रेल्वे मार्ग से सटे लक्ष्मण नगर व सावित्रीबाई फुलेनगर इस प्रकार की ३०० झोपडा दो झोपडपट्टी बस्ती पूर्व ५० वर्षों से इस स्थान पर है । राज्य सहित देशभर में पेट भरने के लिए आने वाले परिवार इस स्थान पर प्लास्टिक अथवा पत्रे के शेड के आधार पर कच्चा घर निर्मित कर सपरिवार रहते हैं। इस बस्ती की जगह से नया रेल्वे मार्ग जाने वाला है इसलिये उक्त झोपड़ा पर रेल्वे प्रशासन ने बुलडोजर चला कर उसे तोड़ने का निर्णय लिया है।उक्त कार्रवाई के लिये स्थानिक झोपडपट्टी धारकों को रेल्वे प्रशासन द्वारा नोटिस जारी किया गया है ।रेल्वे प्रशासन द्वारा इस प्रकार की निष्कासन कार्रवाई करने से यहां के गोरगरीब परिवारों में भय का वातावरण व्याप्त है। इस कार्रवाई को टालते हुये स्थानिक रहिवासियों को राहत दी जाये इस प्रकार से नागरिकों ने इस कार्रवाई की जानकारी स्थानिक जि.प.सदस्या सपना भोईर को दी है ।जिसे गंभीरतापूर्वक संज्ञान में लेते हुए सपना भोईर एवं भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र भोईर ने स्थानिक रहिवासियों के शिष्टमंडल सहित मुंबई स्थित मध्य रेल्वे के मुख्य कार्यालय उत्तर पूर्व विभाग के वरिष्ठ विभागीय अभियंता डी.डी.लोलगे से भेंटवार्ता कर उनके समक्ष झोपडी धारकों के निवासी समस्याओं से अवगत कराया है।उक्त अवसर पर रहिवासियों का जब तक योग्य पुनर्वसन नहीं हो जाता तब तक यहां के झोपडों पर निष्कासन कार्रवाई न की जाये इस प्रकार की मांग निवेदन द्वारा की है। केंद्र व राज्य शासन दलित ,आदिवासी ,गोरगरीब नागरिकों को वनविभाग व सरकारी जमीन पर अतिक्रमण नियमानुकूल कर रही है ,परंतु अंजूरफाटा स्थित रेल्वे स्टेशन से सटे जगह पर मजदूरों के झोपडे जो लगभग ५० वर्षों से भी अधिक वर्षों से हैं । इसलिये यहां के मजदूरों को सपरिवार इन्हें शासन के नियम का आधार देकर यहां के रहिवासियों के झोपडों को न तोडेें अथवा तोडने पूर्व इनका योग्य प्रकार से पुनर्वसन करायें इस प्रकार की मांग सपना भोईर ने की है ।.
गौरतलब है कि भिवंडी तालुका के राहनाल ग्रामपंचात सीमांतर्गत अंजूरफाटा स्थित भिवंडी रोड रेल्वे स्टेशन से वसई - दिवा इस रेल्वे मार्ग से सटे लक्ष्मण नगर व सावित्रीबाई फुलेनगर इस प्रकार की ३०० झोपडा दो झोपडपट्टी बस्ती पूर्व ५० वर्षों से इस स्थान पर है । राज्य सहित देशभर में पेट भरने के लिए आने वाले परिवार इस स्थान पर प्लास्टिक अथवा पत्रे के शेड के आधार पर कच्चा घर निर्मित कर सपरिवार रहते हैं। इस बस्ती की जगह से नया रेल्वे मार्ग जाने वाला है इसलिये उक्त झोपड़ा पर रेल्वे प्रशासन ने बुलडोजर चला कर उसे तोड़ने का निर्णय लिया है।उक्त कार्रवाई के लिये स्थानिक झोपडपट्टी धारकों को रेल्वे प्रशासन द्वारा नोटिस जारी किया गया है ।रेल्वे प्रशासन द्वारा इस प्रकार की निष्कासन कार्रवाई करने से यहां के गोरगरीब परिवारों में भय का वातावरण व्याप्त है। इस कार्रवाई को टालते हुये स्थानिक रहिवासियों को राहत दी जाये इस प्रकार से नागरिकों ने इस कार्रवाई की जानकारी स्थानिक जि.प.सदस्या सपना भोईर को दी है ।जिसे गंभीरतापूर्वक संज्ञान में लेते हुए सपना भोईर एवं भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र भोईर ने स्थानिक रहिवासियों के शिष्टमंडल सहित मुंबई स्थित मध्य रेल्वे के मुख्य कार्यालय उत्तर पूर्व विभाग के वरिष्ठ विभागीय अभियंता डी.डी.लोलगे से भेंटवार्ता कर उनके समक्ष झोपडी धारकों के निवासी समस्याओं से अवगत कराया है।उक्त अवसर पर रहिवासियों का जब तक योग्य पुनर्वसन नहीं हो जाता तब तक यहां के झोपडों पर निष्कासन कार्रवाई न की जाये इस प्रकार की मांग निवेदन द्वारा की है। केंद्र व राज्य शासन दलित ,आदिवासी ,गोरगरीब नागरिकों को वनविभाग व सरकारी जमीन पर अतिक्रमण नियमानुकूल कर रही है ,परंतु अंजूरफाटा स्थित रेल्वे स्टेशन से सटे जगह पर मजदूरों के झोपडे जो लगभग ५० वर्षों से भी अधिक वर्षों से हैं । इसलिये यहां के मजदूरों को सपरिवार इन्हें शासन के नियम का आधार देकर यहां के रहिवासियों के झोपडों को न तोडेें अथवा तोडने पूर्व इनका योग्य प्रकार से पुनर्वसन करायें इस प्रकार की मांग सपना भोईर ने की है ।.
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