भिवंडी। एम हुसेन ।स्वामी श्री गंभीरानंद नवनिर्माण ट्रस्ट द्वारा शहर के कामतघर के पाइप लाइन, ठाकरापाड़ा रोड स्थित भगवान श्री वेदव्यास सिद्धपीठ के दिव्य परिसर में 12 जुलाई शुक्रवार से 16 जुलाई मंगलवार तक प.पू. स्वामी श्री गंभीरानंद सरस्वतीजी महाराज के संरक्षण में पंच दिवसीय गुरुपूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया गया है। जिसमें गुरुमंत्र दीक्षा संस्कार के साथ आरती,जप,ध्यान,योगासन,नित्य हवनात्मक यज्ञ,श्री भगवान व्यास का अभिषेक एवं स्वामी जी महाराज द्वारा गुरु गीता पर प्रवचन दिया जाएगा।
उक्त कार्यक्रम के मुख्य संयोजक ब्रह्मचारी श्री प्रेमस्वरूप चैतन्यजी महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय संस्कृति में गुरुओं के कलश रूप सद्गुरु का सदैव पूजन किया गया है। गुरु विश्व की अनंतता का और सृष्टि के ज्ञान का दर्शन कराते हैं, परंतु सद्गुरु जीवन की कला सिखाते हैं और ईश्वराभिमुख बनाते हैं, अध्यात्म विद्या के दर्शन कराने वाले सद्गुरु हैं। जीवन को सुंदर,निर्दोष एवं पवित्र बनाकर,हमारा हाथ पकड़कर प्रभु चरणों में ले जाने वाले सद्गुरु ही हैं। गुरु पूर्णिमा के दिन ऐसे सद्गुरु की पूजा जरूर करनी चाहिए, जिसके लिये प्रातः स्मरणीय प.पू. सदगुरुदेव स्वामी श्री गंभीरानंद सरस्वतीजी महाराज की असीम कृपा तथा प्रेरणा से भगवान श्री वेदव्यास सिद्धपीठ में पूर्ण विधि-विधान तथा हर्षोल्लास के साथ एकादश व्यास पूर्णिमा महोत्स्व का आयोजन किया गया है।
पंच दिवसीय गुरुपूर्णिमा महोत्सव के अवसर पर 12 जुलाई शुक्रवार आषाढ़ी एकादशी को प्रातः पांच से नौ बजे आरती,जप,ध्यान,योगासन,नित्य हवनात्मक यज्ञ एवं स्वामीजी महाराज द्वारा गुरुगीता पर प्रवचन दिया जाएगा और सायं पांच से सात बजे विष्णु सहस्त्र नाम से सामूहिक यज्ञ,पूजा अर्चना,सात बजे से आठ बजे तक मंगलमय भजन कीर्तन तथा नौ बजे तक संत महात्माओं का प्रवचन एवं नौ बजे सार्वजनिक भंडारा का आयोजन किया गया है। इसी प्रकार 13 जुलाई शनिवार को सायं पांच बजे से आठ बजे तक मैत्रीय महिला परिषद द्वारा श्री हनुमान चालीसा एवं सुंदरकांड का पाठ,आठ बजे से नौ बजे तक गुरुगीता प्रवचन एवं आरती और नौ बजे से महाप्रसाद। 14 जुलाई रविवार को सायं चार बजे से छह बजे तक साधक संध्या कार्यक्रम के तहत जपयोग,ध्यान एवं समूह आलोचना,छह से आठ बजे तक आरती,शिव महिमा एवं मंगलमय भजन कीर्तन,आठ बजे से नौ बजे तक गुरूगीता प्रवचन एवं आरती और नौ बजे से महाप्रसाद। 15 जुलाई सोमवार को सायं पांच बजे से सात बजे तक महिला मंडल द्वारा शिवचर्चा,सात बजे से आठ बजे तक मंगलमय भजन कीर्तन,आठ बजे से नौ बजे तक गुरुगीता प्रवचन एवं आरती और नौ बजे से महाप्रसाद। 16 जुलाई मंगलवार को गुरुपूर्णिमा के अवसर पर विशेष कार्यक्रम के तहत प्रातः पांच बजे से आठ बजे तक गुरुमंत्र दीक्षा कार्यक्रम,आठ बजे से 10 बजे तक सामूहिक गुरुपाद पूजा, 10 बजे से प.पू. स्वामी श्री चिदानंद सरस्वतीजी महाराज की जीवनी पर आधारित प्रदर्शनी का स्वामीजी महराज द्वारा उदघाटन,सायं पांच से छह बजे तक श्री गुरुगीता हवनात्मक सामूहिक यज्ञ,छह से सात बजे तक श्री व्यास भगवान का अभिषेक,सामूहिक पूजन एवं स्तुति, सात से आठ बजे तक मंगलमय गुरुभक्ति भजन, आठ बजे से नौ बजे तक प.पू. स्वामी श्री गंभीरानंद सरस्वतीजी महराज द्वारा प्रवचन एवं आरती के बाद नौ बजे से सार्वजनिक भंडारा प्रसाद का कार्यक्रम रखा गया है। सामूहिक यज्ञ एवं पूजन में बैठने के इच्छुक भक्तों को पहले आश्रम द्वारा कूपन लेना आवश्यक है, ताकि उनके लिए व्यवस्था किया जा सके। ब्रह्मचारी श्री प्रेमस्वरूप चैतन्यजी ने समस्त श्रद्धालुओं एवं गुरुभक्तों से इस पावन अवसर पर श्री गुरु चरणों में भक्ति समर्पित करके अपना जीवन धन्य करने का अनुरोध किया है।
उक्त कार्यक्रम के मुख्य संयोजक ब्रह्मचारी श्री प्रेमस्वरूप चैतन्यजी महाराज ने जानकारी देते हुए बताया कि भारतीय संस्कृति में गुरुओं के कलश रूप सद्गुरु का सदैव पूजन किया गया है। गुरु विश्व की अनंतता का और सृष्टि के ज्ञान का दर्शन कराते हैं, परंतु सद्गुरु जीवन की कला सिखाते हैं और ईश्वराभिमुख बनाते हैं, अध्यात्म विद्या के दर्शन कराने वाले सद्गुरु हैं। जीवन को सुंदर,निर्दोष एवं पवित्र बनाकर,हमारा हाथ पकड़कर प्रभु चरणों में ले जाने वाले सद्गुरु ही हैं। गुरु पूर्णिमा के दिन ऐसे सद्गुरु की पूजा जरूर करनी चाहिए, जिसके लिये प्रातः स्मरणीय प.पू. सदगुरुदेव स्वामी श्री गंभीरानंद सरस्वतीजी महाराज की असीम कृपा तथा प्रेरणा से भगवान श्री वेदव्यास सिद्धपीठ में पूर्ण विधि-विधान तथा हर्षोल्लास के साथ एकादश व्यास पूर्णिमा महोत्स्व का आयोजन किया गया है।
पंच दिवसीय गुरुपूर्णिमा महोत्सव के अवसर पर 12 जुलाई शुक्रवार आषाढ़ी एकादशी को प्रातः पांच से नौ बजे आरती,जप,ध्यान,योगासन,नित्य हवनात्मक यज्ञ एवं स्वामीजी महाराज द्वारा गुरुगीता पर प्रवचन दिया जाएगा और सायं पांच से सात बजे विष्णु सहस्त्र नाम से सामूहिक यज्ञ,पूजा अर्चना,सात बजे से आठ बजे तक मंगलमय भजन कीर्तन तथा नौ बजे तक संत महात्माओं का प्रवचन एवं नौ बजे सार्वजनिक भंडारा का आयोजन किया गया है। इसी प्रकार 13 जुलाई शनिवार को सायं पांच बजे से आठ बजे तक मैत्रीय महिला परिषद द्वारा श्री हनुमान चालीसा एवं सुंदरकांड का पाठ,आठ बजे से नौ बजे तक गुरुगीता प्रवचन एवं आरती और नौ बजे से महाप्रसाद। 14 जुलाई रविवार को सायं चार बजे से छह बजे तक साधक संध्या कार्यक्रम के तहत जपयोग,ध्यान एवं समूह आलोचना,छह से आठ बजे तक आरती,शिव महिमा एवं मंगलमय भजन कीर्तन,आठ बजे से नौ बजे तक गुरूगीता प्रवचन एवं आरती और नौ बजे से महाप्रसाद। 15 जुलाई सोमवार को सायं पांच बजे से सात बजे तक महिला मंडल द्वारा शिवचर्चा,सात बजे से आठ बजे तक मंगलमय भजन कीर्तन,आठ बजे से नौ बजे तक गुरुगीता प्रवचन एवं आरती और नौ बजे से महाप्रसाद। 16 जुलाई मंगलवार को गुरुपूर्णिमा के अवसर पर विशेष कार्यक्रम के तहत प्रातः पांच बजे से आठ बजे तक गुरुमंत्र दीक्षा कार्यक्रम,आठ बजे से 10 बजे तक सामूहिक गुरुपाद पूजा, 10 बजे से प.पू. स्वामी श्री चिदानंद सरस्वतीजी महाराज की जीवनी पर आधारित प्रदर्शनी का स्वामीजी महराज द्वारा उदघाटन,सायं पांच से छह बजे तक श्री गुरुगीता हवनात्मक सामूहिक यज्ञ,छह से सात बजे तक श्री व्यास भगवान का अभिषेक,सामूहिक पूजन एवं स्तुति, सात से आठ बजे तक मंगलमय गुरुभक्ति भजन, आठ बजे से नौ बजे तक प.पू. स्वामी श्री गंभीरानंद सरस्वतीजी महराज द्वारा प्रवचन एवं आरती के बाद नौ बजे से सार्वजनिक भंडारा प्रसाद का कार्यक्रम रखा गया है। सामूहिक यज्ञ एवं पूजन में बैठने के इच्छुक भक्तों को पहले आश्रम द्वारा कूपन लेना आवश्यक है, ताकि उनके लिए व्यवस्था किया जा सके। ब्रह्मचारी श्री प्रेमस्वरूप चैतन्यजी ने समस्त श्रद्धालुओं एवं गुरुभक्तों से इस पावन अवसर पर श्री गुरु चरणों में भक्ति समर्पित करके अपना जीवन धन्य करने का अनुरोध किया है।
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