ज्ञात हो कि श्री भैरव सेवा समिति द्वारा पूर्व लगभग 30 वर्षों से भिवंडी में श्री भैरव चैरिटेबल आई हॉस्पिटल द्वारा आंखो की जांच की जा रही है, जिसके लिए हॉस्पिटल में दोनों समय के लिए आंखो के विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनात किया गया है। प्रत्येक बुधवार को रेटिना विशेषज्ञ एवं तीन सहायक चिकित्सकों सहित 15 अन्य कर्मचारियों को मरीजों की सेवा के लिए तैनात किया गया है। संस्था के पदाधिकारी अनिल जैन ने बताया कि हॉस्पिटल में प्रत्येक वर्ष बड़े पैमाने पर मोतिया बिंद का ऑपरेशन भी किया जाता है जिसके तहत पूर्व वर्ष तक जहां दो हजार लोगों का निःशुल्क ऑपरेशन किया गया है वहीं ओपीडी में लगभग 30 हजार मरीजों के आंख की जांच की गई है। भिवंडी शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में आंख के मरीज आते हैं, जिनमें मोतिया बिंद एवं उनके आंख के पर्दे रेटिना से संबंधित परेशानियां पाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि जिन्हें ध्यान में रखते हुए हॉस्पिटल में रेटिना की जांच के लिए ग्रीन लेजर,पर्दे पर जमा रक्त (क्लॉडिंग) निकालने के लिए ऑसिटी मशीन,ऑप्टिकल बायोमेट्री आदि अत्याधुनिक मशीनें मंगाई गई हैं जिसका लाभ निश्चित रूप से सामान्य नागरिकों को मिलेगा।
जैन धर्मगुरु आचार्य श्री विज्ञानप्रभु सुरीश्वरजी के शुभहस्तों श्री भैरव चैरिटेबल आई हॉस्पिटल में रेटिना की जांच एवं सर्जरी का अत्याधुनिक मशीनों का उद्घाटन
ज्ञात हो कि श्री भैरव सेवा समिति द्वारा पूर्व लगभग 30 वर्षों से भिवंडी में श्री भैरव चैरिटेबल आई हॉस्पिटल द्वारा आंखो की जांच की जा रही है, जिसके लिए हॉस्पिटल में दोनों समय के लिए आंखो के विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनात किया गया है। प्रत्येक बुधवार को रेटिना विशेषज्ञ एवं तीन सहायक चिकित्सकों सहित 15 अन्य कर्मचारियों को मरीजों की सेवा के लिए तैनात किया गया है। संस्था के पदाधिकारी अनिल जैन ने बताया कि हॉस्पिटल में प्रत्येक वर्ष बड़े पैमाने पर मोतिया बिंद का ऑपरेशन भी किया जाता है जिसके तहत पूर्व वर्ष तक जहां दो हजार लोगों का निःशुल्क ऑपरेशन किया गया है वहीं ओपीडी में लगभग 30 हजार मरीजों के आंख की जांच की गई है। भिवंडी शहर सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में आंख के मरीज आते हैं, जिनमें मोतिया बिंद एवं उनके आंख के पर्दे रेटिना से संबंधित परेशानियां पाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि जिन्हें ध्यान में रखते हुए हॉस्पिटल में रेटिना की जांच के लिए ग्रीन लेजर,पर्दे पर जमा रक्त (क्लॉडिंग) निकालने के लिए ऑसिटी मशीन,ऑप्टिकल बायोमेट्री आदि अत्याधुनिक मशीनें मंगाई गई हैं जिसका लाभ निश्चित रूप से सामान्य नागरिकों को मिलेगा।
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