संवाददाता, भिवंडी ।केंद्र व राज्यय सरकार द्वारा अच्छी सुविधा के लिए रास्ते के काम को अधिक प्राधान्य दियाागया है इसलिए चारों ओर रास्तों का जाल निर्माण करने का काम जोरों से शुरु है।भाजपा , शिवसेना महागठबंधन सरकार ने विशेष अर्थसहाय उपलब्ध कर आदिवासी दुर्गम भागों के रास्तों की
सुविधाओं में नागरी जीवन सुधारने का प्रयत्न शुरु किया है।परंतु बांधकाम विभाग के अधिकारियों के भ्रष्ट कार्यभार के कारण उक्त योजना में बाधा डालने का मामला प्रकाश में आया है।भिवंडी तालुुका के कुडवीपाडा से उंबरखांड ,लाप ( बु. ) से खालींग व भुईशेत से पिंपलशेत इन तीन आदिवासी बस्ती के रास्ते को राज्य शासन ने प्रधानमंत्री ग्रामसडक योजना के माध्यम से मुख्यमंत्री ग्रामसडक योजना एडीबी - टीएचए -२ अंतर्गत लगभग ५ करोड रुपये खर्च करने की मंजुरी दी है।परंतु उक्त रास्ते के टेंडर में कार्यकारी अभियंता कार्यालय ने बडे पैमाने पर आर्थिक व्यवहार करके हितसंबंधी ठेकेदार को ठेका देने काम किया गया है, इसलिए इसकी जांच कर पुनः निविदा प्रसिद्ध किया जाए इस प्रकार की मांग भाजपा ठाणे जिला उपाध्यक्ष बालकृष्ण ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को ज्ञापन देकर किया है ।बालकृष्ण ठाकरे ने ज्ञापन में कहा है कि मंजूर रास्ते का ठेका के लिए योजना कार्यकारी अभियंता कार्यालय ने फरवरी - २०१९ में निविदा मांगी थी। उक्त अवसर पर इस काम के लिए एक निविदा प्राप्त हुई थी।परंतु इस निविदा को बांधकाम विभाग ने मुद्दत बढाकर न देते हुए पुनः मार्च २०१९ में निविदा निकाली। उक्त दो बांधकाम ठेकेदार संस्था ने काम का ठेका मिलने के लिए निविदा भररा था। दोनों ही संस्था ने अलग अलग दर से निविदा भरा था जिसमें एक एजेंसी ने १२ प्रतिशत तथा दूसरे ठेकेदार ने ४.६९ प्रतिशत कम दर से निविदा भरा हुआ था।इसलिए अधिक दर से भरलेल्या निविदाकारों को रास्ते का बांधकाम ठेका देना नियमित थी।परंतु मुख्यमंत्री ग्राम सडक योजना के कार्यकारी अभियंता कार्यालय ने अधिक दर से निविदा भरने वाली एजंसी को विवादित मानते हुए आर्थिक हित के लिए नजदीक के ठेकेदार को रास्ते केका लेने के लिए घाट लिया है। उक्त निर्णय नसार शासन का ४० लाख रुपये का नुकसान होने वाला है।उक्त निविदेन प्रक्रिया में बडे पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। इसलिए उक्त निविदा प्रक्रिया में उच्चस्तरीय जांच कर पुन निविदा निकाला जाए इस प्रकार की मांग भाजपपा ठाणे जिला उपाध्यक्ष बालकृष्ण ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के समक्ष ज्ञापन प्रस्तुत कर की है।
उक्त संदर्भ में तृप्ती नाग,कार्यकारी अभियंता,मुख्यमंत्री ग्रामसडक योजना ,ठाणे कार्यालय ने बताया कि भिवंडी तालुुका के कुडवीपाडा से उंबरखांड ,लाप ( बु. ) से खालींग व भुईशेत से पिंपलशेत इन तीनों आदिवासी नागरी बस्ती के रास्ते की मुख्यमंत्री ग्रामसडक योजना एडीबी - टीएचए -२ अंतर्गत मंजूरी मिली है।उक्त रास्ते के काम के लिए टेंडर प्रोसेस शुरु है। निविदा प्रक्रिया ऑनलाईन होने के पश्चात निविदा काम में अनियमितता होने का प्रश्नच ही नही है।
सुविधाओं में नागरी जीवन सुधारने का प्रयत्न शुरु किया है।परंतु बांधकाम विभाग के अधिकारियों के भ्रष्ट कार्यभार के कारण उक्त योजना में बाधा डालने का मामला प्रकाश में आया है।भिवंडी तालुुका के कुडवीपाडा से उंबरखांड ,लाप ( बु. ) से खालींग व भुईशेत से पिंपलशेत इन तीन आदिवासी बस्ती के रास्ते को राज्य शासन ने प्रधानमंत्री ग्रामसडक योजना के माध्यम से मुख्यमंत्री ग्रामसडक योजना एडीबी - टीएचए -२ अंतर्गत लगभग ५ करोड रुपये खर्च करने की मंजुरी दी है।परंतु उक्त रास्ते के टेंडर में कार्यकारी अभियंता कार्यालय ने बडे पैमाने पर आर्थिक व्यवहार करके हितसंबंधी ठेकेदार को ठेका देने काम किया गया है, इसलिए इसकी जांच कर पुनः निविदा प्रसिद्ध किया जाए इस प्रकार की मांग भाजपा ठाणे जिला उपाध्यक्ष बालकृष्ण ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को ज्ञापन देकर किया है ।बालकृष्ण ठाकरे ने ज्ञापन में कहा है कि मंजूर रास्ते का ठेका के लिए योजना कार्यकारी अभियंता कार्यालय ने फरवरी - २०१९ में निविदा मांगी थी। उक्त अवसर पर इस काम के लिए एक निविदा प्राप्त हुई थी।परंतु इस निविदा को बांधकाम विभाग ने मुद्दत बढाकर न देते हुए पुनः मार्च २०१९ में निविदा निकाली। उक्त दो बांधकाम ठेकेदार संस्था ने काम का ठेका मिलने के लिए निविदा भररा था। दोनों ही संस्था ने अलग अलग दर से निविदा भरा था जिसमें एक एजेंसी ने १२ प्रतिशत तथा दूसरे ठेकेदार ने ४.६९ प्रतिशत कम दर से निविदा भरा हुआ था।इसलिए अधिक दर से भरलेल्या निविदाकारों को रास्ते का बांधकाम ठेका देना नियमित थी।परंतु मुख्यमंत्री ग्राम सडक योजना के कार्यकारी अभियंता कार्यालय ने अधिक दर से निविदा भरने वाली एजंसी को विवादित मानते हुए आर्थिक हित के लिए नजदीक के ठेकेदार को रास्ते केका लेने के लिए घाट लिया है। उक्त निर्णय नसार शासन का ४० लाख रुपये का नुकसान होने वाला है।उक्त निविदेन प्रक्रिया में बडे पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। इसलिए उक्त निविदा प्रक्रिया में उच्चस्तरीय जांच कर पुन निविदा निकाला जाए इस प्रकार की मांग भाजपपा ठाणे जिला उपाध्यक्ष बालकृष्ण ठाकरे ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के समक्ष ज्ञापन प्रस्तुत कर की है।
उक्त संदर्भ में तृप्ती नाग,कार्यकारी अभियंता,मुख्यमंत्री ग्रामसडक योजना ,ठाणे कार्यालय ने बताया कि भिवंडी तालुुका के कुडवीपाडा से उंबरखांड ,लाप ( बु. ) से खालींग व भुईशेत से पिंपलशेत इन तीनों आदिवासी नागरी बस्ती के रास्ते की मुख्यमंत्री ग्रामसडक योजना एडीबी - टीएचए -२ अंतर्गत मंजूरी मिली है।उक्त रास्ते के काम के लिए टेंडर प्रोसेस शुरु है। निविदा प्रक्रिया ऑनलाईन होने के पश्चात निविदा काम में अनियमितता होने का प्रश्नच ही नही है।
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