उन्नाव हिन्दुस्तान की आवाज़ मोहित मिश्रा
क्षेत्र में हुई बरसात ने किसानों को संजीवनी प्रदान की है।काफी दिनों से बरसात की राह देख रहे किसानों के चेहरे खिल उठे।लम्बे समय से सूखे पड़े खेतों में बुआई की आस जगी है।खरीफ की फसल की बुआई बरसात न होने के कारण नही हो पा रही थी।धान मक्का मूंगफली उड़द मूंग तिल्ली आदि की फसलें लेट हो रही थी।गेंहू कटाई के बाद लगभग तीन माह से खेत खाली पड़े थे।किसानों का एक मात्र सहारा खेती किसानी ही है उसपर भी बरसात न होने से किसान चिंतित थे।बुधवार को दोपहर बाद शुरू हुई बरसात लगभग पूरे क्षेत्र में हुई।फतेहपुर चौरासी, ऊगू, तकिया, राजेपुर, हफीजा बाद, जाजामऊ, विजयखेड़ा आदि गाँव क्षेत्र में पहले बोई गई मक्का व धान की बेढ़ सूखने की कगार पर पहुँच गई थी जिसे इस बरसात ने संजीवनी प्रदान की है।किसान मोहित मिश्रा, अजय पजपति, बीरेंद्र यादव,रामशंकर सविता, छुन्नी, राधेश्याम, राजेश, देवेन्द्र आदि ने कहा काफी समय से खाली बैठे थे अब किसानी के काम में जुटना होगा।
क्षेत्र में हुई बरसात ने किसानों को संजीवनी प्रदान की है।काफी दिनों से बरसात की राह देख रहे किसानों के चेहरे खिल उठे।लम्बे समय से सूखे पड़े खेतों में बुआई की आस जगी है।खरीफ की फसल की बुआई बरसात न होने के कारण नही हो पा रही थी।धान मक्का मूंगफली उड़द मूंग तिल्ली आदि की फसलें लेट हो रही थी।गेंहू कटाई के बाद लगभग तीन माह से खेत खाली पड़े थे।किसानों का एक मात्र सहारा खेती किसानी ही है उसपर भी बरसात न होने से किसान चिंतित थे।बुधवार को दोपहर बाद शुरू हुई बरसात लगभग पूरे क्षेत्र में हुई।फतेहपुर चौरासी, ऊगू, तकिया, राजेपुर, हफीजा बाद, जाजामऊ, विजयखेड़ा आदि गाँव क्षेत्र में पहले बोई गई मक्का व धान की बेढ़ सूखने की कगार पर पहुँच गई थी जिसे इस बरसात ने संजीवनी प्रदान की है।किसान मोहित मिश्रा, अजय पजपति, बीरेंद्र यादव,रामशंकर सविता, छुन्नी, राधेश्याम, राजेश, देवेन्द्र आदि ने कहा काफी समय से खाली बैठे थे अब किसानी के काम में जुटना होगा।
Post a Comment
Blogger Facebook