-रोप-वे बनने से विंध्याचल आने वाले तीर्थयात्रियों को त्रिकोण परिक्रमा में पहाड़ों की चढ़ाई से मिली राहत
-नार्वे की कम्पनी देख रही है विंध्याचल में रोप-वे का निर्माण कार्य
मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी
मीरजापुर। सबकुछ ठीकठाक रहा तो विंख्यात मां विंध्यवासिनी धाम विंध्याचल में आगामी शारदीय नवरात्र में दर्शनार्थियों को अष्टभुजा की पहाड़ी पर रोप-वे की सुविधा मिल सकेगी। इससे जो लोग पहाड़ी सीढ़ी चढ़ने में असमर्थ होते हैं, उन्हें इसका लाभ मिलेगा। इस संबन्ध में स्थानीय नागरिकों के रोप-वे शीघ्र चलाने के सम्बंध में वार्तालाप के दौरान विंध्याचल मण्डल के आयुक्त मुरली मनोहर लाल ने रोप-वे का निर्माण करने वाली नार्वे की कम्पनी से सीधे बातचीत की तथा प्रगति की जानकारी ली। इस पर कम्पनी के भारत के मैनेजर रोहित गुप्ता से मण्डलायुक्त ने कहा कि निर्माण कार्य में तेजी एवं गुणवत्ता लायी जाए। उन्होंने कम्पनी से रोप-वे निर्माण की समय-सीमा तय करते हुए कहा कि विभिन्न अवसरों पर निरीक्षण के दौरान अपेक्षित प्रगति नहीं देखी गयी। जबकि स्थानीय नागरिकों एवं जन प्रतिनिधियों द्वारा इसके सम्बन्ध में बराबर मांग की जा रही है। मण्डलायुक्त को कम्पनी के मैनेजर ने आश्वस्त किया कि हर हालत में 30 सितम्बर 2018 तक रोप-वे पूर्ण रूप से निर्मित कर लिया जाएगा। इससे उम्मीद बन गयी है कि शारदीय नवरात्र के अवसर पर दर्शनार्थियों को अष्टभुजा देवी के दर्शन एवं पहाड़ी पर आने जाने में सहूलियतें मिलेंगी।
-नार्वे की कम्पनी देख रही है विंध्याचल में रोप-वे का निर्माण कार्य
मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी
मीरजापुर। सबकुछ ठीकठाक रहा तो विंख्यात मां विंध्यवासिनी धाम विंध्याचल में आगामी शारदीय नवरात्र में दर्शनार्थियों को अष्टभुजा की पहाड़ी पर रोप-वे की सुविधा मिल सकेगी। इससे जो लोग पहाड़ी सीढ़ी चढ़ने में असमर्थ होते हैं, उन्हें इसका लाभ मिलेगा। इस संबन्ध में स्थानीय नागरिकों के रोप-वे शीघ्र चलाने के सम्बंध में वार्तालाप के दौरान विंध्याचल मण्डल के आयुक्त मुरली मनोहर लाल ने रोप-वे का निर्माण करने वाली नार्वे की कम्पनी से सीधे बातचीत की तथा प्रगति की जानकारी ली। इस पर कम्पनी के भारत के मैनेजर रोहित गुप्ता से मण्डलायुक्त ने कहा कि निर्माण कार्य में तेजी एवं गुणवत्ता लायी जाए। उन्होंने कम्पनी से रोप-वे निर्माण की समय-सीमा तय करते हुए कहा कि विभिन्न अवसरों पर निरीक्षण के दौरान अपेक्षित प्रगति नहीं देखी गयी। जबकि स्थानीय नागरिकों एवं जन प्रतिनिधियों द्वारा इसके सम्बन्ध में बराबर मांग की जा रही है। मण्डलायुक्त को कम्पनी के मैनेजर ने आश्वस्त किया कि हर हालत में 30 सितम्बर 2018 तक रोप-वे पूर्ण रूप से निर्मित कर लिया जाएगा। इससे उम्मीद बन गयी है कि शारदीय नवरात्र के अवसर पर दर्शनार्थियों को अष्टभुजा देवी के दर्शन एवं पहाड़ी पर आने जाने में सहूलियतें मिलेंगी।
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