उन्नाव हिन्दुस्तानकीआवज़ मोहित मिश्रा
साधन सहकारी समिती हिलौली में तो राजिस्ट्रेशन के बाद भी गेंहू की तौल करा पाना बड़ा ही मुश्किल साबित हो रहा है। यहाँ के सचिव किसानों को कभी बोरी न होने लेबर न आने की बाते बताकर चलता कर देते है। जिससे किसान राजिस्ट्रेशन करवाकर भी साधन सहकारी समिति के चक्कर लगा रहे है। लेकिन उन किसानों की कोई सुनने वाला तक नहीं है। जब कोई किसान सचिव से खरीद के लिये कहता है। उसे टाल मटोल बताकर चलता कर देते है। गांव के किसान ओम प्रकाश का कहना है कि सचिव से जब भी तौल के लिये कहो तो बोरी नहीं है। इस लिये अभी कोई रील नहीं है। यह कहकर चलता कर देते है। ऐसे में किसान परेशान है।और महिनो से साधन सहकारी समिति के चक्कर काट रहे। लेकिन उसकी कोई सुनने वाला तक नहीं है। जब इस संबंध में सचिव को फ़ोन मिलाया गया तो बोरे न होने और ताकत लगाकर जिले से बोरे मंगवाने की बात कही।उसके बाद 15 जून को गेहूं लाने की बात कही।ऐसे में किसान परेशान है। और सरकारे नये नये दावे कर रही है।लेकिन जिसका असर हिलौली समिति पर नहीं आता है। जिससे सरकार के दावों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
साधन सहकारी समिती हिलौली में तो राजिस्ट्रेशन के बाद भी गेंहू की तौल करा पाना बड़ा ही मुश्किल साबित हो रहा है। यहाँ के सचिव किसानों को कभी बोरी न होने लेबर न आने की बाते बताकर चलता कर देते है। जिससे किसान राजिस्ट्रेशन करवाकर भी साधन सहकारी समिति के चक्कर लगा रहे है। लेकिन उन किसानों की कोई सुनने वाला तक नहीं है। जब कोई किसान सचिव से खरीद के लिये कहता है। उसे टाल मटोल बताकर चलता कर देते है। गांव के किसान ओम प्रकाश का कहना है कि सचिव से जब भी तौल के लिये कहो तो बोरी नहीं है। इस लिये अभी कोई रील नहीं है। यह कहकर चलता कर देते है। ऐसे में किसान परेशान है।और महिनो से साधन सहकारी समिति के चक्कर काट रहे। लेकिन उसकी कोई सुनने वाला तक नहीं है। जब इस संबंध में सचिव को फ़ोन मिलाया गया तो बोरे न होने और ताकत लगाकर जिले से बोरे मंगवाने की बात कही।उसके बाद 15 जून को गेहूं लाने की बात कही।ऐसे में किसान परेशान है। और सरकारे नये नये दावे कर रही है।लेकिन जिसका असर हिलौली समिति पर नहीं आता है। जिससे सरकार के दावों पर पानी फिरता नजर आ रहा है।
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