विधानसभा क्षेत्र लखनादौन के विधायक योगेन्द्र सिंह बाबा की माता जी एवं पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष व हिमाचल प्रदेश की पूर्व राज्यपाल श्रीमती उर्मिला सिंह का लम्बी बीमारी के बाद दुखःद निधन हो गया। वे विगत 28 दिसम्बर 2017 से ब्रेन हेमरेज एवं सांस की बीमारी से पीडित थी तब से उनका इलाज इंदौर के बाम्बे अस्पताल में चल रहा था। पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक श्रीमती सिंह का पार्थिव शरीर उनके गृहग्राम घूरवाडा लाया जायेगा जहां गुरूवार 31 मई को सुबह 11 बजे अंतिम संस्कार किया जायेगा।
उर्मिला सिंह के निधन की खबर सुनते ही ब्लॉक कोंग्रेस कमेटी घंसौर में शोक की लहर दौड़ पड़ी श्रीमती सिंह ने अपना राजनैतिक दौर घंसौर विधानसभा से शुरू कर घंसौर विधान सभा से लगातार 3 पंचवर्षीय विधायक रही परिणामस्वरूप मंत्री भी रही। जिनके कार्यकाल में घंसौर क्षेत्र को अनेक सौगाते मिली थी। घंसौर क्षेत्र की जनता में आज भी उनके लिए वही सम्मान है।श्रीमती सिंह 2003 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद वरिष्ठ कोंग्रेसी आदिवासी नेत्री के होने के नाते इनको हिमाचल प्रदेश की राज्यपाल चुना गया एवं पिछले विधानसभा चुनावों में उनके पुत्र योगेंद्र सिंह बाबा ने पुनः कोंग्रेस पार्टी की ओर से जीत दर्ज की जो लखनादौन घंसौर क्षेत्र से विधायक है। क्षेत्र में आज भी उर्मिल सिंह को लोग प्यार से बाई, दीदी ,बुआ कहकर संबोधित करते रहे हैं।जिनकी निधन की खबर सुनते ही समूचे क्षेत्र में शोक व्याप्त है।
उर्मिला सिंह के निधन की खबर सुनते ही ब्लॉक कोंग्रेस कमेटी घंसौर में शोक की लहर दौड़ पड़ी श्रीमती सिंह ने अपना राजनैतिक दौर घंसौर विधानसभा से शुरू कर घंसौर विधान सभा से लगातार 3 पंचवर्षीय विधायक रही परिणामस्वरूप मंत्री भी रही। जिनके कार्यकाल में घंसौर क्षेत्र को अनेक सौगाते मिली थी। घंसौर क्षेत्र की जनता में आज भी उनके लिए वही सम्मान है।श्रीमती सिंह 2003 के विधानसभा चुनाव में हार के बाद वरिष्ठ कोंग्रेसी आदिवासी नेत्री के होने के नाते इनको हिमाचल प्रदेश की राज्यपाल चुना गया एवं पिछले विधानसभा चुनावों में उनके पुत्र योगेंद्र सिंह बाबा ने पुनः कोंग्रेस पार्टी की ओर से जीत दर्ज की जो लखनादौन घंसौर क्षेत्र से विधायक है। क्षेत्र में आज भी उर्मिल सिंह को लोग प्यार से बाई, दीदी ,बुआ कहकर संबोधित करते रहे हैं।जिनकी निधन की खबर सुनते ही समूचे क्षेत्र में शोक व्याप्त है।
Post a Comment
Blogger Facebook