समास्तिपुर:- अनिश्चितकालीन हड़ताल ग्रामीण डाक सेवकों का मात्र एक मांग " जी डी एस कमिटी कमलेश चन्द्र की रिपोर्ट को लागू करना। इस रिपोर्ट के तहत मुख्य मांगें सातवें वेतन आयोग का लाभ देना,ग्रामीण डाक सेवकों को विभागीय कर्मचारी का दर्जा देना, पेंशन आदि विभिन्न मांगों को लेकर ग्रामीण डाक सेवकों के द्वारा शुरू किया गया हड़ताल आज पांचवे दिन भी अपने रुआब में दिखा। समस्तीपुर जिले क्षेत्र के सभी शाखा डाकघर में पिछले पाँच दिनों से लगातार ताले लटक रहें हैं, इस दौरान ग्रामीण डाक सेवकों ने समस्तीपुर जिले के प्रधान डाकघर के मुख्य द्वार पर केंद्र सरकार के विरोध में काफी देर तक नारेबाजी भी की। ज्ञात हो कि हड़ताल को कारगर व सफल बताते हुए अखिल भारतीय डाक ग्रामीण डाक सेवक संघ समस्तीपुर के सचिव राकेश कुमार ने बताया कि ग्रामीण डाकसेवकों के लिये काम के घंटे निर्धारित नहीं होते हैं। उन्होंने बताया कि समाज के बीच रहकर तत्काल हरेक घर को डाक पहुँचाने की जिम्मेदारी निभाने के कारण कई बार रविवार को भी दिनभर काम करना होता है। उन्होंने कहा कि सातवें वेतन लाभ की घोषणा होने के बावजूद आज तक ग्रामीण डाकसेवकों को इस लाभ से वंचित रखा गया है। जबकि अधिकारियों को नियमित व मोटा वेतन पाने वालों को वर्षों पहले इसका लाभ दिया जा चुका हैं। सचिव ने कहा कि संघ के द्वारा लगातार स्मरण दिलाने के बाद भी हमें इस लाभ से वंचित रखा जा रहा है। अंत में उन्होने बताया कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक लगातार हम लोग चरणबध तरीके से अनिश्चितकालीन कालीन हड़ताल पर बने रहेंगे। मौके पर अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के सचिव इन्द्रदेव राय, नेशनल यूनियन के सचिव बुधदेव पाठक, ग्रामीण डाक सेवक ऋषि केश पटेल, रमेश प्रसाद सिंह धर्मेंद्र कुमार, सरोज सिंह, रामदयाल ठाकुर, रौशन कुमार, गौरव कुमार, वीरेंद्र कुमार, अक्षय कुमार चौबे, अभय कुमार चौबे, योगेंद्र प्रसाद यादव, विश्वनाथ सिंह, रामदयाल सिंह सहित अन्य सैंकरों ग्रांमीण डाक सेवक मौजूद थे।
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