समस्तीपुर, हिन्दुस्तान की आवाज , राजकुमर राइ
सेन्ट्रल डेस्क : साइबर क्राइम के लिए कुख्यात प्रदेश झारखंड के ऐसे लोग क्राइम में संलग्न हैं और अविवाहित हैं तो वैसे युवा बिना दहेज के शादी करने के लिए तैयार हैं बशर्ते कि होने वाली दुल्हन साइबर एक्सपर्ट हो।
हाल के दिनों में इस तरह की कई घटनाएं सामने आई है जो कंप्यूटर एक्सपर्ट ऐसी दुल्हन के ससुराल पहुंचते हैं। उस घर की आर्थिक स्थिति बदल जाती है । यह अलग बात होती हैं की दुल्हन के पति साइबर क्राइम को लेकर जेल की हवा खानी पड़ती है। झारखंड मे साबर फ्रॉड का जाल बिछा हुआ हैं। सामान्य तौर पर देश के किसी भागों में साइबर ठगी की घटना होती है तो अधिकांश मामला झारखंड से जुड़ा हुआ है । अकेले जामतारा जिले के करमाटांड थाना के साइबर फ्रॉड के 2 दर्जन से अधिक मामला दर्ज है। इस क्षेत्र से 50 से अधिक फ्रोडो की गिरफ्तारी की जा चुकी है। फ्रोडिज्म के इस मामले का दूसरा पक्ष यह है कि ऐसे मामलों में किसी महिला का नाम नहीं उछला है । महिलाओं के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो इसलिए उसके पति ही जिम्मेवारी ले लेते हैं।
कुछ दिनों तक जेल में रहकर जमानत पर बाहर आकर पति-पत्नी पुनः फ्रोडिज्म में लग जाते हैं । संबंधित क्षेत्र के बेरोजगार युवकों द्वारा साइबर क्राइम से जुड़ी कई तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं । ऐसे साइबर अपराधियों का मुख्य काम बैंक खाता से राशि गमन करना ,भोले -भाले लोगों का एटीएम बदलकर मोटी राशि का निकासी करना होता है। अधिकांश अविवाहित लड़कों की इच्छा होती है कि उनकी होने वाली पत्नी साइबर क्राइम में निपुण हो ताकि उसके होने वाले पति को इस अवैध कार्यों की सहायता मिल सके। इसलिए ऐसे लड़के ऐसी लड़कियों से दहेज के बिना ही शादी प्रस्ताव दे बैठते हैं। कई घरों की आर्थिक ढांचा इस कदर बदल चुकी है कि उन्हें आलीशान मकान, कीमती गाड़ी और अत्याधुनिक रूप से सजा सजाया घर परिपूर्ण है । देश के किसी कोने में साइबर क्राइम होती है तो 80% मामलों में जामतारा, करमाटांढ, शालदाहा का मोबाइल लोकेशन मिलता है
सेन्ट्रल डेस्क : साइबर क्राइम के लिए कुख्यात प्रदेश झारखंड के ऐसे लोग क्राइम में संलग्न हैं और अविवाहित हैं तो वैसे युवा बिना दहेज के शादी करने के लिए तैयार हैं बशर्ते कि होने वाली दुल्हन साइबर एक्सपर्ट हो।
हाल के दिनों में इस तरह की कई घटनाएं सामने आई है जो कंप्यूटर एक्सपर्ट ऐसी दुल्हन के ससुराल पहुंचते हैं। उस घर की आर्थिक स्थिति बदल जाती है । यह अलग बात होती हैं की दुल्हन के पति साइबर क्राइम को लेकर जेल की हवा खानी पड़ती है। झारखंड मे साबर फ्रॉड का जाल बिछा हुआ हैं। सामान्य तौर पर देश के किसी भागों में साइबर ठगी की घटना होती है तो अधिकांश मामला झारखंड से जुड़ा हुआ है । अकेले जामतारा जिले के करमाटांड थाना के साइबर फ्रॉड के 2 दर्जन से अधिक मामला दर्ज है। इस क्षेत्र से 50 से अधिक फ्रोडो की गिरफ्तारी की जा चुकी है। फ्रोडिज्म के इस मामले का दूसरा पक्ष यह है कि ऐसे मामलों में किसी महिला का नाम नहीं उछला है । महिलाओं के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो इसलिए उसके पति ही जिम्मेवारी ले लेते हैं।
कुछ दिनों तक जेल में रहकर जमानत पर बाहर आकर पति-पत्नी पुनः फ्रोडिज्म में लग जाते हैं । संबंधित क्षेत्र के बेरोजगार युवकों द्वारा साइबर क्राइम से जुड़ी कई तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं । ऐसे साइबर अपराधियों का मुख्य काम बैंक खाता से राशि गमन करना ,भोले -भाले लोगों का एटीएम बदलकर मोटी राशि का निकासी करना होता है। अधिकांश अविवाहित लड़कों की इच्छा होती है कि उनकी होने वाली पत्नी साइबर क्राइम में निपुण हो ताकि उसके होने वाले पति को इस अवैध कार्यों की सहायता मिल सके। इसलिए ऐसे लड़के ऐसी लड़कियों से दहेज के बिना ही शादी प्रस्ताव दे बैठते हैं। कई घरों की आर्थिक ढांचा इस कदर बदल चुकी है कि उन्हें आलीशान मकान, कीमती गाड़ी और अत्याधुनिक रूप से सजा सजाया घर परिपूर्ण है । देश के किसी कोने में साइबर क्राइम होती है तो 80% मामलों में जामतारा, करमाटांढ, शालदाहा का मोबाइल लोकेशन मिलता है
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