-विवाह समारोह के बीच पौधरोपण की परंपरा का षुभारंभ कर हरियाली के प्रति किया जागरूक
मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी
मीरजापुर। हरियाली के प्रति लोगों में धीरे-धीरे जागरूकता का भाव जागृत हो रहा है। बीते दिनों एक वर-वधू ने अपने विवाह को यादगार बनाने के लिए विवाह समारोह के बीच पौधरोपण कर एक नई रस्म की नींव डाली। जिसे देख लोग न केवल फूले समाये बल्कि इसकी खूब चर्चा भी होती रही है। दरअसल पड़ोसी जनपद सोनभद्र के पुसौली सहिजनी कलां गांव में बीते दिन गांव निवासी कृष्णा के दरवाजे पर चैबेपुर, वाराणसी से बारात आई हुई थी। जहां आसपास के गांवों के लोगों सहित दूर दराज के नात रिष्तेदारों की भी भीड़ रही। सबकुछ अपने रस्मों रिवाज के मुताबिक सम्पन्न हो रहा था। उक्त विवाह समारोह में पर्यावरण षुद्विकरण के संस्थापक सचिव अनिल कुमार सिंह उर्फ ग्रीन गुरू भी सम्मलित हुए थे। जहां उन्होंने दुल्हा और दुल्हन को इस क्षण को यादगार बनाने के क्रम में एक पौधरोपण करने के लिए प्रेरित किया जिसे दोनों ने सहर्ष स्वीकार कर लिया और विवाह समारोह के बीच कामिनी, परिजात के पौध का रोपण कर सात फेरे लिए। दूल्हा-दुल्हन ने पौधरोपण करते हुए नवजीवन में प्रवेष का संकल्प लेते हुए समाज के लोगों को भी हरियाली के प्रति जागरूक होने की अपील कि ताकि धरा को हरा भरा बनाये रखा जा सके। इस दौरान उपस्थित लोगों ने वर-वधू के इस संकल्प की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए दोनों के उज्वल भविष्य की बधाईयां देते हुए ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करने का संकल्प लिया।
मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी
मीरजापुर। हरियाली के प्रति लोगों में धीरे-धीरे जागरूकता का भाव जागृत हो रहा है। बीते दिनों एक वर-वधू ने अपने विवाह को यादगार बनाने के लिए विवाह समारोह के बीच पौधरोपण कर एक नई रस्म की नींव डाली। जिसे देख लोग न केवल फूले समाये बल्कि इसकी खूब चर्चा भी होती रही है। दरअसल पड़ोसी जनपद सोनभद्र के पुसौली सहिजनी कलां गांव में बीते दिन गांव निवासी कृष्णा के दरवाजे पर चैबेपुर, वाराणसी से बारात आई हुई थी। जहां आसपास के गांवों के लोगों सहित दूर दराज के नात रिष्तेदारों की भी भीड़ रही। सबकुछ अपने रस्मों रिवाज के मुताबिक सम्पन्न हो रहा था। उक्त विवाह समारोह में पर्यावरण षुद्विकरण के संस्थापक सचिव अनिल कुमार सिंह उर्फ ग्रीन गुरू भी सम्मलित हुए थे। जहां उन्होंने दुल्हा और दुल्हन को इस क्षण को यादगार बनाने के क्रम में एक पौधरोपण करने के लिए प्रेरित किया जिसे दोनों ने सहर्ष स्वीकार कर लिया और विवाह समारोह के बीच कामिनी, परिजात के पौध का रोपण कर सात फेरे लिए। दूल्हा-दुल्हन ने पौधरोपण करते हुए नवजीवन में प्रवेष का संकल्प लेते हुए समाज के लोगों को भी हरियाली के प्रति जागरूक होने की अपील कि ताकि धरा को हरा भरा बनाये रखा जा सके। इस दौरान उपस्थित लोगों ने वर-वधू के इस संकल्प की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए दोनों के उज्वल भविष्य की बधाईयां देते हुए ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करने का संकल्प लिया।
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