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मुंबई।हॉलीवुड की तरह, बॉलीवुड उपन्यासों और नान-फिक्शन आधारित फिल्मों के निर्माण के लिए जाना जाता है। लेकिन कभी-कभी ये फिल्में इतनी लोकप्रिय हो जाती हैं कि वे जिन उपन्यासों और  नान-फिक्शन पर बनी होती हैं, उनसे भी अधिक लोकप्रिय हो जाती हैं।इस पृष्ठभूमि में जीवन के उतार-चढ़ाव के लंबे दौर से गुजरने के बाद अभिनेता-फिल्म निर्माता आशिम खेत्रपाल हॉलीवुड प्रोडक्शन हाउस के साथ मिलकर अपने जीवन पर एक फिल्म का निर्माण कर रहे हैं। यह फिल्म वास्तव में उनकी आत्मकथा की बुक 'द चोजेन वन' नामक उनकी आत्मकथा पर आधारित है।1999 में आशिम खेत्रपाल की स्पोर्ट्स प्रमोटर कंपनी 'रेडियंट स्पोर्ट्स मैनेजमेंट पर भी मैच फिक्सिंग में शामिल होने का आरोप लगा था। स्कॉटलैंड यार्ड ने कंपनी को आखिरकार क्लीन चिट दे दिया।

                           आशिम खेत्रपाल कहते हैं,"मेरी आत्मकथा में पिछले 19 वर्षों की अवधि में मेरे एक राष्ट्रीय स्तर के टेनिस खिलाड़ी बनने से खेल प्रमोटर,फिल्म निर्माता, टेलीविज़न शो करने, आध्यात्मिक वक्ता बनने तक की मेरी जीवन-यात्रा को चित्रित करने का प्रयास है।मैं एक स्पोर्ट्स मैनेजमेंट कंपनी चला रहा था। कंपनी ने प्रायोजकों में काफी लोकप्रियता हासिल कर ली थी। फिर मेरा नाम विवाद में उलझ गया।खेत्रपाल के अनुसार उनकी आत्मकथा की एक लाख से अधिक प्रतियां बिक चुकी है।इससे वे काफी उत्साहित हैं।।अब मैं मैच फिक्सिंग की असलियत को फिल्म 'ॐ अल्लाह" के माध्यम से दुनिया भर में व्यापक दर्शक-वर्ग तक पहुँचाना चाहता हूँ।“

             फिल्म के आशिम खेत्रपाल कहते हैं," फिल्म का नाम 'ओम अल्लाह' रखा गया है और इसे हिंदी और अंग्रेजी में बनाया जाएगा। विकास कपूर ने फिल्म के लिए कहानी और पटकथा लिखी है। फिल्म के गीतों को आशा भोसले, हमसर हयात, अनूप जलोटा और अलीशा चिनॉय ने आवाज दी है। "

        हिंदी, मराठी, भोजपुरी और तमिल भाषाओं में बनाई गई उनकी पहली हिंदी फीचर फिल्म 'शिरडी साईं बाबा' ने राष्ट्रपति पुरस्कार; यहां तक ​​कि तत्कालीन राष्ट्रपति के आर नारायणन के हाथों से राष्ट्रीय एकता पुरस्कार जीता है।उनकी एक और फिल्म 'बाबा रामसा पीर' को राजस्थान एकीकरण पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ अभिनेता) मिला है। खेत्रपाल के दिल्ली से प्रसारित फीवर एफएम पर 'साईं की महिमा' और रेडियो नशा पर 'साईं आपके घर में' जैसे कार्यक्रम काफी लोकप्रिय हैं। साईं बाबा पर उनके विभिन्न टेलीविजन धारावाहिक भी  हिट हैं। खेल के मोर्चे पर उनकी कंपनी अभी भी जरूरतमंद खिलाड़ियों की सहायता कर रही है। इधर, 10 राष्ट्रीय पैरा एथलीटों को टोक्यो में आने वाले पैरालम्पिक खेलों- 2020 के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।



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