समस्तीपुर : पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर मंडल मुख्यालय के रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म नंबर 1 2 3 4 तथा 5 पर सुबह से ही पीने के पानी का नल बंद रहने के कारण यात्रियों में त्राहिमाम मचा हुआ है। दूसरी तरफ रेलवे द्वारा शुद्ध पानी पीने के लिए वाटर शँ
शॉप लगाए गए हैं लेकिन यह वाटर साहब भी किसी काम का नहीं है । वाटर शॉप का भी पानी सप्लाई बंद कर दिया गया है। इन वाटर शॉप का बिजली आपूर्ति भी सुबह से बंद रहने के कारण यात्री पैसा देकर भी पानी नहीं ले रहे हैं। जब यात्रियों द्वारा असिस्टेंट स्टेशन मास्टर की शिकायत की गई तो उन्होंने इन पर करी कदम उठाने के बजाय यात्रियों के साथ अभद्र रुप से पेश आए हैं । यह सिलसिला कई दिनों से चल रहा है लेकिन इस पर सभी रेलवे कर्मचारियों द्वारा किसी भी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई दे रही है । एक तो उमस भरी गर्मी और फिर स्टेशन मास्टर द्वारा यह काली करतूत सामने आई है । इस उमस भरी में यात्रियों को एक पानी ही सिर्फ सहारा होता है लेकिन समस्तीपुर मंडल के स्टेशन मास्टर इन सारी चीजों से लापरवाह है । जैसे उन्हें कभी किसी भी चीज की जरूरत ही नहीं हुई हो ।
इस पंचवर्षीय में मोदी सरकार द्वारा रेलवे ,परिवहन आदि योजनाओं पर करोड़ों रुपए की राशि खर्च की जाती है, लेकिन इन सारी राशियों का क्या होता है किसी को पता नहीं चल पाता है । जब हाल के दिनों में स्टेशनों पर एक पानी जैसी छोटी समस्या नजर आई है तो न जाने ऐसी कितनी समस्याएं हमारे देश में घूम रही होगी लेकिन इस पर हमारे रेलवे मंत्री ,जूनियर एवं वरीय रेल मंत्री का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। एक तरफ तो रेल टिकट का भाड़ा बढ़ाया जा रहा है लेकिन दूसरी तरफ सारी सुविधाएं समाप्त की जा रही है। ऐसे में हम सभी लोग लंबी दूरी कैसे तय कर सकते हैं। यह समस्याएं आम जनता के लिए बनी हुई है और शायद लगता है यही परिणाम 2019 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिल जाएगा।
शॉप लगाए गए हैं लेकिन यह वाटर साहब भी किसी काम का नहीं है । वाटर शॉप का भी पानी सप्लाई बंद कर दिया गया है। इन वाटर शॉप का बिजली आपूर्ति भी सुबह से बंद रहने के कारण यात्री पैसा देकर भी पानी नहीं ले रहे हैं। जब यात्रियों द्वारा असिस्टेंट स्टेशन मास्टर की शिकायत की गई तो उन्होंने इन पर करी कदम उठाने के बजाय यात्रियों के साथ अभद्र रुप से पेश आए हैं । यह सिलसिला कई दिनों से चल रहा है लेकिन इस पर सभी रेलवे कर्मचारियों द्वारा किसी भी प्रकार की कोई प्रतिक्रिया नहीं दिखाई दे रही है । एक तो उमस भरी गर्मी और फिर स्टेशन मास्टर द्वारा यह काली करतूत सामने आई है । इस उमस भरी में यात्रियों को एक पानी ही सिर्फ सहारा होता है लेकिन समस्तीपुर मंडल के स्टेशन मास्टर इन सारी चीजों से लापरवाह है । जैसे उन्हें कभी किसी भी चीज की जरूरत ही नहीं हुई हो ।
इस पंचवर्षीय में मोदी सरकार द्वारा रेलवे ,परिवहन आदि योजनाओं पर करोड़ों रुपए की राशि खर्च की जाती है, लेकिन इन सारी राशियों का क्या होता है किसी को पता नहीं चल पाता है । जब हाल के दिनों में स्टेशनों पर एक पानी जैसी छोटी समस्या नजर आई है तो न जाने ऐसी कितनी समस्याएं हमारे देश में घूम रही होगी लेकिन इस पर हमारे रेलवे मंत्री ,जूनियर एवं वरीय रेल मंत्री का कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। एक तरफ तो रेल टिकट का भाड़ा बढ़ाया जा रहा है लेकिन दूसरी तरफ सारी सुविधाएं समाप्त की जा रही है। ऐसे में हम सभी लोग लंबी दूरी कैसे तय कर सकते हैं। यह समस्याएं आम जनता के लिए बनी हुई है और शायद लगता है यही परिणाम 2019 के लोकसभा चुनाव में देखने को मिल जाएगा।
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