भिवंडी,हिन्दुस्तान की आवाज,एम हुसेन
भिवंडी। राज्य व केंद्र सरकार द्वारा मागासवर्गीय समाज को घटनात्मक अधिकारों से वंचित रखने के लिए निषेधार्थ भारिप बहुजन महासंघ के भिवंडी लोकसभा अध्यक्ष महबूब बाशा शेख के नेतृत्व में मंगलवार को तहसील कार्यालय के सामने भव्य घंटानाद मोर्चा निकाल कर भाजपा सरकार का निषेध किया गया। सत्ते पर भाजपा सरकार विराजमान होने से मागासवर्गीय समाज के मजदूर ,विद्यार्थी ,वेठबिगार ,खेती मजदूर
,किसान आदि पर हो रहे अन्याय में बढ़ोतरी का आरोप भारिप - बहुजन महासंघ लगाया है। राज्य शासन भीमा कोरेगांव हिंसा के सूत्रधार मनोहर भिडे को गिरफ्तार करे ,भीमा कोरेगांव निषेधार्थ आंदोलन कारियों के विरुद्ध दर्ज मामले रद्द करे ,भीमा कोरेगांव की जांच के लिए नियुक्त की गई द्विसदस्यीय समिती रद्द कर उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में नई जांच समिती नियुक्त की जाए ,अनुसूचित जाती - जमाती विद्यार्थियों के सभी स्कॉलरशिप समय से भुगतान किया जाए, एससी,एस.टी,ओबीसी विद्यार्थियों को मिलने वाले स्कॉलरशिप हेतु ७५ प्रतिशत की उपस्थिती रद्द करें ,टाटा सामाजिक संशोधन संस्था में ( टीआयएसएस ) मागासवर्गीय विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप पूरी की जाए ,ऍट्रॉसिटी कानून पर पूर्ण रूप से अंमल किया जाए ,जेएनपीटी - बडोदरा महामार्ग हेतु संपादित की गई भूखंड का मुआवजा किसानों को दिया जाए आदि मांगों पर आधारित ज्ञापन राज्य शासन के समक्ष भेजने के लिए नायब तहसीलदार संदीप आवारी को सौपा है।
उक्त घंटानाद मोर्चा में भिवंडी लोसभा अध्यक्ष महबूब बाशा शेख ,प्रमुख सचिव भाईदास जाधव, गुणवंत शिंदे, सलीम अंसारी, वकील अंसारी, भीमराव आरकडे, इद्रीस शेख ,मनिष देशमुख ,वरिष्ठ नेता अंकुश बचुटे ,सुरेशचंद्र वाघमारे, मो आरिफ खान ,राहुल शर्मा, गोकुल पाटिल, ,धर्मेंद्र वर्मा, मीरा शाहजी मते, ,आशा पाटिल ,मानसी पाटेकर ,विनोद जाधव ,शहनाज खान ,वृंदावनी लांडगे ,सुभाष जोगदंड आदि भारिप बहुजन महासंघ के शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के कार्यकर्ता भारी संख्या में सहभागी हुए।
भिवंडी। राज्य व केंद्र सरकार द्वारा मागासवर्गीय समाज को घटनात्मक अधिकारों से वंचित रखने के लिए निषेधार्थ भारिप बहुजन महासंघ के भिवंडी लोकसभा अध्यक्ष महबूब बाशा शेख के नेतृत्व में मंगलवार को तहसील कार्यालय के सामने भव्य घंटानाद मोर्चा निकाल कर भाजपा सरकार का निषेध किया गया। सत्ते पर भाजपा सरकार विराजमान होने से मागासवर्गीय समाज के मजदूर ,विद्यार्थी ,वेठबिगार ,खेती मजदूर
,किसान आदि पर हो रहे अन्याय में बढ़ोतरी का आरोप भारिप - बहुजन महासंघ लगाया है। राज्य शासन भीमा कोरेगांव हिंसा के सूत्रधार मनोहर भिडे को गिरफ्तार करे ,भीमा कोरेगांव निषेधार्थ आंदोलन कारियों के विरुद्ध दर्ज मामले रद्द करे ,भीमा कोरेगांव की जांच के लिए नियुक्त की गई द्विसदस्यीय समिती रद्द कर उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में नई जांच समिती नियुक्त की जाए ,अनुसूचित जाती - जमाती विद्यार्थियों के सभी स्कॉलरशिप समय से भुगतान किया जाए, एससी,एस.टी,ओबीसी विद्यार्थियों को मिलने वाले स्कॉलरशिप हेतु ७५ प्रतिशत की उपस्थिती रद्द करें ,टाटा सामाजिक संशोधन संस्था में ( टीआयएसएस ) मागासवर्गीय विद्यार्थियों की स्कॉलरशिप पूरी की जाए ,ऍट्रॉसिटी कानून पर पूर्ण रूप से अंमल किया जाए ,जेएनपीटी - बडोदरा महामार्ग हेतु संपादित की गई भूखंड का मुआवजा किसानों को दिया जाए आदि मांगों पर आधारित ज्ञापन राज्य शासन के समक्ष भेजने के लिए नायब तहसीलदार संदीप आवारी को सौपा है।
उक्त घंटानाद मोर्चा में भिवंडी लोसभा अध्यक्ष महबूब बाशा शेख ,प्रमुख सचिव भाईदास जाधव, गुणवंत शिंदे, सलीम अंसारी, वकील अंसारी, भीमराव आरकडे, इद्रीस शेख ,मनिष देशमुख ,वरिष्ठ नेता अंकुश बचुटे ,सुरेशचंद्र वाघमारे, मो आरिफ खान ,राहुल शर्मा, गोकुल पाटिल, ,धर्मेंद्र वर्मा, मीरा शाहजी मते, ,आशा पाटिल ,मानसी पाटेकर ,विनोद जाधव ,शहनाज खान ,वृंदावनी लांडगे ,सुभाष जोगदंड आदि भारिप बहुजन महासंघ के शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के कार्यकर्ता भारी संख्या में सहभागी हुए।
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