- 28 परिवारों के सर से छत छीनने की साजिश
- मंदिर की आड़ में भूमाफिया भी हावी
बहराइच,हिन्दुस्तान की आवाज,आर के वर्मा
बहराइच : पीएम मोदी के साथ सीएम योगी भी जहा लोगो के सर पर छत देने का प्रयास करते हुए सबका साथ और सबका विकास करने का नारा बुलंद कर रहे है वही बहराइच शहर के हीरा सिंह धर्मशाला में बीते 50 वर्षो से अधिक समय रहने वाले 28 परिवारों के तकरीबन 250 लोगो के लिए भाजपा का ये नारा बेमानी साबित हो रहा है। तकरीबन 250 लोगो को घर से बेघर करने के साथ सभी सड़क पर लाने की तैयारी जिला प्रशासन कर रहा है। इन घरो में रहकर पढ़ाई करने वाले नंन्हे मुन्नों से लेकर महिलाएं व परिवार के अन्य लोगो के गले से निवाला तक नही उत्तर रहा है। पीड़ित परिवारों की माने तो जिला प्रशासन ने तुगलकी फरमान सुनाते हुए सभी को चेतावनी दी है कि जल्द ही सभी लोगों के मकान धरासाई कर दिए जायेंगे। आरोप है कि लोगों के इस आशियाने को फर्जी तरीके से जर्जर दिखाते हुए कुछ सत्ताधारी लोग इसे लीज पर लेकर हथियाने की रड़नीति बनाये हुए है शायद यही कारण भी है कि इस बेबस परिवारों की मदद करने की जगह सत्ता में विराजमान लोग मौन साधे हुए है और विपक्षी पार्टियों को सत्ता के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा भी देते नजर आ रहे है। इन परिवारों को किसके इशारे पर बेघर करने की तैयारी ये बात सवालों के घेरे में है।
नगर कोतवाली क्षेत्र के हीरा सिंह धर्मशाला में तकरीबन 50 साल से अधिक समय से 26 परिवार रहकर अपना जीवन यापन कर रहे है। यह रहने वालों की बचपन की यादों के साथ एक दूसरे का सुख दुख भी बांटते आ रहे है। रोजमर्रा कुवा खोदकर जीवन यापन करने वाले लोग जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में समय समय पर अपना किराया भी जमा करते रहे है। इसके बावजूद लोगों के सर से छत छीनने की तैयारी क्यो की जा रही और किसके इशारे पर की जा रही है ये एक यछ प्रश्न बना हुआ है। यहां रहने वालों की माने तो इससे पहले भी तत्कालीन जिलाधिकारी अतुल बगाई ने भी शहर के बड़े व्यपारी के इशारे पर हिटलर साही दिखाते हुए इन परिवारों को बेघर करने की तैयारी की थी। जिसके बाद मामला सत्ता के गलियारों में गूंजा और सभी को अपना छत नसीब हुवा। शासन ने मामले को गंभीरता से लेकर डीएम का तबादला भी किया था। एक बार फिर 50 सालों से रहने वाले इन सभी परिवारों की बेचैनी बढ़ी है। जिला प्रशासन के तानाशाह रवैये और तुगलकी फरमान से लोगो की नींद और दिन का चैन छीन गया है। लोगों को भयमुक्त समाज देने के दावा करने वालों ने यह रहने वालों 250 लोगों को अब दहसत के साये में जीने को मजबूर कर दिया है। इन परिवारों की बेचैनी तब और बढ़ी जब दो दिन पहले लाव लश्कर के साथ डीएम अजयदीप सिंह इस धर्मशाला में पहुंचे और दो टूक में इसे खाली करने का जवाब दिया लेकिन सालों से रहने वाले इन परिवारों को कहा स्थापित कराया जाएगा इस बात का जवाब किसी के पास नही है।
- मंदिर की आड़ में भूमाफिया भी हावी
बहराइच,हिन्दुस्तान की आवाज,आर के वर्मा
बहराइच : पीएम मोदी के साथ सीएम योगी भी जहा लोगो के सर पर छत देने का प्रयास करते हुए सबका साथ और सबका विकास करने का नारा बुलंद कर रहे है वही बहराइच शहर के हीरा सिंह धर्मशाला में बीते 50 वर्षो से अधिक समय रहने वाले 28 परिवारों के तकरीबन 250 लोगो के लिए भाजपा का ये नारा बेमानी साबित हो रहा है। तकरीबन 250 लोगो को घर से बेघर करने के साथ सभी सड़क पर लाने की तैयारी जिला प्रशासन कर रहा है। इन घरो में रहकर पढ़ाई करने वाले नंन्हे मुन्नों से लेकर महिलाएं व परिवार के अन्य लोगो के गले से निवाला तक नही उत्तर रहा है। पीड़ित परिवारों की माने तो जिला प्रशासन ने तुगलकी फरमान सुनाते हुए सभी को चेतावनी दी है कि जल्द ही सभी लोगों के मकान धरासाई कर दिए जायेंगे। आरोप है कि लोगों के इस आशियाने को फर्जी तरीके से जर्जर दिखाते हुए कुछ सत्ताधारी लोग इसे लीज पर लेकर हथियाने की रड़नीति बनाये हुए है शायद यही कारण भी है कि इस बेबस परिवारों की मदद करने की जगह सत्ता में विराजमान लोग मौन साधे हुए है और विपक्षी पार्टियों को सत्ता के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा भी देते नजर आ रहे है। इन परिवारों को किसके इशारे पर बेघर करने की तैयारी ये बात सवालों के घेरे में है।
नगर कोतवाली क्षेत्र के हीरा सिंह धर्मशाला में तकरीबन 50 साल से अधिक समय से 26 परिवार रहकर अपना जीवन यापन कर रहे है। यह रहने वालों की बचपन की यादों के साथ एक दूसरे का सुख दुख भी बांटते आ रहे है। रोजमर्रा कुवा खोदकर जीवन यापन करने वाले लोग जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में समय समय पर अपना किराया भी जमा करते रहे है। इसके बावजूद लोगों के सर से छत छीनने की तैयारी क्यो की जा रही और किसके इशारे पर की जा रही है ये एक यछ प्रश्न बना हुआ है। यहां रहने वालों की माने तो इससे पहले भी तत्कालीन जिलाधिकारी अतुल बगाई ने भी शहर के बड़े व्यपारी के इशारे पर हिटलर साही दिखाते हुए इन परिवारों को बेघर करने की तैयारी की थी। जिसके बाद मामला सत्ता के गलियारों में गूंजा और सभी को अपना छत नसीब हुवा। शासन ने मामले को गंभीरता से लेकर डीएम का तबादला भी किया था। एक बार फिर 50 सालों से रहने वाले इन सभी परिवारों की बेचैनी बढ़ी है। जिला प्रशासन के तानाशाह रवैये और तुगलकी फरमान से लोगो की नींद और दिन का चैन छीन गया है। लोगों को भयमुक्त समाज देने के दावा करने वालों ने यह रहने वालों 250 लोगों को अब दहसत के साये में जीने को मजबूर कर दिया है। इन परिवारों की बेचैनी तब और बढ़ी जब दो दिन पहले लाव लश्कर के साथ डीएम अजयदीप सिंह इस धर्मशाला में पहुंचे और दो टूक में इसे खाली करने का जवाब दिया लेकिन सालों से रहने वाले इन परिवारों को कहा स्थापित कराया जाएगा इस बात का जवाब किसी के पास नही है।
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