बहराइच हिंदुस्तान की आवाज आर के बर्मा
बहराइच नवाबगँज। इलाहाबाद बैंक नवाबगँज के शाखा प्रबंधक के नेतृत्व में बैंक में खुलेआम दलाली की जा रही है मिली सूत्रों की जानकारी के मुताबिक आपको अवगत कराते चलें कि इलाहाबाद बैंक नवाबगंज में किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने वाले लाभार्थियों को बैंक में जाने पर मैनेजर के आदेशानुसार बैंक के दलाल रामकुमार जयसवाल से संपर्क करने को कहा जाता है और उनके पास जाने के बाद जो पेपर 1500 रुपए मैं कंप्लीट हो जाता है वही पेपर का 2000 लिया जाता है यही नहीं बल्कि 10 परसेंट खुलेआम कमीशन उनके खाते से जबरन निकाल लिया जाता है जबकि आरबीआई के रूल के मुताबिक किसी भी व्यक्ति को पैसा लेना या देना हो तो बैंक में तो उसे कैश काउंटर पर जाना ही पड़ता है लेकिन किसान क्रेडिट कार्ड वाले कस्टमर को वहां तक जाने नहीं दिया जाएगा बैंक में कार्य करने वाले Dalaal रामकुमार जयसवाल उनके अकाउंट से पैसा निकाल कर बैंक के बाहर आकर 10 परसेंट व 15 पर्सेंट कमीशन काटकर बाकी का पैसा उनके हाथ में देंगे तब हमारे बैंक के कैसियर महोदय को किसी भी व्यक्ति का चेहरा देखना या अंगूठे का निशान देखना या फिर हस्ताक्षर इनकी जरूरत नहीं पड़ती यही यदि इसी जगह पर कोई लेडीस कैश काउंटर पर जाऐ और उसका अगर थोड़ा सा चेहरा कम खुला होगा तो जब तक पूरा चेहरा नहीं देख लेते उसे पैसा नहीं मिलेगा अखिर जो नियम लेडीस के लिए है वही नियम जेसँ के लिए भी होना चाहिए मेरे एक बात समझ में नहीं आ रही है कि आरबीआई ने लेडीस और जेंस के लिए अलग-अलग नियम तो बनाया नहीं है फिर ऐसा क्यो इलाहाबाद बैंक नवाबगँज का कार्य क्षेत्र जहां तक आता है जनता मैनेजर के आतंक से त्राहि त्राहि कर रही है डर के मारे कोई बोलने को तैयार नहीं है कि बैंक में क्या होता है फिर भी कुछ लोग हिम्मत करके मीडिया वालों के माध्यम से शासन से प्रशासन तक अवगत कराने का प्रयास कर रहे हैं बैंक के कारनामों से परेशान व्यक्ति गोकरन प्रसाद पुत्र नगेसर प्रसाद निवासी ग्राम सदधू गांव दाखिला बसंतपुर कालीका थाना नवाबगंज जिला बहराइच ने 7 तारीख को बैंक में गया था उसी के हाथ से रामकुमार दलाल ने पासबुक ले लिया और उसे वहां से घर भेज दिया दूसरे दिन आने के लिए कहा जब रामकुमार जयसवाल के पास दूसरे दिन व्यक्ति पहुंचा तो उसे पासबुक दिया गया पासबुक देखने के बाद प्रार्थी ने जब देखा कि उसमें से ₹50000 निकल चुके हैं तो उन्होंने उससे पूछा बड़ी कोशिश के बावजूद उन्होंने ₹46000 वापस किया और जबरन ₹4000 काट लिया बहस करने के दौरान उसे भद्दी भद्दी गाली देते हुए धमका कर भगा दिया इस बात को लेकर के जब शाखा प्रबंधक के पास प्रार्थी पहुंचा तो उन्होंने बताया वह जो कुछ किया है सही कर रहा है वह मेरा आदमी है कमीशन तो आपको देना ही पड़ेगा उसे डांट कर वहां से भगा दिया प्रार्थी वहां से हटने के बाद थाना नवाबगँज को प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराया है और जिलाधिकारी महोदय को भी रजिस्ट्री के माध्यम से सूचना दी है और मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री जिलाधिकारी महोदय को भी ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से कंप्लेंट दर्ज करवाई है लेकिन अभी तक प्रार्थी के हित में कोई कार्यवाही होती नजर नहीं आ रही है देखना है प्रशासन इस तरीके के दबंग माफियाओं और दलाली करने वालों पर अंकुश लगा पाती है या नहीं योगीराज में गरीब जनता को सहारा मिलेगा कि नहीं एक तरफ कर्जा माफ़ करके उसे आजाद करना चाहती है और दूसरी तरफ बैंक स्टाफ वा दलाल उनकी गर्दन काटने पर हावी हैं जानकारी जब मीडिया वालों को प्राप्त हुई उन्होंने इस विषय
पर छानबीन करना शुरु किया और लगभग सारी जानकारी सिद्ध हुई कि जो जनता का कहना है वह सही है छानबीन के दौरान कुछ सबूत भी पाए गए हैं कुछ किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने वाले लाभार्थियों से जो पैसे लिए गए उनके वीडियो बयान कार्यालय में मौजूद हैं इस संबंध में बहुत जल्द ऊपर के अधिकारियों को एक्शन लेना होगा अगर उन्होंने एक्शन नहीं लिया तो जनता खुद फैसला करने पर उतर जाएगी यदि अधिकारियों का रवैया बदलेगा या नहीं यह तो वक्त ही बताएगा खबर में प्रार्थी का वीडियो बयान संगलन है खबरें जनहित में जारी।।
बहराइच नवाबगँज। इलाहाबाद बैंक नवाबगँज के शाखा प्रबंधक के नेतृत्व में बैंक में खुलेआम दलाली की जा रही है मिली सूत्रों की जानकारी के मुताबिक आपको अवगत कराते चलें कि इलाहाबाद बैंक नवाबगंज में किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने वाले लाभार्थियों को बैंक में जाने पर मैनेजर के आदेशानुसार बैंक के दलाल रामकुमार जयसवाल से संपर्क करने को कहा जाता है और उनके पास जाने के बाद जो पेपर 1500 रुपए मैं कंप्लीट हो जाता है वही पेपर का 2000 लिया जाता है यही नहीं बल्कि 10 परसेंट खुलेआम कमीशन उनके खाते से जबरन निकाल लिया जाता है जबकि आरबीआई के रूल के मुताबिक किसी भी व्यक्ति को पैसा लेना या देना हो तो बैंक में तो उसे कैश काउंटर पर जाना ही पड़ता है लेकिन किसान क्रेडिट कार्ड वाले कस्टमर को वहां तक जाने नहीं दिया जाएगा बैंक में कार्य करने वाले Dalaal रामकुमार जयसवाल उनके अकाउंट से पैसा निकाल कर बैंक के बाहर आकर 10 परसेंट व 15 पर्सेंट कमीशन काटकर बाकी का पैसा उनके हाथ में देंगे तब हमारे बैंक के कैसियर महोदय को किसी भी व्यक्ति का चेहरा देखना या अंगूठे का निशान देखना या फिर हस्ताक्षर इनकी जरूरत नहीं पड़ती यही यदि इसी जगह पर कोई लेडीस कैश काउंटर पर जाऐ और उसका अगर थोड़ा सा चेहरा कम खुला होगा तो जब तक पूरा चेहरा नहीं देख लेते उसे पैसा नहीं मिलेगा अखिर जो नियम लेडीस के लिए है वही नियम जेसँ के लिए भी होना चाहिए मेरे एक बात समझ में नहीं आ रही है कि आरबीआई ने लेडीस और जेंस के लिए अलग-अलग नियम तो बनाया नहीं है फिर ऐसा क्यो इलाहाबाद बैंक नवाबगँज का कार्य क्षेत्र जहां तक आता है जनता मैनेजर के आतंक से त्राहि त्राहि कर रही है डर के मारे कोई बोलने को तैयार नहीं है कि बैंक में क्या होता है फिर भी कुछ लोग हिम्मत करके मीडिया वालों के माध्यम से शासन से प्रशासन तक अवगत कराने का प्रयास कर रहे हैं बैंक के कारनामों से परेशान व्यक्ति गोकरन प्रसाद पुत्र नगेसर प्रसाद निवासी ग्राम सदधू गांव दाखिला बसंतपुर कालीका थाना नवाबगंज जिला बहराइच ने 7 तारीख को बैंक में गया था उसी के हाथ से रामकुमार दलाल ने पासबुक ले लिया और उसे वहां से घर भेज दिया दूसरे दिन आने के लिए कहा जब रामकुमार जयसवाल के पास दूसरे दिन व्यक्ति पहुंचा तो उसे पासबुक दिया गया पासबुक देखने के बाद प्रार्थी ने जब देखा कि उसमें से ₹50000 निकल चुके हैं तो उन्होंने उससे पूछा बड़ी कोशिश के बावजूद उन्होंने ₹46000 वापस किया और जबरन ₹4000 काट लिया बहस करने के दौरान उसे भद्दी भद्दी गाली देते हुए धमका कर भगा दिया इस बात को लेकर के जब शाखा प्रबंधक के पास प्रार्थी पहुंचा तो उन्होंने बताया वह जो कुछ किया है सही कर रहा है वह मेरा आदमी है कमीशन तो आपको देना ही पड़ेगा उसे डांट कर वहां से भगा दिया प्रार्थी वहां से हटने के बाद थाना नवाबगँज को प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराया है और जिलाधिकारी महोदय को भी रजिस्ट्री के माध्यम से सूचना दी है और मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री जिलाधिकारी महोदय को भी ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से कंप्लेंट दर्ज करवाई है लेकिन अभी तक प्रार्थी के हित में कोई कार्यवाही होती नजर नहीं आ रही है देखना है प्रशासन इस तरीके के दबंग माफियाओं और दलाली करने वालों पर अंकुश लगा पाती है या नहीं योगीराज में गरीब जनता को सहारा मिलेगा कि नहीं एक तरफ कर्जा माफ़ करके उसे आजाद करना चाहती है और दूसरी तरफ बैंक स्टाफ वा दलाल उनकी गर्दन काटने पर हावी हैं जानकारी जब मीडिया वालों को प्राप्त हुई उन्होंने इस विषय
पर छानबीन करना शुरु किया और लगभग सारी जानकारी सिद्ध हुई कि जो जनता का कहना है वह सही है छानबीन के दौरान कुछ सबूत भी पाए गए हैं कुछ किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने वाले लाभार्थियों से जो पैसे लिए गए उनके वीडियो बयान कार्यालय में मौजूद हैं इस संबंध में बहुत जल्द ऊपर के अधिकारियों को एक्शन लेना होगा अगर उन्होंने एक्शन नहीं लिया तो जनता खुद फैसला करने पर उतर जाएगी यदि अधिकारियों का रवैया बदलेगा या नहीं यह तो वक्त ही बताएगा खबर में प्रार्थी का वीडियो बयान संगलन है खबरें जनहित में जारी।।
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