कन्नौज,हिन्दुस्तान की आवाज़,अनुराग चौहान
कन्नौज। हिंदी के जनकवि पदम भूषण डां0 गोपाल दास नीरज के 92 वर्ष पूर्ण होने पर गुरूवार को उनकी ससुराल कन्नौज के लोगों ने कान्यकुब्ज साथी संस्था के तत्वाधान में उनका जन्म दिवस बढे हर्षोउल्लास के साथ मनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो0 रमेश तिवारी विराम ने की।
जनकवि नीरज के जन्म दिवस पर बताया गया कि नीरज की कविता, उनके व्यकित्वत और उनकी उपलब्धियों को जितना वर्णित किया जाये वह कम होगा साहित्यकार डां0 जीवन शुक्ल अपने संम्बन्धों के आधार पर उनके संस्मरण सुनाये और युवा काल में उनकी रचनाओं की लोकप्रयता अंग्रेजी के कवि से तुलना करते हुए उन्हें आधुनिक कवि की संज्ञा दी। विराम जी ने भारत सरकार से मांग की कि उन्हें एमए के पाठक्रम में विशेष कवि के रूप में प्रस्तावित किया गया। इस अवसर पर मुफीद कन्नौजी देवेन्द्र नाथ मिश्र, मनोज शुक्ला, डां0 मदन तिवारी, उमाशंकर वर्मा, सुलभ अग्निहोत्री सहित अनेको लोग मौजूद रहे।
कन्नौज। हिंदी के जनकवि पदम भूषण डां0 गोपाल दास नीरज के 92 वर्ष पूर्ण होने पर गुरूवार को उनकी ससुराल कन्नौज के लोगों ने कान्यकुब्ज साथी संस्था के तत्वाधान में उनका जन्म दिवस बढे हर्षोउल्लास के साथ मनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो0 रमेश तिवारी विराम ने की।
जनकवि नीरज के जन्म दिवस पर बताया गया कि नीरज की कविता, उनके व्यकित्वत और उनकी उपलब्धियों को जितना वर्णित किया जाये वह कम होगा साहित्यकार डां0 जीवन शुक्ल अपने संम्बन्धों के आधार पर उनके संस्मरण सुनाये और युवा काल में उनकी रचनाओं की लोकप्रयता अंग्रेजी के कवि से तुलना करते हुए उन्हें आधुनिक कवि की संज्ञा दी। विराम जी ने भारत सरकार से मांग की कि उन्हें एमए के पाठक्रम में विशेष कवि के रूप में प्रस्तावित किया गया। इस अवसर पर मुफीद कन्नौजी देवेन्द्र नाथ मिश्र, मनोज शुक्ला, डां0 मदन तिवारी, उमाशंकर वर्मा, सुलभ अग्निहोत्री सहित अनेको लोग मौजूद रहे।
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