भिवंडी,हिन्दुस्तान की आवाज,एम हुसेन
भिवंडी। में बोगस दस्तावेज द्वारा डाइविंग लाइसेंस व रिक्शा परमिट बनाने वाले एक गिरोह के चार सदस्यों को अपराध शाखा की पुलिस ने गिरफ्तार किया है।जिनके पास से पुलिस ने बोगस दस्तावेजों से तैयार 284 फाइले,कंप्यूटर, लैपटॉप,जाली प्रमाणपत्र ,बोगस सर्टिफिकेट व नकद सहित एक लाख 67 हजार रुपये का सामान बरामद किया है।इस गिरोह के पकड़े जाने के बाद इनसे आरटीओ का काम कराने वाले जहा खुद को फंसा महसूस कर रहे हैं वहीं हडकंप मचा हुआ है।
भिवंडी अपराध शाखा यूनिट दो के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शीतल राउत को गुप्त सूचना मिली कि भिवंडी में जाली दस्तावेजो के द्वारा धडल्ले से आरटीओ से रिक्शा परमिट व लाइसेंस बनाने वाला गिरोह सक्रिय है।उक्त सूचना के आधार पर पुलिस ने स्थानीय धामनकरनाका क्षेत्र में छापा मारकर नफीस सगीर अहमद फारूकी( 38) व नाजील नवाज अहमद मोमिन (28) को
गिरफ्तार किया।तथा इनके पास से पुलिस ने पुलिस वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट, डोमेसाइल सर्टिफिकेट , रिक्शा परमिट के दस्तावेज , इन्सुरेंस , लँपटॉप,कंप्यूटर बरामद किया।पुलिस द्वारा गहन पूछताछ करने पर उक्त लोगों ने बताया कि वे लोग पांच से 30 हजार रुपया लेकर लायसेंस,बैच,रिक्शे का परमिट बनाकर आरटीओ से बनाकर देते थे।उक्त दोनों की निशानदेही पर अपराध शाखा पुलिस ने इनके दो अन्य साथी मोहम्मद इस्माईल मोहम्मद रजा अन्सारी (34)व संगमेश्वर मरोलसिद्ध स्वामी( 42) को गिरफ्तता किया है।जो इनके द्वारा दिए गए बोगस दस्तावेज के द्वारा लायसेंस व परमिट बनाकर जनता को देते थे।उक्त दोनों के घर व दुकान में छापा मारकर पुलिस ने बोगस स्कूल सर्टिफिकेट,डॉक्टर का स्टैम्प,आरटीओ स्टैम्प,बजाज एलयंज कंपनी का स्टैंम्प बरामद किया है।जिनका उपयोग कर उक्त लोग बोगस दस्तावेज तैयार करते थे।इन चारों आरोपियो के पास से पुलिस ने एक लाख 67 हजार 500 रुपए का माल जब्त किया है।आश्चर्य की बात यह है कि गिरफ्तार चारों आरोपियों में से तीन आठवीं भी पास नही है।जबकि नाजील नवाज अहमद मोमिन बी. एस .सी. आयटी है।जिसके दुकान की छानबीन के बाद उसके पास से 284 आर टी ओ की फाइल बरामद हुई है।आरटीओ में प्रयोग किए जाने वाली पीली फाइल बाहर कैसे आई और आरटीओ कार्यालय में इनको बोगस कार्य करने में कौन सहायता कर रहा था।इसकी जांच की जा रही है ।उक्त जानकारी देते हुए अप्पर पुलिस आयुक्त मकरंद रानडे ने बताया कि पूर्व चार से पांच वर्षों से उक्त चारो आरोपी इस प्रकार का आरटीओ का कार्य कर रहे थे।इन लोगों द्वारा अभी तक 900 से एक हजार लोगों को भिवंडी में रिक्शे का परमिट बना कर दिया गया है।उन्होंने बताया कि जिन लोगों को इन्होंने परमिट या लायसेंस बना कर दिए है।उनकी भी जांच की जाएगी।
भिवंडी। में बोगस दस्तावेज द्वारा डाइविंग लाइसेंस व रिक्शा परमिट बनाने वाले एक गिरोह के चार सदस्यों को अपराध शाखा की पुलिस ने गिरफ्तार किया है।जिनके पास से पुलिस ने बोगस दस्तावेजों से तैयार 284 फाइले,कंप्यूटर, लैपटॉप,जाली प्रमाणपत्र ,बोगस सर्टिफिकेट व नकद सहित एक लाख 67 हजार रुपये का सामान बरामद किया है।इस गिरोह के पकड़े जाने के बाद इनसे आरटीओ का काम कराने वाले जहा खुद को फंसा महसूस कर रहे हैं वहीं हडकंप मचा हुआ है।
भिवंडी अपराध शाखा यूनिट दो के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शीतल राउत को गुप्त सूचना मिली कि भिवंडी में जाली दस्तावेजो के द्वारा धडल्ले से आरटीओ से रिक्शा परमिट व लाइसेंस बनाने वाला गिरोह सक्रिय है।उक्त सूचना के आधार पर पुलिस ने स्थानीय धामनकरनाका क्षेत्र में छापा मारकर नफीस सगीर अहमद फारूकी( 38) व नाजील नवाज अहमद मोमिन (28) को
गिरफ्तार किया।तथा इनके पास से पुलिस ने पुलिस वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट, डोमेसाइल सर्टिफिकेट , रिक्शा परमिट के दस्तावेज , इन्सुरेंस , लँपटॉप,कंप्यूटर बरामद किया।पुलिस द्वारा गहन पूछताछ करने पर उक्त लोगों ने बताया कि वे लोग पांच से 30 हजार रुपया लेकर लायसेंस,बैच,रिक्शे का परमिट बनाकर आरटीओ से बनाकर देते थे।उक्त दोनों की निशानदेही पर अपराध शाखा पुलिस ने इनके दो अन्य साथी मोहम्मद इस्माईल मोहम्मद रजा अन्सारी (34)व संगमेश्वर मरोलसिद्ध स्वामी( 42) को गिरफ्तता किया है।जो इनके द्वारा दिए गए बोगस दस्तावेज के द्वारा लायसेंस व परमिट बनाकर जनता को देते थे।उक्त दोनों के घर व दुकान में छापा मारकर पुलिस ने बोगस स्कूल सर्टिफिकेट,डॉक्टर का स्टैम्प,आरटीओ स्टैम्प,बजाज एलयंज कंपनी का स्टैंम्प बरामद किया है।जिनका उपयोग कर उक्त लोग बोगस दस्तावेज तैयार करते थे।इन चारों आरोपियो के पास से पुलिस ने एक लाख 67 हजार 500 रुपए का माल जब्त किया है।आश्चर्य की बात यह है कि गिरफ्तार चारों आरोपियों में से तीन आठवीं भी पास नही है।जबकि नाजील नवाज अहमद मोमिन बी. एस .सी. आयटी है।जिसके दुकान की छानबीन के बाद उसके पास से 284 आर टी ओ की फाइल बरामद हुई है।आरटीओ में प्रयोग किए जाने वाली पीली फाइल बाहर कैसे आई और आरटीओ कार्यालय में इनको बोगस कार्य करने में कौन सहायता कर रहा था।इसकी जांच की जा रही है ।उक्त जानकारी देते हुए अप्पर पुलिस आयुक्त मकरंद रानडे ने बताया कि पूर्व चार से पांच वर्षों से उक्त चारो आरोपी इस प्रकार का आरटीओ का कार्य कर रहे थे।इन लोगों द्वारा अभी तक 900 से एक हजार लोगों को भिवंडी में रिक्शे का परमिट बना कर दिया गया है।उन्होंने बताया कि जिन लोगों को इन्होंने परमिट या लायसेंस बना कर दिए है।उनकी भी जांच की जाएगी।
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