भिवंडी,हिन्दुस्तान की आवाज,एम हुसेन
भिवंडी। जमात ए इस्लामी हिंद भिवंडी द्वारा अमन, प्रगति व मुक्ति का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संस्था के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर तौफीक असलम ने बताया कि कुरआन सबके लिए है। इस्लाम किसी धर्म से टकराव नहीं करता है। कुरआन जीवन व्यवस्था है। कुरआन में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि सबका मालिक एक है ।मन परिवर्तन से जुर्म अन्याय समाप्त होगा ।मृत्यु के बाद भी जीवन है। न्याय से शांति आती है ।और अन्याय से अशांति जन्म लेती है, जिससे गृहयुद्ध तक होता है। इसीलिए मन परिवर्तन करना ही हमारा मुख्य मिशन है। भेदभाव ऊंच नीच छुआछूत समाज से मिटाना होगा। स्त्रियों की इज्जत को कुरआन में बहुत महत्व दिया गया है ।समाज व बच्चों को कुपोषण से बचाना मुसलमान की पहली जिम्मेदारी है ।बच्चे अमानत हैं। व्यवस्था में प्रगति हुई लेकिन असमानता भी बड़ी है। महंगाई, प्रगति में बाधक है ।कमाई में दान की व्यवस्था जरुरतमंदों की सहायता करने के लिए किया गया है। तौफीक असलम ने बताया कि 10 प्रतिशत से कम मुसलमानों को कुरआन की जानकारी है। कुरआन के लिए लोग आज मरने मिटने को तैयार हैं परंतु कुरआन पर चलने के लिए तैयार नहीं है। यदि ऐसा हो जाए तो समाज से सारी बुराइयां समाप्त हो जाएंगी। गरीबी से छुटकारा पाने का अर्थ है लड़ाई से छुटकारा ।गरीबी,बीमारी से छुटकारा मुसीबत से छुटकारा पाना ही मुक्ति है। मालिक को छोड़ कर दूसरों को मानोगे तो मुक्ति नहीं मिलेगी। उन्होंने बताया कि जमात ए इस्लामी हिंद संस्था पूर्व सन 1948 से काम करती आरही है। जिसमें बूढ़े ,बच्चे, महिलाओं को अधिकार देने, धर्म जाति के नाम पर झगड़ा ना हो, सभी शिक्षित हो, गरीब अमीर के बीच अधिक अंतर ना हो, प्रकृति का सम्मान और विश्व के सभी मनुष्य एक मन होजाय ।दुनिया का हर इंसान हमारे भाई बहन हैं ।सबका मालिक एक है ।उन्होंने व्यवस्था पर प्रहार करते हुए कहा कि जब सरकार में बैठे लोग और राजनीतिक लोग अपने स्वार्थ के लिए गलत कदम उठाते हैं तब समाज में बदगुमानियां बढ़ती हैं। आज भ्रूण हत्या करने वाले को राक्षस कहा जाना चाहिए भ्रूण हत्या का जुर्म हत्या से भी बड़ा है ।आज किसान ब्याज और कर्ज के कारण आत्महत्या कर रहे हैं। कर्ज और ब्याज समाज की बड़ी बुराई है इसलिए सबको मिलकर एक दूसरे की सहायता कर जीवन सुरक्षित करना चाहिए तभी समाज सुरक्षित होगा, जीवन बहुमूल्य है ।
जमात ए इस्लामी हिंद भिवंडी द्वारा त स्थानीय रीजेंट गार्डन होटल के सभागृह में कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें इस्लाम अमन, प्रगति व मुक्ति विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई थी। उक्त कार्यक्रम में शिक्षित, डॉक्टर, इंजीनियर ,वकील ,शिक्षक तथा पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भी शामिल थे । कार्यक्रम में मुख्य वक्ता जमात ए इस्लामी हिंद महाराष्ट्र के अध्यक्ष इंजीनियर तौफीक असलम के साथ डॉक्टर उमर खोड़, डॉ नितिन मोकाशी डॉक्टर सोरठे भिवंडी के अध्यक्ष मौलाना औसाफ फलाही ने अपने विचार व्यक्त किए । इसी प्रकार सुबह के समय पुलिस हाल में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ इसी विषय पर संस्था के गणमान्य लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए तथा सवाल जवाब का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे भिवंडी पश्चिम विभाग के एसीपी दिलीप गावित और भिवंडी पूर्व विभाग के एसीपी सैफन मुजावर विशेष रूप से मंच पर उपस्थित थे । दोपहर बाद संस्था द्वारा पुरानी महानगरपालिका सभागृह में भिवंडी महानगर पालिका के अधिकारी कर्मचारी व अन्य लोगों के बीच इस्लाम अमन प्रगति व मुक्ति के विषय पर व्यक्तव्य दिया गया साथ ही लोगों के सुझाव मांगे गए। ज्ञात हो कि संस्था हर वर्ष सामाजिक कार्य करने के लिए एक नया अभियान लेकर उसे वर्ष भर चलाती है । लोगों से संपर्क कर सूचनाओं का आदान प्रदान करती है। उक्त कार्यक्रम की सबसे बडी विशेषता यह थी कि, जमात-ए-इस्लामी हिंद के कार्यक्रम में हिंदू व पंजाबी संगठनों से जुड़े लोग भारी संख्या में उपस्थित थे। साथ ही कई जागरुक मान्यवरों ने काफिर जिहाद तथा हिंदू धर्म से जुड़े कई मुद्दों पर सवाल किए जिसका संतोषजनक उत्तर दिया गया। कुछ लोगों ने इस्लाम के प्रति अपने विचार भी व्यक्त किए जो सराहनीय रहा।
भिवंडी। जमात ए इस्लामी हिंद भिवंडी द्वारा अमन, प्रगति व मुक्ति का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि संस्था के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर तौफीक असलम ने बताया कि कुरआन सबके लिए है। इस्लाम किसी धर्म से टकराव नहीं करता है। कुरआन जीवन व्यवस्था है। कुरआन में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि सबका मालिक एक है ।मन परिवर्तन से जुर्म अन्याय समाप्त होगा ।मृत्यु के बाद भी जीवन है। न्याय से शांति आती है ।और अन्याय से अशांति जन्म लेती है, जिससे गृहयुद्ध तक होता है। इसीलिए मन परिवर्तन करना ही हमारा मुख्य मिशन है। भेदभाव ऊंच नीच छुआछूत समाज से मिटाना होगा। स्त्रियों की इज्जत को कुरआन में बहुत महत्व दिया गया है ।समाज व बच्चों को कुपोषण से बचाना मुसलमान की पहली जिम्मेदारी है ।बच्चे अमानत हैं। व्यवस्था में प्रगति हुई लेकिन असमानता भी बड़ी है। महंगाई, प्रगति में बाधक है ।कमाई में दान की व्यवस्था जरुरतमंदों की सहायता करने के लिए किया गया है। तौफीक असलम ने बताया कि 10 प्रतिशत से कम मुसलमानों को कुरआन की जानकारी है। कुरआन के लिए लोग आज मरने मिटने को तैयार हैं परंतु कुरआन पर चलने के लिए तैयार नहीं है। यदि ऐसा हो जाए तो समाज से सारी बुराइयां समाप्त हो जाएंगी। गरीबी से छुटकारा पाने का अर्थ है लड़ाई से छुटकारा ।गरीबी,बीमारी से छुटकारा मुसीबत से छुटकारा पाना ही मुक्ति है। मालिक को छोड़ कर दूसरों को मानोगे तो मुक्ति नहीं मिलेगी। उन्होंने बताया कि जमात ए इस्लामी हिंद संस्था पूर्व सन 1948 से काम करती आरही है। जिसमें बूढ़े ,बच्चे, महिलाओं को अधिकार देने, धर्म जाति के नाम पर झगड़ा ना हो, सभी शिक्षित हो, गरीब अमीर के बीच अधिक अंतर ना हो, प्रकृति का सम्मान और विश्व के सभी मनुष्य एक मन होजाय ।दुनिया का हर इंसान हमारे भाई बहन हैं ।सबका मालिक एक है ।उन्होंने व्यवस्था पर प्रहार करते हुए कहा कि जब सरकार में बैठे लोग और राजनीतिक लोग अपने स्वार्थ के लिए गलत कदम उठाते हैं तब समाज में बदगुमानियां बढ़ती हैं। आज भ्रूण हत्या करने वाले को राक्षस कहा जाना चाहिए भ्रूण हत्या का जुर्म हत्या से भी बड़ा है ।आज किसान ब्याज और कर्ज के कारण आत्महत्या कर रहे हैं। कर्ज और ब्याज समाज की बड़ी बुराई है इसलिए सबको मिलकर एक दूसरे की सहायता कर जीवन सुरक्षित करना चाहिए तभी समाज सुरक्षित होगा, जीवन बहुमूल्य है ।
जमात ए इस्लामी हिंद भिवंडी द्वारा त स्थानीय रीजेंट गार्डन होटल के सभागृह में कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें इस्लाम अमन, प्रगति व मुक्ति विषय पर परिचर्चा आयोजित की गई थी। उक्त कार्यक्रम में शिक्षित, डॉक्टर, इंजीनियर ,वकील ,शिक्षक तथा पुलिस अधिकारी व कर्मचारी भी शामिल थे । कार्यक्रम में मुख्य वक्ता जमात ए इस्लामी हिंद महाराष्ट्र के अध्यक्ष इंजीनियर तौफीक असलम के साथ डॉक्टर उमर खोड़, डॉ नितिन मोकाशी डॉक्टर सोरठे भिवंडी के अध्यक्ष मौलाना औसाफ फलाही ने अपने विचार व्यक्त किए । इसी प्रकार सुबह के समय पुलिस हाल में पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ इसी विषय पर संस्था के गणमान्य लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए तथा सवाल जवाब का भी कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमे भिवंडी पश्चिम विभाग के एसीपी दिलीप गावित और भिवंडी पूर्व विभाग के एसीपी सैफन मुजावर विशेष रूप से मंच पर उपस्थित थे । दोपहर बाद संस्था द्वारा पुरानी महानगरपालिका सभागृह में भिवंडी महानगर पालिका के अधिकारी कर्मचारी व अन्य लोगों के बीच इस्लाम अमन प्रगति व मुक्ति के विषय पर व्यक्तव्य दिया गया साथ ही लोगों के सुझाव मांगे गए। ज्ञात हो कि संस्था हर वर्ष सामाजिक कार्य करने के लिए एक नया अभियान लेकर उसे वर्ष भर चलाती है । लोगों से संपर्क कर सूचनाओं का आदान प्रदान करती है। उक्त कार्यक्रम की सबसे बडी विशेषता यह थी कि, जमात-ए-इस्लामी हिंद के कार्यक्रम में हिंदू व पंजाबी संगठनों से जुड़े लोग भारी संख्या में उपस्थित थे। साथ ही कई जागरुक मान्यवरों ने काफिर जिहाद तथा हिंदू धर्म से जुड़े कई मुद्दों पर सवाल किए जिसका संतोषजनक उत्तर दिया गया। कुछ लोगों ने इस्लाम के प्रति अपने विचार भी व्यक्त किए जो सराहनीय रहा।
Post a Comment
Blogger Facebook