भिवंडी,हिन्दुस्तान की आवाज,एम हुसेन
भिवंडी। देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा पावरलूम उद्योग के लिए प्रसिद्ध तथा महाराष्ट्र की सबसे बड़ी मुस्लिम जनसंख्या वाले शहर भिवंडी में हज सब्सिडी समाप्त किए जाने का व्यापक विरोध किया जा रहा है। पावरलूम उद्योग नगरी भिवंडी में राष्ट्रीय बुनकर समाज के अध्यक्ष व कांग्रेसी नेता हबीबुर्रहमान अंसारी ने केंद्र सरकार के विरुद्ध इसे गहरी सोची समझी रणनीति का हिस्सा बताते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार देश के मुस्लिम समाज के लोगों को नीचा दिखाने के लिए तथा आगामी 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में वोटों को पोलराइज़ करने हेतु यह कदम जल्दबाजी में उठाया है। अंसारी ने कहा कि देश में जाति धर्म की ओछी राजनीति करने वाली केंद्र की भाजपा नीति नरेंद्र मोदी की सरकार तीन तलाक के बाद आनन-फानन में यह निर्णय लेकर मुस्लिम समाज के पुरुषों वह महिलाओं में भी विभाजन करना चाहती है। उक्त निर्णय के बाद सरकार के अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री ने यह कह कर अपनी नीति स्पष्ट कर दी है कि हज सब्सिडी में बचने वाला पैसा मुस्लिम समाज की लड़कियों की शिक्षा व महिलाओं के सशक्तिकरण में खर्च किया जाएगा। जो बयान से साफ दिखाई पड़ता है कि यह मुस्लिम समाज के लोगों को झांसा देने के लिए दिया गया बयान है। अंसारी ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र की मोदी सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का हवाला देकर हज सब्सिडी आनन-फानन में समाप्त कर मुस्लिम समाज को नीचा दिखाना चाहती है। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लागू करना था तो उसे मुस्लिम समाज में हज करने हेतु जाने वाले पौने दो लाख लोगों को एन समय पर ऐसा नहीं करना चाहिए था। उन्हें अगले वर्ष हज पर जाने वालों के लिए यह निर्णय लागू करना चाहिए था, ताकि जो हज में जाने की इच्छा रखते है वह लोग जो अति गरीब हैं, मेहनत मजदूरी कर पैसा इकट्ठा कर हज यात्रा पर जाने के लिए तैयारी कर सकें। उन्होंने मोदी सरकार की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि देश में ज्यादा दिन धर्म और जात के नाम पर बंटवारा कर वोट लेने की राजनीति नहीं चलेगी। यह गंगा जमुनी तहजीब तथा हिंदू ,मुस्लिम ,सिख, इसाई, बौद्ध, पारसी ,सभी का देश है ,और सभी नागरिक भारतीय हैं ।सब को एक समान देखा जाना चाहिए, लेकिन केंद्र सरकार पूरे देश को हिंदू मुसलमान में विभाजन कर राज करना चाहती है। अंसारी ने यह भी कहा कि सन 2018 में देश के 8 राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, तथा उसके बाद 2019 में लोकसभा का चुनाव होना है। जिसे संज्ञान में लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने जानबूझकर सोची समझी रणनीति के तहत यह निर्णय चुनाव जीतने के लिए किया है। देश की जनता अब काफी समझदार व जागरूक हो गई है ।वह धर्म जात के विभाजन की राजनीति को स्वीकार नहीं करेगी।
भिवंडी। देश के अन्य राज्यों की अपेक्षा पावरलूम उद्योग के लिए प्रसिद्ध तथा महाराष्ट्र की सबसे बड़ी मुस्लिम जनसंख्या वाले शहर भिवंडी में हज सब्सिडी समाप्त किए जाने का व्यापक विरोध किया जा रहा है। पावरलूम उद्योग नगरी भिवंडी में राष्ट्रीय बुनकर समाज के अध्यक्ष व कांग्रेसी नेता हबीबुर्रहमान अंसारी ने केंद्र सरकार के विरुद्ध इसे गहरी सोची समझी रणनीति का हिस्सा बताते हुए कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार देश के मुस्लिम समाज के लोगों को नीचा दिखाने के लिए तथा आगामी 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में वोटों को पोलराइज़ करने हेतु यह कदम जल्दबाजी में उठाया है। अंसारी ने कहा कि देश में जाति धर्म की ओछी राजनीति करने वाली केंद्र की भाजपा नीति नरेंद्र मोदी की सरकार तीन तलाक के बाद आनन-फानन में यह निर्णय लेकर मुस्लिम समाज के पुरुषों वह महिलाओं में भी विभाजन करना चाहती है। उक्त निर्णय के बाद सरकार के अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री ने यह कह कर अपनी नीति स्पष्ट कर दी है कि हज सब्सिडी में बचने वाला पैसा मुस्लिम समाज की लड़कियों की शिक्षा व महिलाओं के सशक्तिकरण में खर्च किया जाएगा। जो बयान से साफ दिखाई पड़ता है कि यह मुस्लिम समाज के लोगों को झांसा देने के लिए दिया गया बयान है। अंसारी ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र की मोदी सरकार सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का हवाला देकर हज सब्सिडी आनन-फानन में समाप्त कर मुस्लिम समाज को नीचा दिखाना चाहती है। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को लागू करना था तो उसे मुस्लिम समाज में हज करने हेतु जाने वाले पौने दो लाख लोगों को एन समय पर ऐसा नहीं करना चाहिए था। उन्हें अगले वर्ष हज पर जाने वालों के लिए यह निर्णय लागू करना चाहिए था, ताकि जो हज में जाने की इच्छा रखते है वह लोग जो अति गरीब हैं, मेहनत मजदूरी कर पैसा इकट्ठा कर हज यात्रा पर जाने के लिए तैयारी कर सकें। उन्होंने मोदी सरकार की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि देश में ज्यादा दिन धर्म और जात के नाम पर बंटवारा कर वोट लेने की राजनीति नहीं चलेगी। यह गंगा जमुनी तहजीब तथा हिंदू ,मुस्लिम ,सिख, इसाई, बौद्ध, पारसी ,सभी का देश है ,और सभी नागरिक भारतीय हैं ।सब को एक समान देखा जाना चाहिए, लेकिन केंद्र सरकार पूरे देश को हिंदू मुसलमान में विभाजन कर राज करना चाहती है। अंसारी ने यह भी कहा कि सन 2018 में देश के 8 राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, तथा उसके बाद 2019 में लोकसभा का चुनाव होना है। जिसे संज्ञान में लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने जानबूझकर सोची समझी रणनीति के तहत यह निर्णय चुनाव जीतने के लिए किया है। देश की जनता अब काफी समझदार व जागरूक हो गई है ।वह धर्म जात के विभाजन की राजनीति को स्वीकार नहीं करेगी।
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