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भिवंडी,हिन्दुस्तान की आवाज,एम हुसेन

भिवंडी।  के धामणकर नाका क्षेत्र स्थित मोहसिन कंपाउंड में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में भोजन करने के बाद एक मदरसे के 30 विद्यार्थियों सहित बगल के स्कूल के 5 विद्यार्थियों को मिलाकर कुल 35 विद्यार्थी विषाक्त भोजन खाने से बीमार हो गए थे । जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद स्थानीय आईजीएम उप जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया। जिनमें से 5 की परिस्थिति खराब होने के कारण उन्हें तत्काल मुंबई के नायर अस्पताल में उपचार के लिए भेजा गया जहां उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। भिवंडी में हुए इस विषाक्त भोजन कांड से पूरे शहर में हड़कंप मचा हुआ है।वहीं पुलिस इस मामले की गहराई से जांच में जुटी है, कि यह विषाक्त भोजन कांड क्यों और कैसे हुआ?
प्राप्त जानकारी के अनुसार भिवंडी शहर के धामनकरनाका क्षेत्र स्थित मोहसिन कंपाउंड में मुख्तार अत्ताउल्लाह शेख के घर धार्मिक कार्यक्रम ग्यारवी की नियाज के लिए दोपहर में भोजन की व्यवस्था की गई थी लोगों का कहना है कि इस भोजन व्यवस्था में लगभग 15सौ लोगों ने खाना खाया था।उसी में मदरसा दारुल उलूम दीवान शाह के लगभग 30 बच्चे व पास के उर्दू स्कूल के पांच बच्चों ने खाने में पुलाव और शिरा खाया। जिसके बाद बच्चों की तबीयत खराब होने लगी ।कई बच्चों को उल्टी पेट में दर्द तथा शरीर में एठन की शिकायत होने पर मदरसे के जिम्मेदार लोगों ने नय्यर आलम ,नबीर अहमद, रशीद शेख, सोहेल अहमद ,आबिद हुसैन, फिरोज अख्तर, निजामुद्दीन, कलामुद्दीन ,मुदस्सिर, सगीर ,आलम, इमरान मुगल, मोहम्मद जफर, मोहम्मद इरशाद आलम, मोहम्मद महफूज मंसूरी, सगीरूल, शहबाज, मोहम्मद जस्सीन, आफताब आलम, मोहम्मद नवीद, मरगुब, शाकिर, शाहजहां अफसर, आबिद खान ,वसीम अख्तर आदि सहित 13 वर्ष से 14 वर्ष के 30 बच्चों को विषाक्त भोजन खाने से विष बाधा हुई। स्थानीय लोगों के अनुसार सभी बीमार बच्चों को पहले स्थानीय डॉक्टर से उपचार कराया गया था। लेकिन बच्चों की हालत गंभीर होने के कारण उन्हें उपचार के लिए स्वर्गीय इंदिरा गांधी उप जिला अस्पताल भिवंडी में भर्ती कराया गया जिसमें से 5 बच्चों की हालत चिंताजनक होने के कारण उन्हें मुंबई के नायर अस्पताल में स्थानांतरित किया गया जिनके नाम इरफान जैनुल हक़ 13 अफ्फान जैनुल हक़ 13, समीर मोहम्मद मुस्लिम 11, रमजान शकील 13 व दशिन 12 हैं, इसी प्रकार 4 बच्चों को भिवंडी में निजी मेहर अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका उपचार जारी है । देर रात घटना की खबर मिलने से भिवंडी के आईजीएम उप जिला अस्पताल में अफरा तफरी मच गई। उक्त घटना की जानकारी भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष शेट्टी मिली वह तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और इसकी जानकारी राज्य मंत्री रवींद्र चौहान को दी जिसके बाद भिवंडी प्रशासन हरकत में आया तथा नायर अस्पताल में भर्ती कराए जाने के लिए व्यवस्था की गई। घटना की सूचना मिलते ही भिवंडी पुलिस उपायुक्त मनोज पाटिल, प्रांताधिकारी डॉ संतोष थिटे, तहसीलदार शशिकांत गायकवाड व अन्य औषधि प्रशासन परिमंडल 5 के महेश चौधरी ने नमूना लेकर फॉरेंसिक लैब में भेजा है इस मामले में भोजन तथा अन्य की जांच कर रिपोर्ट मिलने के बाद दोषियों पर कार्रवाई करने का संकेत पुलिस विभाग ने दिया है। वही मुंबई में मरीजों के साथ देर रात तक वहां मौजूद महापौर जावेद दलवी, कांग्रेस अध्यक्ष शोएब गुड्डू, पूर्व उपमहापौर अहमद सिद्दीकी कांग्रेस नगरसेवक खान मतलूब सरदार, वसीम अंसारी मौके पर डटे रहे सुबह भिवंडी आने पर उक्त नेताओं ने संवाददाता से बताया कि पांचों बच्चों सहित कुल 27 बच्चों की हालत ठीक है अब सभी बीमार बच्चे खतरे से बाहर हैं। ज्ञात हो कि भिवंडी में पूर्व सन 1997 में एक भिस्सी कांड में 105 पावर लूम मजदूरों की मृत्यु हो गई थी घटना के 21 वर्ष बीत जाने के बाद राज्य शासन व अन्य व औषध प्रशासन सोया हुआ है अभी तक उस घटना में किस कारण लोगों की मौत हुई इसका पता नहीं चल पाया है ।शहर के लोग मानते हैं कि एक बार फिर से शहर में भिस्सी कांड ताजा हो गया है जो चिंता का विषय है।

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