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इंडियन रोटी बैंक की ओर से सम्मानित हुए नवोदित रचनाकार


हिंदुस्तान की आवाज़, बहराइच आर, के वर्मा


बहराइच। अवधी के कवि स्व. पारसनाथ मिश्र भ्रमर के पुण्यतिथि के मौके पर शहर के स्वतंत्रता सेनानी भवन सभागार में काव्यांजलि का आयोजन हुआ। अध्यक्षता वरिष्ठ गीतकार राधा कृष्ण शुक्ल पथिक ने की। जबकि मुख्य अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक राजेंद्र कुमार पांडेय रहे। मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन के बाद स्व. भ्रमर के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई।इस मौके पर इंडियन रोटी बैंक की सेंट्रल यूपी प्रभारी चौधरी सरिता पटेल ने नवोदित रचनाकारों का सम्मान कर उनका उत्साह वर्धन किया।
काव्यांजलि की शुुरुआत पूर्व प्रधानाचार्या विंध्यवासिनी त्रिपाठी ने मां वीणापाणिनी की वंदना कर की। इसके बाद नवोदित कवि मदनमोहन उपाध्याय ने पढ़ा उजियारा जीवन का द्योतक, और अंधेरा मरण हुआ है। धीरे-धीरे मूल्य मर रहे अपनेपन का क्षरण हुआ है। कवि धमेंद्र मौर्य अकिंचन ने पढ़ा आम से अब खास होती जा रही है, जिंदगी बदमाश होती जा रही है। कवि अतुल वर्मा ने पढ़ा पड़ी जरूरत देश को हम हथियार स्वयं बन जाएंगे, दुश्मन सबक सिखाने को अंगार स्वयं बन जाएंगे। कवि नीरज शुक्ल ने पढ़ा बदलते वक्त में खुद को बदलने की जरूरत है। फिसल जांए कदम यदि तो संभलने की जरूरत है। डा. धनंजय ने पढ़ा बंद कमरो में बातें हो रही हैं फौज की, औ समंदर हंस रहा है साहिलों की बात पर। नितेश शुक्ल दिव्य ने पढ़ा तुम सुबह की किरण शाम का हो पवन, मुझको ऐसा ही खुद से मिलाती रहो। कुलदीप शुक्ला दीप ने पढ़ा करें स्वच्छ भारत का साकार सपना, धुएं से तो दम अब घुटा जा रहा है। कवि अतुल अवस्थी अतुल ने पढ़ा कश्मीर की क्यारी जरै दियरा तौ देवारी भई, बम गोला से पाकिस्तानी दगैं तौ देवारी भई, जनता विश्वास हरै उहुका ब्वालौ स्वाहा, लाहौर मा जौ लहराय तिरंगा देवारी भई। डा. विकास दीप वर्मा ने पढ़ा लहू को बहा देते हैं जो अपने पसीने में, महफिलें गुलजार होती उनके ही कसीदे में। काव्यांजलि का संचालन कर रहे डा. दिनेश त्रिपाठी शम्श ने पढ़ा एक झूठी मुस्कुराहट को खुशी कहते रहे, सिर्फ जीने भर को हम क्यू जिंउगी कहते रहे। कवि रामसूरत वर्मा जलज ने पढ़ा जिंदगी तो उन्ही की सफलतम जलज, काम जो आ गए हैं वतन के लिए। शिवकुमार सिंह रैकवार ने पढ़ा पथ दुघर्टना में भ्रमर हुए जीर्ण तन मुक्त, भ्रम मर गए भ्रमर अमर, बस तन से अवमुक्त। इसके अलावा श्रावस्ती के सुरेश सैनिक, बलरामपुर के शंभूनाथ शुक्ला, डा. शैदा भारती, शिवनाथ गौतम शिवा, लक्ष्मी कांत त्रिपाठी मृदुल, रईस सिद्दीकी, अमान, आशुतोष श्रीवास्तव आदि ने काव्यपाठ कर वाहवाही लूटी। इसमौके पर अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ गीतकार राधाकृष्ण शुक्ल पथिक ने स्व. भ्रमर के साथ बीते पलों को साझा करते हुए काव्यपाठ किया। इस मौके पर आयोजक समिति के गोपाल शुक्ला, डा. अशोक पांडेय गुलशन, पीके प्रचंड, दुर्गेश सिंह आदि मौजूद रहे।
वरिष्ठ गीतकार व सात नवोदित रचनाकार हुए सम्मानित
काव्यांजलि समारोह के दौरान जिले के सात नवोदित रचनाकारों को इंडियन रोटी बैंक की यूपी सेंट्रल प्रभारी चौधरी सरिता पटेल ने अंगवस्त्र और पुष्पगुच्छ प्रदान कर सम्मानित किया। इसके साथ ही वरिष्ठ गीतकार राधाकृष्ण शुक्ल पथिक और मुख्य अतिथि का भी सम्मान किया गया।

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