उन्नाव, हिन्दुस्तानकीआआवज़ ,मोहित मिश्रा
तहसील हसनगंज क्षेत्र के अन्तर्गत किसानों की आय दो गुना करने के सरकारी वादे झूठे साबित हो रहे है। सूखे की मार से जूझते किसान अभी तक धान की फसल मे घाटा होने का रोना रो ही रहे थे कि अब रबी की फसल बोने के भी लाले पड़ रहे है। सूखे के कारण रबी की बोआई के लिये खेतो की पलेवा करना जरूरी है। मगर क्षेत्र की नहरे दगा दे रही है।
नहरो मे पानी आना तो दूर अभी तक सफाई भी नही हुयी है। हसनगँज रजबहा न्यूतिनी रजबहा सहित लालपुर नवई और लखनापुर रजबहा अभी भी सूखे पड़े है। इन रजबहो से चांदपुर झलिहई धोपा चन्देसुआ दाऊदपुर बगहा मुस्तफा बाद रामपुर अखौली सहित दो दर्जन माइनरों की न तो सफाई हुयी ना ही पानी आ रहा है। नतीजन इन नहरो से सिचाई करने वाले सैकड़ो किसान या तो महगें डीजल चालित पम्प सेटो के जरिये पलेवा कर रहे है। या फिर आसमान की ओर बारिश होने के लिये निहार रहे है।
क्षेत्र के प्रगतिशील किसान मो0 हारिश किदवई, रजौनी दीक्षित, सफीक अहमद, आशुतोष बाजपेई, राजाराम रावत, गुलाब सिह आदि ने बताया कि यदि नहरो मे पानी नही आया तो लगभग आधी जमीन बिना बोये ही रह जायेगी, देर से पानी आने का कुप्रभाव भी फसलो पर पडे़गा क्योंकि समय से गेहूं आदि फसलो की बुआई नही होने की दशा मे उत्पादन गिरेगा और अतंतः किसानो को घाटा होगा। ऊपर वाले की मार एवं सरकार की उपेक्षा के चलते दोहरी मार झेल रहा क्षेत्रीय किसान परेशान एवं हताश होकर घर बार छोड़कर पलायन को मजबूर हो कर रह गया है।
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- Disclaimer हमे आप के इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करे और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य मे कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह ईमेल hindustankiaawaz.in@gmail.com भेज कर सूचित करे । साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दे । जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।
तहसील हसनगंज क्षेत्र के अन्तर्गत किसानों की आय दो गुना करने के सरकारी वादे झूठे साबित हो रहे है। सूखे की मार से जूझते किसान अभी तक धान की फसल मे घाटा होने का रोना रो ही रहे थे कि अब रबी की फसल बोने के भी लाले पड़ रहे है। सूखे के कारण रबी की बोआई के लिये खेतो की पलेवा करना जरूरी है। मगर क्षेत्र की नहरे दगा दे रही है।
नहरो मे पानी आना तो दूर अभी तक सफाई भी नही हुयी है। हसनगँज रजबहा न्यूतिनी रजबहा सहित लालपुर नवई और लखनापुर रजबहा अभी भी सूखे पड़े है। इन रजबहो से चांदपुर झलिहई धोपा चन्देसुआ दाऊदपुर बगहा मुस्तफा बाद रामपुर अखौली सहित दो दर्जन माइनरों की न तो सफाई हुयी ना ही पानी आ रहा है। नतीजन इन नहरो से सिचाई करने वाले सैकड़ो किसान या तो महगें डीजल चालित पम्प सेटो के जरिये पलेवा कर रहे है। या फिर आसमान की ओर बारिश होने के लिये निहार रहे है।
क्षेत्र के प्रगतिशील किसान मो0 हारिश किदवई, रजौनी दीक्षित, सफीक अहमद, आशुतोष बाजपेई, राजाराम रावत, गुलाब सिह आदि ने बताया कि यदि नहरो मे पानी नही आया तो लगभग आधी जमीन बिना बोये ही रह जायेगी, देर से पानी आने का कुप्रभाव भी फसलो पर पडे़गा क्योंकि समय से गेहूं आदि फसलो की बुआई नही होने की दशा मे उत्पादन गिरेगा और अतंतः किसानो को घाटा होगा। ऊपर वाले की मार एवं सरकार की उपेक्षा के चलते दोहरी मार झेल रहा क्षेत्रीय किसान परेशान एवं हताश होकर घर बार छोड़कर पलायन को मजबूर हो कर रह गया है।
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