Ads (728x90)

मीरजापुर,हिन्दुस्तान की आवाज, संतोष देव गिरी

मरीज को दवा, दया और सहानुभूति दोनों ही होती है दरकार
मीरजापुर। मरीज को उपचार के दौरान केवल दवा की ही नहीं दरकार होती है, बल्कि उसे सहानुभूति की भी दरकार होती है। दवा से उसे स्वास्थ्य लाभ मिलता है तो सहानुभूति से उसे साहस मिलता है। यह कहना है चिकित्सक ऐलन का उनका मानना है कि दवा से कहीं ज्यादा मरीज के लिए उसके साथ बरती गई सहानुभूति कारगर साबित होती है। जिले के कछवां स्थित क्रश्चियन हास्पिटल के डाक्टर ऐलन बताते है कि मरीज को दवा और दया से कहीं ज्यादा सहानुभूति की आवश्यकता होती है जो उसे अंदर से मजबूत बनाने का काम करती है। कहा गया है कि डाक्टर धरती के भगवान होते है तो वास्तव में डा. ऐलन को धरती का भगवान कहा जाये तो कहना तनिक भी गलत नहीं होगा। अपने मृदुलभाषी स्वभाव के लिए यहां आने वाले मरीजों में शुमार डा. ऐलन के सेवाभाव का ही परिणाम है कि जिले के विभिन्न क्षेत्रों से तो मरीज यहां आते ही है पड़ोसी जनपदों के भी मरीजों की अच्छी खासी तादात इनके यहां देखते बनती है। अपनी सेवाआंे के लिए मरीजों और उनके तिमारदारों में चर्चित डा. ऐलन का मानना है कि मरीज को साहस सहानुभूमि प्रदान करने से उसके अंदर रोक प्रतिरोधक क्षमता का जहां प्रवेश होता है जिसका सीधा असर उसके स्वास्थ्य पर पड़ता है और मरीज को शीघ्र ही स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है। उन्होंने एक भेंटवार्ता के दौरान बताया कि मौजूदा समय में मौसम परिर्वतन के दौर से गुजर रहा है ऐसे में मौसम जनित बीमारियां बढ़ रही है जिससे बचने का का एक मात्र रास्ता है बचाव और उपचार जिससे आसानी से मौसम जनित बीमारियों से बचा जा सकता है।

---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- Disclaimer हमे आप के इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करे और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य मे कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह ईमेल hindustankiaawaz.in@gmail.com भेज कर सूचित करे । साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दे । जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।

Post a Comment

Blogger