Ads (728x90)

आश्वासन नही , लिखित वादा करे
नितेश राणे की  गाडी भी रोकी 


मुंबई / मोहम्मद मुकीम शेख

मुंबई, मराठा समाज को  आरक्षण मिलना ही चाहिए, कोपर्डी हत्याकांड के  आरोपीं को  फाशी ददो  इत्यादी मांग के लिए   मुंबई के  आझाद मैदान में निकाले गये शांति मोर्चा के समय  आरक्षण नही दे सकते, तो सत्ता छोड़े, यह चेतावनी  सरकार को दी गयी है. इस समय जिन्हें हमने सत्ता में बैठाया है उससे ही हमे लड़ना पड़ रहा है यह दुःख  व्यक्त किया गया.  गौरतलब है की
मुंबई का यह ५८ वा मोर्चा मराठा समाज का  अंतिम  निर्णायक मोर्चा  है यह कहा जा रहा है. सुबह ११ बजे  भायखला के जीजामाता उद्यान से  सुरू हुवा मोर्चा जे. जे. फ्लाई ओवर से  आजाद मैदान में  एक बजे के दरम्यान पहुचा. मात्र सुबह से ही मोर्चाकरने वालो की  गर्दी से  आझाद मैदान पूरी तरह भर गया था. अनेक मोर्चेकर छत्रपती शिवाजी महाराज टर्मिनस, मुंबई महापालिका मुख्यालय के बाहर रास्ते पर मोर्चा में शामिल होने से  जेजे फ्लाई ओवर से सीएसटी परिसर वाहतुक के लिए  बंद किया गया था. मोर्चा करो के हाथ में झंडे के चलते यह  परिसर भगवामय हुवा था. शांतिपूर्ण  मोर्चा के दरम्यान जय भवानी, जय शिवाजी, एक मराठा लाख मराठा, कोन कहता है नही देगे लिए बगेर नही जायेगे इस तरह का नारा  आझाद मैदान व सीएसटी परिसर में गूंज रहा. आझाद मैदान में  व मैदान के बाहर गर्दी होने से मोर्चा करने वालो ने मानव अधिकार  आयोग की  इमारतपर , पालिका के सामने  फिरोज शाह के पुतले के पास , अमर जवान ज्योत बीएस स्टॉप पर तथा चड़कर मोर्चा का  भाषण को सुना था.
मोर्चा के दरम्यान मराठा समाज की युवतीयो ने  संबोधित करते हुवे  मराठा समाज की मांग के लिए   ५७ मोर्चे निकालने के बाद भी सरकार द्वारा  उपेक्षा करने से यह  मुंबई में  मोर्चा निकालना पड़ रहा है . मराठा समाज तनाव में आयी तो क्या  परिस्थिती निर्माण होगी यह किसी को नही पता है . हम  छत्रपती शिवाजीं के वारिसदार है हमे  क्रांती करने में समय नही लगेगा. हमारे हाथ में हल फिर भी हाथ में तलवार लेने में समय नही लगेगा. हमने जिन्हें सत्ता में भेजा है उन्ही से हमे  लढना पड़ेगा यह हमे नही लगा था मराठो ने  निर्णय लिया तो दुबारा इस  सरकार को चुनकर नही भेजेगे यह चेतावनी इस समय दी गयी. मराठा समाज के शेकडो विधायक होने के बावजूद भी  समाज की  दखल नही लिए जाने का खेद उस समय  व्यक्त किया गया . ऍट्रॉसिटी कानून का गलत प्रयोग किये जाने से कानून में योग्य ते बदलाव किया जाये यह मांग भी इस अवसर पर की गयी.  अन्य समाज को  आरक्षण देते समय  मराठा समाजने विरोध नही किया फिर हमारे  आरक्षण की मांग को  विरोध क्यों यह प्रश्न उपस्थित किया गया. सरकार लडकी बचाओ, लडकी की शिक्षा दो यह सिर्फ कहती है लडकी की सुरक्षा करने में सरकार असफल हुई यह आरोप किया गया.
इस दरम्यान मोर्चा करने वालो के प्रतिनिधि दल ने  मुख्यमंत्री से मुलाकात किया. इस मुइलाकत के बाद वापस आये प्रतिनिधि दल ने जानकारी दे ने की  संभाजीराजे के  सुरु करते ही मोर्चा करने वालो में हंगामा करना शुरू किया. काँग्रेस के विधायक नितेश राणे मंचपर आते ही मोर्चा करने वालो ने  जोरदार नारे बाजी किया. मुख्यमंत्री के  आश्वासन के बाद प्रतिनिधि दल का  समाधान हुवा यह दिखाई दिया, फिर सिर्फ आश्वासन नही, हमे लिखित आश्वासन दो, यह कहते हुवे कुछ मोर्चा करने वाले  विधानभवन की दिशा की तरफ गये. नितेश राणे मोर्चा करने वालो को समझाकर  गाडी में बैठकर निकल रहे थे  राणे की  गाडी भी मोर्चा करने वालो ने रुकवाया. इसलिए  नितेश राणे आखिर मोर्चा करने वालो के साथ पैदल  विधानभवन की दिशा में निकले. बड़ी संख्या में मोर्चा करने वाले  आक्रमक होकर  विधानभवन की तरफ निकलने पर उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने बड़ी  फौजफाटा तैनात किया. लेकिन फिर भी मोर्चा करने वाले   विधानभवन की  दिशा में  कूच कर गये .

---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- Disclaimer हमे आप के इस न्यूज़ पोर्टल को बेहतर बनाने में सहायता करे और किसी खबर या अंश मे कोई गलती हो या सूचना / तथ्य मे कमी हो अथवा कोई कॉपीराइट आपत्ति हो तो वह ईमेल hindustankiaawaz.in@gmail.com भेज कर सूचित करे । साथ ही साथ पूरी जानकारी तथ्य के साथ दे । जिससे आलेख को सही किया जा सके या हटाया जा सके ।

Post a Comment

Blogger