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पालिका की लापरवाही के कारण  दुर्घटना हुई  स्थानिय नागरिको का आरोप 

मुंबई, हिन्दुस्तान की आवाज, मोहम्मद मुकीम शेख


मुंबई, घाटकोपर दामोदर पार्क के पास  सिद्धी साई यह चार मजली इमारत गिरने से सात  लोगो की  मृत्यू हुई है. मृतको में एक तीन महिने की बालिका का समावेश है. घटनास्थल पर बचाव कार्य सुरू है घायलो का राजावाडी व शांतिनिकेतन अस्पताल में उपचार सुरू है. उक्त  इमारत दुर्घटना में  मृतको की संख्या बढ़ने की संभावना है. दरम्यान इस मामले की जांच करवाने के लिए  पालिका आयुक्त अजोय मेहता ने उपायुक्त चंद्रशेखर चिटोरे व विनोद चिटोरे संचालक अभियांत्रिकी की जाच  समिती नियुक्त किया है  १५ दिनो में इस दुर्घटना कि रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है.  

गौरतलब है कि घाटकोपर एलबीएस मार्गपर दामोदर पार्क में सिद्धी साई यह नीचली मंजिल और ऊपर  तीन मंजिल रही   इमारत का १९८१ वर्ष में निर्माण किया था, यह इमारत ३६ वर्षे पुरानी थी. इस इमारत के निचली मंजिलपर  सितप नर्सिग होम था. इमारत के ऊपरी मंजिलपर कुछ परिवार रहते थे.  पालिका के नियम के अनुसार ३० वर्ष से अधिक पुरानी इमारतों को  स्ट्रक्चरल ऑडिट करना बंधनकारक है. फिर भी इस इमारत का स्ट्रक्चरल ऑडिट नही किया गया था. पालिका ने भी इस  इमारत को स्ट्रक्चरल ऑडिट किये जाने के संदर्भमें कोई भी  नोटीस नही दिया था. निचली मंजिल पर रही  नर्सिग होम का नवीनीकरण किये जाने का  काम सुरू था. बिना अनुमति इमारत के  व ढाचे के भीतर परिवर्तन किए जाने से  पीलर्सको खतरा  निर्माण होने से यह  इमारत सुबह  १०. ४५ को गिर गई . 


इस  इमारत में कुल  १५ रूम था ९ रूममें  निवास रह रहे थे. और ६ रूम बंद थे. बंद रहने वाले रूम  ६ रूम में से   चार रूम शिवसेना के  पदाधिकारी सुनील सीतप का  है. उसी तरह निचली मंजिलपर सीतप नर्सिंग होम भी सीतप के भी मालिक है. सुनील सीतप की पत्नी स्वाती सीतप को  फरवरी में  संपन्न हुवे पालिका चुनाव में इसी वार्ड से  शिवसेना कि तरफ उम्मीदवार थी. इस विभागमें सीतप का अच्छा प्रभाव है उनके  नर्सिंग होम के भीतर बिना अनुमति काम के लिए  पालिका ने नजरअंदाज किया था. इमारत के निचली मंजिलपर  पिलरल में परिवर्तन किये जाने से इमारत को खतरा हो सकता है यह शिकायत यहा के निवासियों ने दोन से तीन बार पालिका के एन विभाग के पास किया था. यदि पालिका ने इस शिकायत पर लापरवाही किये जाने से यह दुर्घटना घटित होने का आरोप स्थानिक निवासियों ने किया है. 


इमारत गिरनेपर  स्थानिय नागरिक, अग्निशमन दल, पोलीस व एमडीआरएफ दलो के कर्मचारियों ने  बचाव कार्य सुरु किया है. इस बचाव कार्य के समय कुल  १६ लोगो को बाहर निकालने में सफल हुवे है. इन १६ लोगो मे   ७ मृत है. वर्षा सकपाळ (उम्र २०), गीता रामचंदानी (उम्र ५८) और रीती खनचंदानी उम्र ४० प्रज्ञा जडेजा ५० वर्ष, गणेश तकडे ३३ वर्ष, विठ्ठल शिरगिरी (उम्र ३५) यह घायल हुवे है. और, मृतको में व्ही. रेणुका ठक यह तीन महिने की बालिका के साथ रंजनबेन शहा (उम्र ६२) और एक ८० वर्षीय महिला शामिल है. ,और अन्य के पहचान किये जाने का  काम सुरू है. बचाव कार्य के दरम्यान दो अग्निशमन दलके कर्मचारी घायल हुवे है.दुर्घटना स्थलपर   गृहनिर्माण मंत्री प्रकाश मेहता, महापौर विश्वनाथ महाडेश्वर, उप महापौर हेमांगी वरळीकर, सभागृह नेता यशवंत जाधव, स्थायी समिती अध्यक्ष रमेश कोरगावकर, एन विभाग प्रभाग समितीके अध्यक्ष तुकाराम पाटील, नगरसेविका बिंदू त्रिवेदी, नगरसेविका अर्चना भालेराव व पालिका आयुक्त अजोय मेहता ने मुलाकात किया और  बचाव कार्य की जानकारी ली.


मृतको का नाम 

रंजनाबेन शाह ६२  वर्षे 
सुलक्षणा खनचंदानी ८० वर्षे 
रेणुका ललित ठक ३ महिने 
मनसुख भाई गजर ८५ वर्षे 
अमृता ठक ४० वर्षे 
दिव्या अजमेरा ४५ वर्षे 


दोषीपर कारवाई की जाएगी - 

यह इमारत अवैध नही थी सिर्फ नर्सिग होमने नवीनीकरण करने के लिए अनुमती नही लिया था. यह नर्सिग होम शिवसेनाके सुनील शितप का है यह कहा जारहा है, इस दुर्घटना कि जांच करवाई जाएगी और दोषियों पर कारवाई की जाएगी

प्रकाश मेहता, गृहनिर्माण मंत्री



सहाय्यक आयुक्त पर कारवाई करे

दुर्घटना स्थल पर दौरा किया. हॉस्पिटल बंद था और उसमें मरम्मत का  काम सुरु था. पिलरसे छेड़छाड़ किया गया था. इस अस्पताल को मरम्मत की अनुमती दीया गया था यह सहाय्यक आयुक्त भागश्री कापसे से पूछने पर उन्हें कुछ भी ध्यान नही. इस काम के बारे में  स्थानिक नागरिको ने पालिका के पास शिकायत किया था क्या. इसके लिए लापरवाही हुई है. इसलिये  पूर्व उपनगरके  अतिरिक्त आयुक्त विजय सिंघल ने जांच किये जाने के लिए आदेश दिया गया है. इस प्रकरण में कोई भी किसी भी पार्टी का होगा और कोई भी अधिकारी दोषी होगा उसपर  कारवाई की जाएगी. 

विश्वनाथ महाडेश्वर, महापौर


जाच का  दिखावा किया जाता है

ऐसी इमारतों के गिरने के बाद जाच के लिए समितियां नियुक्त की जाती है. जिससे कुछ भी आगे   कारवाई नही की जाती. बड़े अधिकारियों को  क्लीन चिट दिया जाता है. इसलिए इस तरह  की  घटना रोकने के लिए बड़े अधिकारियों के ऊपर कारवाई होना चाहिए. इस प्रकरणमें  सहाय्यक आयुक्त दोषी है यह दिखाई पड़ रहा है इसलिए उनपर कारवाई होना चाहिए. 

यशवंत जाधव - सभागृह नेता



जांच करे

यह इमारत खतरनाक या अधिक खतरनाक नही थी. इस इमारत के नर्सिंग होम में बिना अनुमति के बदलाव किया जा रहा था. इन कामो के लिए पालिका की अनुमति नही लिए जानेपर   पालिका प्रशासन क्या कर रही थी ? नर्सिग होम किसी भी पार्टी के नेता का है लेकिन जिंदगी से बढ़कर पार्टी नही है इस  नर्सिंग होम के मालिकपर और पालिका  अधिकारियों के ऊपर  कारवाई करे. 

राखी जाधव, गटनेता - राष्ट्रवादी पार्टी 

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