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किसानों की कर्जमाफी के लिए राज्यपाल ने किया मुख्यमंत्री का अभिनंदन


मुंबई, दि. ११ : जलयुक्त शिवार अभियान सिंचाई क्षेत्र में यशगाथा बन गया है . कृषि सिंचाई की व्यवस्था करने के लिए भविष्य में नदी ,तालाब , जलस्रोतों को पुनर्जीवित करने का अभियान शुरू किया जाना चाहिए , यह आवाहन राज्यपाल सी. विद्यासागर राव ने किया ।

यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान सभागृह में वर्ष २०१४ के कृषि पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया था । इस अवसर पर राज्यपाल बोल रहे थे । मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस , मुंबई उपनगर के पालक मंत्री विनोद तावड़े , कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर , मुई शहर के पालक मंत्री सुभाष देसाई , पशु संवर्धन दुग्ध विकास व मत्स्य विकास मंत्री महादेव जानकर , कृषि राज्यमंत्री सदाभाऊ खोत , कृषि विभाग के प्रधान सचिव विजयकुमार इस अवसर पर उपस्थित थे ।

इस अवसर पर बोलते हुए राज्यपाल ने कहा कि राछ्य के किसानों ने देश के कृषि विकास में बहुत बड़ा योगदान किया है । अनेक ठिकानों पर किसानों द्विरा किये गये नये नये प्रयोगों के चलते कृषि क्षेत्र में नये बदलाव दिखाई देने लगे हैं । उत्पादन में वृद्धि हुई है । राज्य में महिला किसान भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर घर काम के साथ खेती की जबावदारी भी संभाल रही हैं ।

हर समय बदलते रहने वाला मौसम खेती के लिए चुनौती होता है । ऐसे में उसी प्रकार का कृषि कार्यक्रम तैयार किया जाना चाहिए । ऐसा करने से संकट के समय कृषि उत्पादन पर होने वाले प्रभाव को कम करना संभव हो सकेगा । फलोत्पादन तथा फलों के निर्यात में महाराष्ट्र देश में अग्रणी स्थान पर है ।

मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने राज्य के किसानों की कर्जमाफी का जो निर्णय लिया है उसके लिए मैं उनका अभिनंदन करता हूँ । इस निर्णय से राज्य के ८९ लाख किसानों को फायद होगा तथा ४० लाख किसान कर्जमुक्त होंगे । ऐसा राज्यपाल ने कहा ।


पुरस्कार प्राप्त किसान राज्य सरकार के 'कृषिदूत' - मुख्यमंत्री


पुरस्कार प्राप्त किसानों का अभिनंदन करते हुए मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि पुरस्कार प्राप्त किसान राज्य सरकार के कृषिदूत हैं । ये सभी किसान राज्य का दौरा कर अपने द्वारा कृषि क्षेत्र में किये गये प्रयोगों द्वारा अन्य किसानों का मार्गदर्शन करें । इसका फायदा अन्य किसानों को भी होगा तथा इस से कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी । ऐसा यदि हो पाया तो कर्जमाफी से कर्जमुक्ति की ओर बढ़ने में आसानी होगी । खासकर जिन जगहों पर किसानों ने आत्महत्याएं की हैं वहाँ पुरस्कार प्राप्त किसानों की कृषिदूत के रूप में भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है ।

राज्य में कृषि क्षेत्र में बहुत समस्याएं हैं । राज्य में कृषि में फायदा हो तथा उत्पादन बढ़े , इसके लिए षरकार ने उनेक उपक्रम शुरू किये हैं । सरकार ने इस वर्ष कृषि तथा कृषि संलग्न क्षेत्र के लिए २५ हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था करते हुए वित्त बज़ट प्रस्तुत किया । बिजली तथा सिंचाई क्षेत्र में भी किसानों को राहत देने वाले कदम उठाये गये ।

किसानों को संस्थात्मक कर्ज देने के उद्देश्य से फसल कर्ज की रचना की गयी । राज्य में पिछले ४ वर्षों से लगातार सूखा के हालात रहे हैं । किसानों का साथ देने के उद्देश्य से किसानों को छत्रपति शिवाजी महाराज शेतकरी सम्मान योजना के माध्यम से ३४ हजार करोड़ की कर्जमाफी की घोषणा की गयी जो देश के कई राज्यों से अधिक है ।

सोलर फीडर के माध्यम से कृषि पंपों के लिए दिन में १२ घंटे बिजली उपलब्ध करवाने की योजना तैयार की जा रही है । प्रयोग के तौर पर पहला ऐसा प्रकल्प रालेगणसिद्धि में शीघ्र ही शुरू किया जाएगा ।

अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हुए हमले की मुख्यमंत्री ने निंदा की

अमरनाथ तीर्थयात्रा पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने इस हमले में मारे गये दो कृषि पुरस्कार विजेता किसानों को श्रद्धांजलि दी तथा इस आतंकवादी हमले की निंदा की । इस तरह की हरकतों से यह साबित होता है कि आतंकवादी केवल एक देश के नहीं बल्कि समस्त मानव जाति के दुश्मन हैं ।

सब्जी- फल उत्पादन बढ़ाने के लिए सावता माली पुरस्कार दिया जायेगा - कृषि मंत्री की घोषणा

कृषि मंत्री पांडुरंग फुंडकर ने कहा कि सीमित सिधन।सामग्री की पार्श्वभूमि पर कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए राज्य सरकार किसानों के साथ है । 'मागेला त्याला शेततले' योजना के अंतर्गत २ वर्षों के लिए ५०० करोड़ रुपयों की निधि की व्यवस्था की गयी है । अब तक १ लाख २० हजार २७६ शेततलों का काम शुरू करने के आदेश दे दिये गये हैं ।उनमें से ४२ हजार ३२८ का काम पूरा हो गया है । 'अटल सौर कृषि पंप योजना ' के अंतर्गत १० हजार कृषि पंप लगाने का काम प्रगति पर है ।

पुरस्कार प्राप्त किसानों के प्रयोग से कृषि विकास को गति मिली है । आगामी वर्ष में सब्जी - फल उत्पादन बढ़ाने के लिए सालता माली पुरस्कार प्रदान किया जायेगा । यह घोषणा कृषि मंत्री ने की ।

इस अवसर पर पुरस्कार प्राप्त किसानों को धनादेश व सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया ।

विभिन्न पुरस्कार प्राप्त करने वाले ----

डॉ. पंजाबराव देशमुख कृषिरत्न पुरस्कार:-

विश्वासराव आनंदराव पाटिल-रु. ७५००० /- नकद , स्मृति चिन्ह तथा सम्मान पत्र

वसंतराव नाईक कृषिभूषण पुरस्कार :

रु. ५०,०००/- नकद , स्मृति चिन्ह तथा सम्मान पत्र

दिलीप नारकर , प्रेमानंद महाजन , आनंदराव गाडेकर , मच्चिंद्र कुभार , आनंदराव मटकर , शेषराव निखाड़े , दत्तात्रय गुंडावर

जीजामाता कृषिभूषण पुरस्कार : (महिला)

रु ५००००/- नकद , स्मृति चिन्ह , सम्मान पत्र

माधुरी भोईर , सुनीता रावतले , वैशाली पवार , विद्या रुद्राक्ष , लक्ष्मीबाई पारवेकर

वसंतराव नाईक शेतीमित्र पुरस्कार :

रु. ११०००/- नकद , स्मृति चिन्ह , सम्मान पत्र

कुल मिलाकर २५ पुरस्कार

उद्यान पंडित पुरस्कार : २५००० नकद , सम्मान , स्मृति चिन्ह

प्रकाश ठाकुर , सुभाष गुंजाल , रवींद्र पाटिल , गणपत पारटे , भीमराव शेंडगे , दत्तात्रय फटांगरे , पुष्पा खुबालकर , हिम्मतराव टप्पे

कृषि भूषण ( सेंद्रीय खेती ) पुरस्कार : रु ५०,०००/- नकद , स्मृति चिन्ह , सम्मान पत्र

कुल ९ पुरस्कार

पद्मश्री डॉ. विके- पाटिल कृषि सेवारत्न पुरस्कार :

विनय आवटे , प्रदीपकुमार अजमेरा , भागीनाथ गायके

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