लाखों रुपये का माल सहित 3 गोदाम जलकर राख
भिवंडी। ग्रामीण क्षेत्र के पूर्णा गोदाम क्षेत्र में रौनक वेयरहाउस नामक केमिकल गोदाम में सुबह लगभग साढ़े 8 बजे के दरम्यान अचानक लगी भीषण आग से लाखों रूपये का केमिकल सहित समीप स्थित 3 गोदाम आग की भीषण चपेट में आकर पूर्णतया जल कर राख हो गये हैं. जानकारी मिलते ही भिवंडी मनपा फायर अधिकारी डी.एन साल्वी व फायर सहायक अधिकारी राजेश पवार के मार्गदर्शन में जुटे दर्जनों फायर कर्मियों नें लगभग आधा दर्जन दमकल गाड़ियों की सहायता से 8 घंटे के बाद भीषण आग को बुझाये जानें में सफल हुए.केमिकल गोदाम में अचानक आग लगनें के कारणों का पता नहीं चल पाया है. केमिकल गोदाम में कार्यरत मजदूरों की ड्यूटी की पाली न शुरू होनें से बड़ी अनहोनी टल गई है. भीषण रासायनिक आग के कारण क्षेत्रीय लोगों सहित आग बुझाये जानें में जुटे फायरकर्मियों को भी सांस लेनें में दिक्कतें उठानी पड़ी. गोदाम में लगी भीषण आग की वजह से समूचे क्षेत्र सहित काफी दूरदराज क्षेत्रों तक आसमान में धुंआ-धुंआ ही दिखाई दे रहा था.
गौरतलब हो कि, गोदाम परिसर स्थित पूर्णा गाँव की हद्द में मौजूद रौनक वेयरहाउस नामक रासायनिक गोदाम में सुबह लगभग साढ़े 8 बजे गोदाम के भीतर से अचानक आग की लपटें उठनें लगी जिसे देखकर रास्ते से गुजर रहे लोगों नें पुलिस व फायर विभाग को सूचना दी. सूचना मिलते ही भिवंडी मनपा मुख्य अग्निशमन अधिकारी डी.एन साल्वी व सहायक अग्निशमन अधिकारी राजेश पवार के मार्गदर्शन में भिवंडी, कल्याण, ठाणे से आईं लगभग आधा दर्जन से अधिक दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंच गई व तत्परता से आग बुझाये जानें में जुट गई. भीषण आग की चपेट में आकर लाखों रूपये का रसायन सहित 3 गोदाम आग की भेंट चढ़ गये हैं. दिन भर जारी बरसात के कारण फायरकर्मियों को आग बुझाये जानें में काफी दिक्कतें उठानी पड़ी. गोदाम में लगी भीषण आग को लगभग 9 घंटों की लम्बी जद्दोजहद के बाद फायरकर्मियों की टीम नें बुझाये जानें में सफलता प्राप्त की।आग से उठ रहे जहरीले धुंए से लोंगों को आँख में जलन तथा दम घुटने की शिकायत होने लगी थी।जिसके कारण स्थानीय रहने वाले परिवार के लोंगो को अन्यत्र हटाया गया ।
नागरिकों ने आरोप लगाया है कि रसायन गोदामों में बारबार आग लगने की घटना के पीछे कई गोदाम मालिकों का हाथ होता है ,जो बीमा कंपनी से मोटी रकम वसूलने के लिए जान बूझ कर आग लगवाते है।सरकार व शासन को इस अग्निकांड की उच्च स्तरीय जांच करानी चाहिए।नागरिकों ने शासन से मांग की है कि गोदाम क्षेत्र से खतरनाक रसायन गोदामों को हटाकर अन्यत्र सुरक्षित क्षेत्र में ले जाना चाहिए।
बता दें कि,भिवंडी शहर से सटे काल्हेर, कशेली, राहनाल, वल, गुंद्वली, दापोडा, मानकोली, अंजूर,केवनी-दिवे, कोपर, सुरई, सारंग, वेहले, ओवली, सरवली, कोनगांव, पिमप्लास, सोनाले, भोईर गाँव, वाहुली, सापे, वडपे,पडघा आदि ग्रामपंचायतों की हद्द में लगभग 80 हजार से अधिक गोदाम हैं. इसी प्रकार मानकोली, राहनाल, गुंद्वली, काल्हेर, दापोड़ा, सरवली, कोपर, पूर्णा, कोनगाँव, भोईर गाँव, वडपे, सोनाले ग्रामपंचायतों की सीमा में केमिकल के लगभग 400 गोदाम हैं. केमिकल गोदामों में अधिकतर अवैध रूप से अति ज्वलनशील खतरनाक केमिकल पदार्थ गोदाम व्यवस्थापकों द्वारा भारी कमाई हेतु रखा जाता है. उक्त गोदामों में आये दिन भीषण आग सहित जानलेवा घटनाएं घटित होती रहती हैं जो गंभीर विषय बना हुआ है ।
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