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बांदा, हिन्दुस्तान की आवाज,सन्तोष कुशवाहा

बांदा,मध्य प्रदेश के किसान आन्दोलन को कुचलने के लिए भाजपा की सरकार नें हिंसा का रास्ता अपनाया और अब मृत किसानों व उनके आश्रितों को न्याय दिलाने की बजाय शान्ती बहाली के नाम पर सरकार उपवास में बैठ गयी मतलब सरकार के बस में कुछ भी नहीं है, जो सरकार अपने आवाम की रक्षा करने के लिए कानूनी कार्यवाही करने की बजाय उपवास करने लगे तो समझो उस सरकार का अन्त आ गया है।

जन अधिकार पार्टी की महिला प्रकोष्ठ की जिलाध्यक्ष उमा कुशवाहा नें प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि देश के 85 प्रतिशत लोगों के एक जुटता की जरूरत है। केन्द्र और राज्य दोनो जगह भाजपा की सरकार है इन दिनों धर्म और गौरक्षा के नाम पर पूरे प्रदेश में जंगल राज कायम कर रखा है। चारो तरफ से आह की आवाज आ रही हैं देश का अन्नदाता किसान सड़कांे पर उतर कर अपनी आवाज उठा रहा है। किसानों की आवाज उठाने पर उनके खिलाफ मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार नें उनकी मांगों पर विचार करने की बजाय उनपर गोलियां चलवा दी जिससे कई किसानों की मौत हो गयी। किसानों की मौत पर कार्यवाही और उनकी मांगों पर अमल करने की बजाया भाजपा सरकार के मुख्य मंत्री दिग्बिजयस सिंह उपवास पर बैठ कर जनता की गठी कमाई को बरबाद कर रहे हैं। जिस सरकार को किसानों के हक में फैसला लेना चाहिए वह धरना पर बैठ गयी है। महाविद्यवान आचार्य चाणक्य नें कहा था कि जिस दिन देश का राजा भूख हड़ताल पर बैठ जाए तो समझो राजा का पतन तय है। जिस देश के अन्नदाता पर सरकार जुल्म बरसाये मानलो क्रान्ती की आहट है।

सरकार को किसानों की मांगों पर कार्यवाही करना चाहिए कि शान्ती के लिए उपवास करना क्या उचित है। देश की जनता सब कुछ जानती है। राजा के पास सारी शक्तियां निहित होती हैं। इसे प्रजा के हित में उपयोग करना एक राजा का कर्तब्य होता है। हम किसानों के साथ हुई हिंसा की कार्यवाही का विरोध करते हैं और उनकी न्यायिक लड़ाई का समर्थन भी करते हैं। अगर मध्य प्रदेश सरकार कोई फैसला नहीं ले पा रही है तो देश को उसकी वजह उजागर करे।

श्रीमती कुशवाहा नें कहा कि देश के 85 प्रतिशत लोगों को एक जुट होने का समय आ गया है। देश के 85 प्रतिशत अतिपिछड़ा, अति दलित वर्ग के किसानों और महिला किसानों को एक जुटता के साथ आरपार की लड़ाई लड़ना ही होगा। इतिहास गवाह है कि बिना लड़े किसी को कुछ भी नहीं मिला अगर सगठित हो कर एक साथ कदम नहीं उठाये गये तो इतिहास गवाह है कि इतिहासस दोहराता भी है।


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