लखीमपुर खीरी ( मोहम्मद रिजवान )
इन दिनों जिला मुख्यालय सहित जिले के अधिकांश स्थानों में सड़कों पर दौड़ते दुपहिया व चारपहिया वाहनों पर ‘प्रेस’ शब्द लिखा जाना एक फैशन की तरह प्रयोग में लाया जा रहा है। वाहनों के लिए फैशन टैग बनते जा रहे | इन शब्दों के दुरुपयोग को रोकने के लिए वर्तमान समय में प्रशासनिक सख्ती की आवश्यकता प्रतीत हो रही है।
मीडिया के क्षेत्र से जुड़े लोगों के वाहनों पर चाहे ‘प्रेस’ शब्द लिखा हो या ना लिखा हो, लेकिन आम लोगों के द्वारा ‘प्रेस’ शब्द एक फैशन के रूप में प्रयोग में लाया जाने लगा है। मीडिया के क्षेत्र से जुड़े ना होने के बावजूद जिला मुख्यालय सहित जिले में अनेक स्थानों पर दुपहिया व चार पहिया वाहनों पर ‘प्रेस’ लिखवाकर वाहन को सड़कों पर दौड़ाने वाले शौकिनों को चाहे प्रेस शब्द का वास्तविक मतलब तक ना पता हो लेकिन इस शब्द का दुरुपयोग करके अपने वाहन को अन्य वाहनों से अलग पहचान देने के लिए वे जरूर उत्साहित नजर आते हैं। इसके साथ ही कई बार ‘प्रेस’ शब्द का प्रयोग करके अवैध व अनैतिक कार्यों में अपने वाहनों का प्रयोग करने वाले इन शौकिन मिजाजों में इस संबंध में किसी प्रकार की रोकथाम का भय ना होने से वे बैखोफ होकर अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। जब किन्हीं अपराधों में प्रयुक्त वाहनों पर ‘प्रेस’ लिखा पाया जाता है तब मीडियाजगत से जुड़े वास्तविक मीडियाकर्मियों को अकारण शर्मसार होना पड़ता है। इन सभी समस्याओं को लेकर अब मीडियाकर्मी भी गंभीर नजर आ रहे हैं तथा पुलिस प्रशासन से बिना वजह ‘प्रेस’ शब्द का प्रयोग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
इन दिनों जिला मुख्यालय सहित जिले के अधिकांश स्थानों में सड़कों पर दौड़ते दुपहिया व चारपहिया वाहनों पर ‘प्रेस’ शब्द लिखा जाना एक फैशन की तरह प्रयोग में लाया जा रहा है। वाहनों के लिए फैशन टैग बनते जा रहे | इन शब्दों के दुरुपयोग को रोकने के लिए वर्तमान समय में प्रशासनिक सख्ती की आवश्यकता प्रतीत हो रही है।
मीडिया के क्षेत्र से जुड़े लोगों के वाहनों पर चाहे ‘प्रेस’ शब्द लिखा हो या ना लिखा हो, लेकिन आम लोगों के द्वारा ‘प्रेस’ शब्द एक फैशन के रूप में प्रयोग में लाया जाने लगा है। मीडिया के क्षेत्र से जुड़े ना होने के बावजूद जिला मुख्यालय सहित जिले में अनेक स्थानों पर दुपहिया व चार पहिया वाहनों पर ‘प्रेस’ लिखवाकर वाहन को सड़कों पर दौड़ाने वाले शौकिनों को चाहे प्रेस शब्द का वास्तविक मतलब तक ना पता हो लेकिन इस शब्द का दुरुपयोग करके अपने वाहन को अन्य वाहनों से अलग पहचान देने के लिए वे जरूर उत्साहित नजर आते हैं। इसके साथ ही कई बार ‘प्रेस’ शब्द का प्रयोग करके अवैध व अनैतिक कार्यों में अपने वाहनों का प्रयोग करने वाले इन शौकिन मिजाजों में इस संबंध में किसी प्रकार की रोकथाम का भय ना होने से वे बैखोफ होकर अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। जब किन्हीं अपराधों में प्रयुक्त वाहनों पर ‘प्रेस’ लिखा पाया जाता है तब मीडियाजगत से जुड़े वास्तविक मीडियाकर्मियों को अकारण शर्मसार होना पड़ता है। इन सभी समस्याओं को लेकर अब मीडियाकर्मी भी गंभीर नजर आ रहे हैं तथा पुलिस प्रशासन से बिना वजह ‘प्रेस’ शब्द का प्रयोग करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
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