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मनपा अधिकारी आर. ई. इन्फ्रा पर मेहरबान


मुंबई | मनपा में नाले व सड़क घोटाला उजागर होने के बाद आर. ई. इन्फ्रा ठेकेदार को काली सूचि में डाला गया था | काली सूचि में डाले गए ठेकेदार को मनपा द्वारा कोई काम नहीं दिया जाता | लेकिन मनपा के एसडब्लूडी, एसडब्लूएम सहित अनेक विभाग इन ठेकेदारों पर मेहरबान है | जिससे काली सूचि में डाले जाने के बाद भी आर. ई. इन्फ्रा को अनेक कामों का वर्क ऑर्डर दिए जाने का आरटीआइ कार्यकर्ता जाहिद शेख ने आरटीआई से मिली जानकारी के आधार पर स्पष्ट किया है |


गौरतलब है कि मनपा के एसडब्ल्यूडी (पर्जन्य जलवाहिनी) विभाग द्वारा वर्ष 2014 में 168 व 182 इस निविदा में रफी नगर, बैंगनवाड़ी, बाप हेरिटेज, ज्ञानसाधना हायस्कूल नाले के करीब संरक्षण दिवार बांधना, नालों की गहराई बढ़ाना, चौड़ाई बढ़ाने का ठेका आर. ई. इन्फ्रा.को दिया गया था | इस दौरान बड़े नालों के काम में हेराफेरी किये जाने की शिकायत के बाद मनपा आयुक्त अजोय मेहता द्वारा गठित अतिरिक्त आयुक्त संजय देशमुख की जांच कमिटी ने काम में भ्रष्टाचार किये जाने पर उनके विरोध में एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की थी | साथ ही आयुक्त अजोय मेहता ने इन ठेकेदारों को काली सूचि में दाल दिया था | जिसमे आर. ई. इन्फ्रा का समावेश है |


मनपा द्वारा काली सूचि में डाले गए ऐसे ठेकेदारों को कोई भी काम नहीं दिया जाता | आर. ई. इन्फ्रा को काली सूचि में डालने के बाद मनपा के सभी कामों से आर. ई. इन्फ्रा को हटाया जाना आवश्यक था | किन्तु ऐसा न कर मनपा के एसडब्लूडी विभाग के अधिकारी आर. ई. इन्फ्रा पर पूरी तरह मेहरबान है | जिससे इस विभाग द्वारा 18 अप्रैल 2015 में लगभग 24 करोड़ रुपए का मीठी नदी का काम, 17 अप्रैल 2017 को 12 करोड़ रुपये के मीठी नदी से कीचड़ निकालने का काम, 21 अप्रैल 2015 को 41 करोड़ रुपए का एस वॉर्ड के बड़े नाले की दो वर्ष के लिए सफाई करने का काम मनपा ने आर. ई. इन्फ्रा को दिया | यह ठेका ठेकेदारों की जांच शुरू होने बावजूद दिए जाने का जाहिद शेख ने कहा है |


रफी नगर, बैंगनवाड़ी, बाप हेरिटेज, ज्ञानसाधना हायस्कूल नाले के करीब संरक्षण दिवार बांधना, नालों की गहराई बढ़ाना, चौड़ाई बढ़ाने का ठेका आर. ई. इन्फ्रा.को दिया गया है | इन कामों में भी बड़े प्रमाण में भ्रष्टाचार शुरू है | नालों के काम के दौरान बिल्डरों से डेब्रिज खरीदकर वही डेब्रिज अब नालेसफाई करने वाले ठेकेदारों को बेचा जा रहा है | रॅबिट उतारना, जगह का उपयोग करना व दोबारा रॅबिट बेचना इसमें आर. ई. इन्फ्रा से दंड व शुल्क के रूप में मनपा ने लगभग 214 करोड़ रुपये वसूल नहीं किया है | ठेकेदारों द्वारा मनपा को करोड़ों रुपये का चुना लगाए जाने के बाद भी एसडब्लूडी के पर्जन्य जलवाहिनी, पूर्व उपनगर विभाग के अधिकारी व एम पूर्व विभाग ठेकेदारों पर मेहरबान है | जिसे देखते हुए मनपा आयुक्त अजोय मेहता द्वारा अधिकारियों की ठेकेदारों पर की जा रही इस मेहरबानी की जांच करने की मांग आरटीआई कार्यकर्ता जाहिद शेख ने की है |

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