रवींद्र मिश्रा को मिला आदि पत्रकार नारद सम्मान
मुंबई। (अमित तिवारी )विभिन्न बदलावों से गुजरती पत्रकारिता में आज प्रोफेशनलिज्म का दौर है। हमारी नई पीढ़ी से काफी आशाएं हैं जो कि पत्रकारिता की दशा और दिशा बदलने में पूरी तरह में समर्थ हैं।' नवभारत टाइम्स के राजनीतिक संपादक अभिमन्यु शितोले ने उक्त उद्गार शैक्षिक, समाजिक, सांस्कृतिक संस्था ‘लोकायन’ द्वारा आयोजित ‘पत्रकारिता: कल, आज और कल’ परिचर्चा के अध्यक्ष के रूप में व्यक्त किए। देवर्षि नारद जयंती पर मुंबई मराठी पत्रकार संघ के लोकमान्य हॉल में संपन्न इस कार्यक्रम के मंचस्थ अतिथियों मुंबई हिंदी पत्रकार संघ के अध्यक्ष आदित्य दुबे, एनडीटीवी इंडिया के इन्वेस्टीगेटिव एडिटर सुनील सिंह, दोपहर का सामना के निवासी संपादक अनिल तिवारी तथा मुंबई विद्यापीठ के गरवारे मिडिया संस्थान के पत्रकारिता प्राध्यापक सैयद सलमान के साथ वरिष्ठ पत्रकार प्रीतम सिंह त्यागी, कवि डॉ. मुकेश गौतम व डॉ. लक्ष्मण शर्मा ‘वाहिद’ ने मां सरस्वती की तस्वीर पर पर पुष्पार्पण से कार्यक्रम की शुरुआत की। ‘लोकायन’ के संस्थापक अध्यक्ष अभय मिश्र ने प्रस्ताविक वक्तव्य में कहा कि हम डॉ. अनिल मिश्र साहित्य सम्मान, कवि सम्मेलन तथा लोकायन क्रिकेट कप प्रतियोगिता का नियमित आयोजन करते हैं। आज पत्रकारिता के बदलते स्वरूप पर परिचर्चा के साथ हम दोपहर के सामना के वरिष्ठ अंशकालिक संवाददाता रवींद्र मिश्र को आदि पत्रकार नारद सम्मान भी दे रहे हैं।परिचर्चा में विषय प्रवर्तन करते हुए वरिष्ठ पत्रकार राजेश विक्रांत ने कहा कि पत्रकारिता का स्वरूप बहुआयामी है। ३० मई, २०१६ को कानपुर निवासी युगल किशोर शुक्ल ने कोलकाता से उदंत मार्तंड के प्रकाशन से जिस पत्रकारिता की नींव डाली थी, वह हैंडप्रेस, ट्रेडिल मशीन, रोटरी, फोटो कंपोजिंग व ऑफसेट को भी पीछे छोड़कर ऑनलाइन पत्रकारिता, न्यूज पोर्टल में प्रवेश कर चुकी है। सैयद सलमान ने सोशल मीडिया पर प्रकाश डाला तो सुनील सिंह ने टीवी पत्रकारिता में बदलाव की विशद चर्चा में बाजार व प्रतिस्पर्धा को जिम्मेदार बताया। आदित्य दुबे ने आज की पत्रकारिता की चर्चा की। अनिल तिवारी ने कहा कि पत्रकारिता पैशन, पैशन से सेंसेशन तक आ चुकी है। ऐसी स्थिति में हम पत्रकारों को दोधारी तलवार पर चलते हुए काम करना पड़ता है।
कार्यक्रम में रवींद्र मिश्र को ‘आदि पत्रकार नारद सम्मान’ से सम्मानित किया गया। इस रूप में उन्हें शॉल श्रीफल, ट्राफी व उपहार से नवाजा गया। अतिथियों का स्वागत हिंदी विवेक के पत्रकार धर्मेंद्र पांडेय, विकलांग की पुकार के कार्यकारी संपादक सरताज मेहदी तथा पत्रकार विनोद यादव, दैनिक भास्कर ने किया। कार्यक्रम का संचालन पत्रकार व्यंग्यकार राजेश विक्रांत तथा आभार प्रदर्शन अभय मिश्र ने किया।
इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पत्रकार प्रेमचंद शर्मा, श्रीकिशोर शाही, सैम टीवी के प्रबंध निदेशक श्रीश उपाध्याय, आरटीआई एक्टीविस्ट और अग्निशिला के संपादक अनिल गलगली, वरिष्ठ पत्रकार हरगोंविद विश्वकर्मा, कवि लोकनाथ तिवारी अनगढ़, हरित जीवन के संपादक नामदार राही, आई ई एन चैनल के सी ई ओ सुरजीत सिंह, अनुष्का के संपादक रास बिहारी पांडेय, कवि साहित्यकार डॉ. जेपी बघेल, नवभारत के वरिष्ठ पत्रकार भानु मिश्र, दैनिक चारभुजा टाइम्स के संपादक हरि प्रकाश नेहरिया, टी वी पत्रकार आनंद श्रीवास्तव, अरविंद तिवारी, कमलेश सिंह, गिरीश यादव, अंकुश सावंत, दिवाकर सिंह, राजीव दर्शन के संपादक हरिशंकर दुबे ‘पुष्प’, गीतकार संगीतकार, गायक शिवम पांडेय, कवि व एन एल पी ट्रेनर गिरिधर बलोधी, भाजपा युवा नेता मंगेश कनौजिया, महिला व अपंग बाल विकास समिति की राष्ट्रीय अध्यक्ष नूतन पांडेय, स्थानीय अध्यक्ष सीमा तिवारी, आभा पांडेय, धीरज मिश्र, अजय सिंह, पत्रकार प्रेम चौबे, राष्ट्रीय अधिकार के ब्रजेश चंद्रा, निखिल हरपुडे, मीनाक्षी सिंह, आलोक पांडेय, राजदेव यादव, निरंकुश कलम के संपादक जाफर शेख, पुष्पराज मिश्र, सूरज पांडेय, प्रियंका दुबे, दीपिका बेलवाल, अजीत त्रिवेदी, अंकित मिश्र समेत कई प्रमुख हस्तियां मौजूद थीं।
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