सहारनपुर (नकुल बालियान)। थाना जनकपुरी के चर्च कम्पाउंड में सिपाही की गला दबाकर हत्या कर दी गई। सिपाही पीआरवी पर तैनात था और सोमवार को ही महिला सिपाही ने उसे चर्च कम्पाउंड में अपने बराबर वाले किराये के कमरे में शिफ्ट कराया था। पीएम रिपोर्ट में भी गला दबाने से मौत होने की पुष्टि हुई है। मृतक के भाई ने हत्या की तहरीर दी है। पुलिस महिला सिपाही से पूछताछ कर रही है। मूल रुप से बागपत जिले के थाना सिंघावली के नौगला निवासी ललित कुमार (30) पुत्र नत्थन सिंह 2011 बैच का सिपाही था और पिछले दो साल से सहारनपुर में ही तैनात था। हाल में उसकी तैनाती डायल 100 वाहन पर थी। ललित कुमार को हाल में गागलहेडी थाने में तैनात व चर्च कम्पाउंड निवासी महिला सिपाही रश्मि मंगलवार की सुबह करीब साढे नौ बजे मृत हालत जिला अस्पताल लाई। साथ में मकान मालिक इकबाल का पुत्र भी था। रश्मि ने अधिकारियों को बताया कि ललित कुमार अपने कमरे में सवेरे बेसुध पड़ा मिला। जब तक उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पहले यह अफवाह उड़ी कि सिपाही ने जहर खाकर आत्महत्या की है। सूचना पर गांव नगला से मृतक का बड़ा भाई संजय कसाना मौजूदा प्रधान तुलसी, पूर्व प्रधान योगेश, राजू, बागपत के गांव निबाली से मृतक के चचिया ससुर प्रताप व गांव बलि प्रधान योगेन्द्र भी सहारनपुर पहुंचे। थाना जनकपुरी पुलिस ने पंचनामा भर शव पोस्टमार्टम को भिजवाया। सूत्र बताते है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सनसनीखेज खुलासा हुआ। सिपाही की गला दबाने से मौत होने की पुष्टि होने पर पूरा मामला ही बदल गया और महिला सिपाही भी शक के दायरे में आ गई। मृतक के भाई संजय कसाना का कहना था कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी ललित की गला दबाने से हत्या किये जाने की पुष्टि हुई है, ऐसे में मामला सीधे-सीधे हत्या का है। संजय की ओर से थाना जनकपुरी में हत्या की तहरीर दी गई। सीओ द्वितीय अब्दुल कादिर ने बताया कि महिला सिपाही रश्मि से पूछताछ की जा रही है। मामले में कुछ ओर लोगो का हाथ भी हो सकता है। देर शाम तक पुलिस महिला सिपाही से पूछताछ में लगी थी।
रश्मि ने दिलाया था कमरा
पहले सिपाही ललित दूसरी जगह रह रहा था। रश्मि ने चर्च कम्पाउंड में एक कोठी में बराबर-बराबर दो रुम किराये पर लिये जिसमें सोमवार को ही खुद के साथ उसने सिपाही ललित का सामान भी शिफ्ट कराया था।
*प्रेम प्रंसग के भी चर्चे*
सूत्र बताते है कि शक के दायरे में आई महिला सिपाही से मृतक के प्रेम प्रंसग के भी विभाग में चर्चे रहे हैं। अब महिला सिपाही की सगाई तय हो गई थी और इसके लिए उसे मेरठ भी जाना था, मगर इससे पूर्व ही यह घटना घट गई। पुलिस हर बिन्दू पर जांच पड़ताल कर रही है।
[19/04, 13:17] Hka Press Nakul: *अपराधियों से संपर्क रखने वाले 625 पुलिसकर्मियों का तबादला*
लखनऊ (नकुल बालियान)। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ यूपी पुलिस प्रशासन की बैठक और हिदायतों का असर दिखने लगा है। गुरुवार देर रात डीजीपी जावीद अहमद ने अपराधियों के संपर्क में रहने वाले 625 पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया है। वहीं डीजीपी ने खुली हिदायत के तौर पर इशारा किया है कि इस तरह की गतिविधियों में शामिल अन्य पुलिस वालों की पहचान करने का काम जारी है। डीजीपी जावीद अहमद ने ट्वीट के माध्यम से 625 पुलिसवालों के वर्तमान जगह से हटाकर दूसरे क्षेत्रों तबादले की जानकारी दी।
उन्होंने ट्वीट में लिखा कि संदिग्ध रुप से अपराधियों से संपर्क रखने वाले 625 पुलिसकर्मियों का प्रशासनिक स्तर पर दूसरे क्षेत्रों में तबादला किया गया। साथ ही अन्य को भी चिन्हित किया जा रहा है। डीजीपी के इस ट्वीट के बाद लोग जवाब में ऐसे पुलिसवालों को फौरन सस्पेंड करने की मांग करने लगे। कुछ ने लिखा कि जब ऐसे पुलिसवालों की पहचान हो चुकी है, तो तबादला क्यों उन्हें फौरन निलंबित किया जाना चाहिए।
[19/04, 13:17] Hka Press Nakul: *अपराधियों से संपर्क रखने वाले 625 पुलिसकर्मियों का तबादला*
लखनऊ (नकुल बालियान)। उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ यूपी पुलिस प्रशासन की बैठक और हिदायतों का असर दिखने लगा है। गुरुवार देर रात डीजीपी जावीद अहमद ने अपराधियों के संपर्क में रहने वाले 625 पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया है। वहीं डीजीपी ने खुली हिदायत के तौर पर इशारा किया है कि इस तरह की गतिविधियों में शामिल अन्य पुलिस वालों की पहचान करने का काम जारी है। डीजीपी जावीद अहमद ने ट्वीट के माध्यम से 625 पुलिसवालों के वर्तमान जगह से हटाकर दूसरे क्षेत्रों तबादले की जानकारी दी।
उन्होंने ट्वीट में लिखा कि संदिग्ध रुप से अपराधियों से संपर्क रखने वाले 625 पुलिसकर्मियों का प्रशासनिक स्तर पर दूसरे क्षेत्रों में तबादला किया गया। साथ ही अन्य को भी चिन्हित किया जा रहा है। डीजीपी के इस ट्वीट के बाद लोग जवाब में ऐसे पुलिसवालों को फौरन सस्पेंड करने की मांग करने लगे। कुछ ने लिखा कि जब ऐसे पुलिसवालों की पहचान हो चुकी है, तो तबादला क्यों उन्हें फौरन निलंबित किया जाना चाहिए।
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