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जिगना। एक गांव को दूसरे गांव से जोड़ने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला कर्णावती नदी पर बना पुल इन दिनों खतरे की घंटी बजा रहा है। बघेड़ाकला व बघेड़ाखुर्द गांव के मध्य बने उक्त पुल की दयनीय हालत तो मौके पर ही पहंुच देखा जा सकता है। इस पुल के सहारे जहां प्रत्येक दिन कई गांवो के ग्रामीण आर-पार करते हैं वहीं स्कूल के दिनों में श्री बोधनराम महाविद्यालय व इण्टर कालेज के छात्र-छात्राओ के साथ ही प्राथमिक विद्यालय के छात्र आवागमन कर रहे हैं। पुल जहां पूरी तरह से जीर्ण-शीर्ण हो चुका है वहीं टूटीफूटी रेलिंग होने के कारण छोटे बच्चो के साथ ही साईकिल सवारों के लिए काल साबित हो रही है। सामान्य दिनों में तो किसी तरह से लोग अपना काम चला ले रहे हैं पर बरसात के दिनों में जान जोखिम में डाल लोग पुल से पार होते हैं। बताया जाता है कि पुल पार करते समय यदि कोई थोड़ी सी असावधानी बरता तो सीधे नीचे गिरने से कोई रोक नहीं सकता। अब तक उक्त पुल से कई राहगीर व बच्चे गिर कर चुटहिल हो चुके हैं। ग्रामीणों के मुताबिक पुल की बात को लेकर कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधियों से गुहार लगाया गया पर आज तक चुनाव जीतने के बाद किसी ने मुंड़कर भी न देखा। ग्राम प्रधान बिहसड़ाकला बलराम उर्फ पप्पू जायसवाल, बघेड़ाकला ग्राम प्रधान विजय पाण्डेय समेत बघेड़ाखुर्द ग्राम प्रधान क्षेत्र के इस समस्या के प्रति चुने जनप्रतिनिधि का ध्यान आकृष्ट कराया है।




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