मुंबई
( संवाददाता ) मुंबई महापालिका के घन कचरा व्यवस्थापन विभाग मे यांत्रिक
झाडू लाकर कर्मचारियों को घर बैठाने की साजिश सुरु है. तथा घन कचरा
व्यवस्थापन के परिवहन विभाग का निजीगीकरण किया जारहा है इसके विरोध में
सफाई व परिवहन विभाग के कर्मचारीयो की गुरुवार दिनाक ६ अप्रेल को पालिका
मुख्यालयपर मोर्चा निकाला जायेगा यह जानकारी म्युनिसिपल मजदूर युनियन के
अध्यक्ष सुखदेव काशीद ने दिया. मुंबई मराठी पत्रकार संघ में आयोजित
पत्रकार परिषदे में काशीद बोल रहे थे. उक्त अवसर पर युनियन के महासचिव
महाबळ शेट्टी, कार्याध्यक्ष वामन कविस्कर, अशोक जाधव इत्यादी मान्यवर
उपस्थित थे.
उक्त अवसर पर कहते हुवे मुंबई महापालिका ने सफाई कामो के लिए एरिया बेस पद्धत सुरु किया है. इसमें आधा काम कामगारो से और आधा काम ठेकेदारो से किया जाने वाला है. पालिका की तरफ से १ किलोमीटर रास्ते को दो सफाई कर्मचारीयो को ४० हजार प्रतिमाह वेतन दिया जाता है. और यांत्रिकी झाडू से सफाई करने पर एक किलोमीटर को प्रतिदिन २७०० रुपये के हिसाब से महीने में ८१ हजार रुपये खर्च आता है. सफाई कर्मचारी जितना काम एक दिन में करते है उतना काम काम यांत्रिकी झाडू से नही हो रहा है फिर भी ठेकेदारो का जेब भरने के लिए यांत्रिकी झाडू व एरिया बेस चा प्रयोग किया जारहा है यह आरोप काशीद ने किया.
महापालिका के घन कचरा व्यवस्थापन विभाग में ३१७६५ कर्मचारी और दत्तकवस्ती, मॅनिंग मॉपिंग, हैदराबाद पॅटर्न, एनजीओ के १५०० ठेकेदारो के कामगार काम कर रहे है. प्रशासन के ठेकेदारी करण के कारण इन सभी कर्मचारीयो की नोकरी और उनके परिवार का भविष्य धोके में है. सफाई विभाग में ४० हजार कर्मचारी कालबद्ध पदोन्नती पात्र है फिर भी सिर्फ १० हजार ७४२ कर्मचारीयो को कालबद्ध पदोन्नती दी गयी है. सफाई विभाग के परिवहन विभाग में ७८ प्रतिशत निजीगीकरण किया गया है. हजारो सफाई कर्मचारीयो का वेतन बाकी है जो अभी तक नही दिया गया, हजारो वरिसदारो का प्रकरण प्रलंबित है. हजारो विविध पद रिक्त है, कर्मचारीयो को सुख - सुविधा नही दी जा रही है इसके विरोधा में गुरुवार को मोर्चा का आयोजन किया गया है यह काशीद ने कहा.
उक्त अवसर पर कहते हुवे मुंबई महापालिका ने सफाई कामो के लिए एरिया बेस पद्धत सुरु किया है. इसमें आधा काम कामगारो से और आधा काम ठेकेदारो से किया जाने वाला है. पालिका की तरफ से १ किलोमीटर रास्ते को दो सफाई कर्मचारीयो को ४० हजार प्रतिमाह वेतन दिया जाता है. और यांत्रिकी झाडू से सफाई करने पर एक किलोमीटर को प्रतिदिन २७०० रुपये के हिसाब से महीने में ८१ हजार रुपये खर्च आता है. सफाई कर्मचारी जितना काम एक दिन में करते है उतना काम काम यांत्रिकी झाडू से नही हो रहा है फिर भी ठेकेदारो का जेब भरने के लिए यांत्रिकी झाडू व एरिया बेस चा प्रयोग किया जारहा है यह आरोप काशीद ने किया.
महापालिका के घन कचरा व्यवस्थापन विभाग में ३१७६५ कर्मचारी और दत्तकवस्ती, मॅनिंग मॉपिंग, हैदराबाद पॅटर्न, एनजीओ के १५०० ठेकेदारो के कामगार काम कर रहे है. प्रशासन के ठेकेदारी करण के कारण इन सभी कर्मचारीयो की नोकरी और उनके परिवार का भविष्य धोके में है. सफाई विभाग में ४० हजार कर्मचारी कालबद्ध पदोन्नती पात्र है फिर भी सिर्फ १० हजार ७४२ कर्मचारीयो को कालबद्ध पदोन्नती दी गयी है. सफाई विभाग के परिवहन विभाग में ७८ प्रतिशत निजीगीकरण किया गया है. हजारो सफाई कर्मचारीयो का वेतन बाकी है जो अभी तक नही दिया गया, हजारो वरिसदारो का प्रकरण प्रलंबित है. हजारो विविध पद रिक्त है, कर्मचारीयो को सुख - सुविधा नही दी जा रही है इसके विरोधा में गुरुवार को मोर्चा का आयोजन किया गया है यह काशीद ने कहा.
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