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-दो वर्षो से रूका हुआ है साढ़े तीन करोड़ का भुगतान
-ईओं, कर्मचारियों पर लगाया भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप


मीरजापुर (संतोष गिरी ) पिछले दो वर्षो से नगर पालिका परिषद के ठेकेदारों का करोड़ों का भुगतान न होने को लेकर उनका आक्रोश शुक्रवार को फूंट पड़ा। आक्रोशित ठेकेदारों ने शुक्रवार को नगर पालिका के लालडिग्गी स्थित जलकल विभाग स्थित कार्यालय पर प्रर्दशन करते हुए पालिका अध्यक्ष और ईओं का घेराव किया। मामला बढ़ता माके पर पुलिस भी पहुंच गई। आक्रोशित ठेकेदारों का कहना था कि ईओं भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का काम कर रहे है जिनके इस कार्य में पालिका के कमर्चारी भी भरपूर सहयोग देने का काम कर रहे है। इस दौरान नगर पालिका के ठेकेदारों के संघठन के अध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले दो वर्षो से नगर पलिका के पंजीकृत ठेकेदारों का विभिन्न निर्माण कार्यो का तकरीबन तीन से साढ़े तीन करोड़ रूपया का भुगतान रूका पड़ा हुआ है ऐसे दशा में जहां श्रमिकों का भुगतान उनके द्वारा नहीं हो पा रहा है वहीं जो उनके पास रहा किसी प्रकार कुछ श्रमिकों को भुगतान कर दिए जाने से अब उनके समक्ष अपने परिवार की गाड़ी चलाने की समस्या उत्पन्न हो गई। कहा कि बकाया भुगतान को लेकर उनके द्वारा पालिका के ईओं से एक दो बार नहीं बल्कि बीसों बार वार्ता हो चुकी है केवल आज कल का आश्वासन देकर बरगला दिया जा रहा है। जिससे समस्या का स्थाई समाधान नहीं निकल पा रहा है। नगर पालिका को भ्रष्टाचार का अड्डा बताते हुए वक्ताओं ने कहा कि पालिका द्वारा ठेकेदारों के साथ दोहरा चाल चला जा रहा है। शत्रुधन केशरी ने कहा कि ट्रेजरी द्वारा 31 मार्च की रात राज्यवृत्त आयोग से पैसा प्राप्त हुआ था। जिस पर पालिका के ईओं द्वारा ठेकेदारों को यह कह कर आश्वासन दिया गया था कि बोर्ड की बैठक कराकर भुगतान कर दिया जायेगा, लेकिन कमीशनखोरी के चक्कर में श्रमिक सप्लाई करने वाले दो ठेकेदारों को डेढ़ करोड़ का भुगतान कर दिया गया और उन्हें पूछा तक नहीं गया। ठेकेदारों ने कार्यालय में मौजूद ईओं और अध्यक्ष के समक्ष ही एक पालिका कर्मचारी जो मौके पर मौजूद रहा उसकी ओर इशारे करते हुए उस पर श्रमिकों को किए गए भुगतान में मोटा कमीशन लेकर फाईल को आगे बढ़ाने का खुल्लम-खुल्ला आरोप लगाया। मजे कि बात है कि यह सबकुछ बिना बोर्ड की बैठक बुलाये ही कर दिया गया जिसकी भनक तक किसी को लगने नहीं दी गई। धरने पर बैठे आक्रोशित ठेकेदारों का स्पष्ट शब्दों में कहना रहा कि नगर पालिका परिषद मीरजापुर के ईओं और अध्यक्ष या तो हमारे भुगतान का चेक जारी करे नही ंतो हम उनका घेराव करने पीछे हटेगें नहीं और चुप भी नहीं बैठेगें मामले को शासन-प्रशासन के संज्ञान मंे लाते हुए कार्रवाई की मांग करेगें। ठेकेदारों द्वारा पालिका अध्यक्ष और ईओं का घेराव करने के साथ कार्यालय में तालाबंदी किए जाने से मौके पर अफरा तफरी मची रही। ठेकेदारों के उग्ररूप को देखकर मौके पर पुलिस को भी बुला लिया गया था। इस दौरान माधव दुबे, ब्रिजभूषण सिंह, विनोद सोनकर, फैजअली, अनिल पांडे, पंकज सिंह, देवी प्रसाद गुप्ता, जितेन्द्र प्रसाद, राजेन्द्र कुमार, संजय यादव, उधव दुबे, प्रितम केशरवानी, सुरेश तिवारी, वरूण सिंह, चन्द्रभूषण, शहाबुद्दीन, रहमान, राजेश मिश्रा, रामबहाल सिंह, रिंकू साहू, योगेन्द्र तिवारी इत्यादि ठेकेदार मौजूद रहे।

पैसा आते ही भुगतान कर दिया जायेगाः ईओं

मीरजापुर। नगर पलिका के पंजीकृत ठेकेदारों द्वारा लगाये गए भुगतान को लेकर किए गए घेराव और आरोपों के बावत नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी संजय कुमार का कहना रहा कि हम ठेकेदारों को होने वाली परेशानियों से अवगत है पैसा आते ही सर्वप्रथम उन्हें भुगतान किया जायेगा। जहां तक आरोपों की बात है तो वह निराधार है। पूर्व में राज्य वित्त आयोग से जो धन प्राप्त हुआ तो उन्हें साफ-सफाई में लगे श्रमिकों आदि को भुगतान कर दिया गया क्योंकि वह काफी गरीब थे।

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