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प्रतापगढ़(प्रमोद श्रीवास्तव)- उत्तर प्रदेश मे सत्ता तो बदली पर जनपद की शिक्षा व्यवस्था पर असर नही वही योगी आदित्यनाथ का आदेश बेअसर देखने को मिल रहा है | इस समय पूरे प्रतापगढ़ मे इंटरमीडिएट हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षाएं चल रही हैं परंतु जनपद प्रतापगढ़ में शिक्षा माफिया सक्रिय हैं दूसरी तरफ शिक्षक दल के नेता अपनी राजनीति की रोटी सेकने की धौस कायम करने का जलवादिखाने का दम भरते है। निजाम तो बदला पर ब्यवस्था पहले भी बत्तर दिखाई दे रही है हमारी आई एन ए टीम ने जिले सदर व कुण्डा तथा लालगंज तहसील के क ई परीक्षा केन्द्र का मौके का सच जानने को पहुची तो वहाँ की हालात ने योगी राज के बेअसर की दास्ताँ को खुद बयाँ कर दिया कही कापी सेटिग तो कही साइलेन्ट नकल का मामला सुनाई देता रहा वही तो एक नया नाम धन वसूली का सुनने को मिला कि नकल कराने के नाम पर 4000-5000वसूली केन्द्रो पर सुबिधा शुल्क के नाम पर की जा रही है ।मजे की बात यह निकल आती है कि बैच आने के पहले केन्द्रो पर सूचना होना खुद जिला प्रशासन व जिले के जिला बिद्यालय निरीक्षक जिम्मेदारी की लापरवाही साफ साफ दिखाई देती है ।क ई ऐसे केन्द्र है जहाँ एक ही कक्षनिरीक्षको तैनाती देखी गयी जब टीम ने कक्षनिरीक्षक के अभाव मे जानकारी चाही तो डियुटी पर न आने की बात पर केन्द्रव्यवस्थापको ने बताई कि यह भी सूचना जिला बिद्यालय निरीक्षक को लिखित अवगत कराया जा चुका है फिर भी व्यवस्था कक्षनिरीक्षको की नही हो सकी जबकी हाई स्कूल परीक्षा समापन की ओर अग्रसर है।कक्ष निरीक्षको के अभाव को लेकर हमारी टीम ने जिला विद्यालय निरीक्षक डा बृजेश मिश्र बातचीत दूरभाष पर की तो बताया कि परीक्षा डियुटी न करने वाले कक्ष निरीक्षको के खिलाफ बेतन रोकने तथा बित्तविहीन के शिक्षको का मानदेय रोक दिये जाने की कार्यवाही चल रही वही वित्तविहीनशिक्षको का कहना है कि जब कालेज का प्रधानाचार्य कार्यमुक्त करेगे तभी डियुटी कर सकता हूँ जब कार्यमुक्त करेगे ही नही तो कैसे डियुटी मे जा सकता हूँ। सबसे बडी सामनत वादी व्यवस्था से देश के नौनिहालो के साथ खुल्लम खुल्ला मखौल उडाया जा रहा वही प्रशासन भी कुम्भकर्णी नीद मे मस्त है ।वही एस डीएम लालगंज ने सागीपुर इलाके के दर्जनो परीक्षा केन्द्रो का औचक निरीक्षण किया ऐसे भी परीक्षा केन्द्र देख नाराजगी जताई जहाँ टीन घास फूस की कच्ची दीवारे तथा पेपर रख रखाव व्यवस्था जैसे मानक को पूर्ण न करने वाले विद्यालयो को केन्द्र बनाये जाने विभागीय लापरवाही कही।यह सच है कि जो विद्यालय परीक्षा मानक को पूर्ण नही करते उन्हे भी परीक्षा बनाया गया शिक्षा बिभाग की मनमानी साफ तौर से इस परीक्षा मे दिखाई दे रही है। जिस विद्यालय का मानक नहीं है उसको भी परीक्षा केंद्र बना कर नियम की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं| शिक्षा माफियाओं की बल्ले-बल्ले है|
रुपया न देने पर छात्र को बी कापी केन्द्र व्यवस्थापक द्वारा नही जिसके कारण परीक्षार्थी का प्रश्न छूट गया अधूरे प्रश्न हल होने के सदमेसे आहत परीक्षार्थी घर वापस न लौट कही और चला गया ।परीक्षार्थी मुकुल जायसवाल हाई स्कूल मोना देवी इण्टर कालेज लखनपुर शूर का छात्र संस्थागत है उसका परीक्षा केन्द्र जनपद सीमा पर स्थित दुर्गादीन इटर कालेज पेडरियाउदयपुर गया है।जहाँपरीक्षार्थी से सुबिधा शुल्क के नाम पर 3500रुपया माँगा गया परीक्षार्थी मुकुल जायसवाल ने सुविधा शुल्क न देने की बात कही और नकल पर भरोसा न करते खुद हल करने लगा ए कापी हालकरके बी कापी मांग करता रहा लेकिन परीक्षार्थी को कापी मुहैया नही करायी गयी।इस तरह से बोर्ड परीक्षा को शर्म सार करता है।इस तरह की कार्यप्रणाली कीजानकारी के शिक्षा विभाग के अधिकारियो के कानो मे जूँ तक नही रेग रही।
शिक्षा माफियाओं के आगे का नतमस्तक हैंजिले के शिक्षा विभाग के आलाधिकारी |

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